टेस्ट क्रिकेट का इतिहास बहुत ही पुराना है। साल 1877 में इंटरनेशनल क्रिकेट का आगाज टेस्ट क्रिकेट से शुरू हुआ। यह प्रारूप सबसे मुश्किल माना गया है, जहां अब तक के 144 साल में एक से एक रिकॉर्ड कायम हुए हैं। क्रिकेट के इस सबसे पुराने फॉर्मेट में रिकॉर्ड्स की लंबी फेहरिस्त के बीच कुछ ऐसे रिकॉर्ड्स भी बने हैं जो सालों में कभी-कभार ही देखने को मिलते हैं। इसी तरह से भारत और न्यूजीलैंड (IND vs NZ) के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज के दूसरे टेस्ट में कुछ ऐसा ही रिकॉर्ड देखने को मिला जो टेस्ट क्रिकेट इतिहास में केवल दूसरी बार हुआ है, और यह खास चीज लगभग 132 साल बाद देखने को मिली है।
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अब तक के सफर में किसी 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में 4 कप्तानों को कप्तानी करते हुए केवल दूसरी बार देखा गया है। भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुंबई में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में जैसे ही टॉस करने के लिए विराट कोहली और टॉम लैथम मैदान में उतरे, तो यह सीरीज भी खास लिस्ट में शामिल हो गयी। इस आर्टिकल में हम उन दोनों सीरीज का जिक्र करने जा रहे हैं, जहां सबसे ज्यादा खिलाडियों ने कप्तानी की।
2 टेस्ट मैचों की सीरीज जिसमें सबसे ज्यादा खिलाड़ियों ने कप्तानी की
#1 4 - दक्षिण अफ्रीका बनाम इंग्लैंड (1889)
टेस्ट क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहला मौका टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत के 12वें साल ही देखने को मिल गया था। वर्ष 1889 में इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच एक 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई थी। उस टेस्ट सीरीज में दोनों ही टीमों की ओर से 4 खिलाड़ियों ने कप्तानी का मौका पाया था।
पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड के लिए ऑब्रे स्मिथ ने कप्तानी की तो वहीं दक्षिण अफ्रीका के लिए ओवेन डनेल ने अपनी टीम की कमान संभाली। इस सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में नजारा बदला और दोनों ही टीमों के कप्तान भी बदले। दूसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड की तरफ से मोंटी बोडेन ने अगुवाई की। वहीं दक्षिण अफ्रीका के लिए विलियम मिल्टन ने कप्तानी करने का मौका हासिल किया। इस तरह से 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में दोनों ही टीमों की तरफ से कुल 4 कप्तान देखने को मिले।
4 - भारत बनाम न्यूजीलैंड (2021)
भारत और न्यूजीलैंड के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट कानपुर में खेला गया, जहां भारत के लिए अजिंक्य रहाणे ने कप्तानी की। वहीं न्यूजीलैंड के लिए उनके रेगुलर कप्तान केन विलियमसन मौजूद थे।
इसके बाद मुंबई टेस्ट जब भारत के लिए नियमित कप्तान विराट कोहली ने वापसी की तो वो रहाणे की जगह कप्तानी करते हुए नजर आये। वहीं कीवी टीम के लिए विलियमसन चोटिल होने के कारण बाहर हो गए और उनकी जगह टॉम लैथम को कप्तान बनाया गया।