ऑस्ट्रेलिया (Australia) और भारत (India) की टीमें अगले टेस्ट मैच के लिए ब्रिस्बेन पहुँच गई हैं और सीरीज का आखिरी पड़ाव भी आ गया है। दोनों टीमों के लिए अंतिम टेस्ट मैच निर्णायक रहेगा। जिस टीम को जीत मिलेगी, उसको ही ट्रॉफी मिलेगी। ड्रॉ की स्थिति में सीरीज भी बराबरी पर खत्म हो जाएगी। पिछले दो टेस्ट मैचों से भारतीय टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया है और सिडनी टेस्ट में तो ऑस्ट्रेलिया से जीत छीनकर मैच को ड्रॉ में ही तब्दील कर दिया था। हालांकि भारतीय टीम के लिए समस्या चोटिल खिलाड़ियों की है। हर मैच में एक से दो खिलाड़ी चोटिल हुए हैं।
ब्रिस्बेन टेस्ट मैच में दोनों ही टीमों के कुछ बल्लेबाजों से उम्मीद जताई जा सकती है। दोनों टीमों से कुछ ऐसे बल्लेबाज हैं, जो शतक जड़ सकते हैं। पिछले टेस्ट में स्टीव स्मिथ ने शतक लगाया था। इस बार दोनों टीमों के कुछ खिलाड़ी शतक जड़ने का पूरा माद्दा रखते हैं।
मार्नस लैबुशेन
इस ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने तीनों टेस्ट मैचों में धाकड़ बल्लेबाजी की है। पिछले टेस्ट मैच में भी 91 रन के निजी स्कोर पर लैबुशेन आउट हो गए थे। पिछली बार की गलती को वह इस बार सुधारना चाहेंगे। मार्नस लैबुशेन के बल्ले से एक शतक देखने को मिल सकता है। ऑस्ट्रेलिया के लिए वह पिछले तीनों मैच से बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहे हैं।
चेतेश्वर पुजारा
अपनी धीमी बल्लेबाजी के लिए मशहूर चेतेश्वर पुजारा पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन शतक जड़ने में कामयाब रहे थे। इस बार एक बार भी ऐसा नहीं हुआ है। पुजारा ने सिडनी टेस्ट में दोनों बार अर्धशतक जड़ते हुए 50 और 77 रनों की पारियां खेली थी। उनकी फॉर्म काफी बेहतरीन नजर आ रही है और ब्रिस्बेन में उनसे शतक की अपेक्षा की जा सकती है। पुजारा ने हर बार क्रीज पर टिककर खेलने का प्रयास किया है, इस बार एक शतक दिख सकता है।
रोहित शर्मा
पिछले मैच में धाकड़ बल्लेबाजी करने वाले रोहित शर्मा ने टीम को बेहतर शुरुआत देने के लिए अपना अहम योगदान दिया। रोहित शर्मा न केवल क्रीज पर टिके, बल्कि उन्होंने रन भी बनाए। रोहित ने पिछले मैच की दोनों पारियों में क्रमशः 26 और 52 रनों की पारियां खेली थी। ब्रिस्बेन में उनके बल्ले से एक शानदार शतक आते हुए देखा जा सकता है। उनके पास वह पूरी क्षमता है।