अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश के लिए क्रिकेट खेलना और औ अपनी टीम के लिए शतक लगाना किसी भी खिलाड़ी के लिए किसी सपने से कम नहीं। क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने अपने देश के लिए 100 शतक लगाए हैं, यह कीर्तिमान आज तक किसी दूसरे खिलाड़ी ने नही हासिल किया। हमने कई ऐसे खिलाड़ी देखे हैं जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो देशों की तरफ से खेलते हुए नजर आये हैं।
हालाँकि, इनमें से कुछ ही ऐसे खिलाड़ी हुए जिन्होंने दोनों देशों के लिए शतक बनाने में कामयाबी हासिल की। अपने आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 खिलाड़ियों का जिक्र करने जा रहे हैं जिन्होंने 50 ओवर के प्रारूप में दो देशों के लिए शतक बनाया है।
इन बल्लेबाजों ने लगाए हैं वनडे में दो देशों के लिए खेलते हुए शतक
#3 मार्क चैपमैन
हांगकांग में जन्मे मार्क चैपमैन ने अपनी राष्ट्रीय टीम की तरफ से एकदिवसीय पदार्पण में शतक लगाकर अपने करियर की शुरुआत की थी। न्यूजीलैंड पहुंचने के बाद भी मार्क ने क्रिकेट खेलना जारी रखा और अपने शानदार खेल से सबको प्रभावित किया। घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद मार्क के लिए जल्द ही न्यूजीलैंड की राष्ट्रीय टीम के दरवाजे खुल गए। 2018 में न्यूज़ीलैण्ड के लिए पदार्पण करने वाले मार्क ने हाल ही में स्कॉटलैंड के खिलाफ 101* रनों की नाबाद पारी खेलते ही खुद को वनडे में देशों के लिए शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार कर लिया है।
#2 इयोन मोर्गन
इंग्लैंड के पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान और विस्फोटक बल्लेबाज इयोन मोर्गन ने इंग्लैंड के लिए 12 साल तक क्रिकेट खेला। इस दौरान उन्होंने लम्बे अंतराल तक इंग्लैंड की सीमित ओवरों की कप्तानी भी संभाली। 2019 में मोर्गन की कप्तानी में इंग्लैंड ने पहली बार विश्वकप जीता। हालाँकि इंग्लैंड के लिए खेलने से पहले आयरलैंड के लिए 3 साल तक क्रिकेट खेला। उनके नाम 23 एकदिवसीय मैचों में एक शतक की मदद से 744 रन हैं।
इंग्लैंड के लिए एकदिवसीय में 13 शतक भी मोर्गन के नाम हैं और उनका नाम भी इस लिस्ट में शामिल है।
#1 एड जॉयस
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान इयोन मोर्गन की ही तरह ही एड जॉयस ने भी आयरलैंड और इंग्लैंड दोनों के लिए क्रिकेट खेला। हालाँकि जॉयस ने पहले इंग्लैंड और फिर आयरलैंड के लिए क्रिकेट खेली। आयरलैंड में जन्मे बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 2006 में इंग्लैंड के लिए अपना पदार्पण किया। इंग्लैंड के लिए उन्होंने अपने वनडे करियर का एकमात्र शतक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था।
हालाँकि वह ज़्यादा दिन तक इंग्लैंड टीम में निरंतर नहीं रह पाए और लगातार टीम से बाहर रहने के बाद उन्होंने वापस अपने देश जाकर आयरलैंड की टीम को ज्वाइन किया और अगले 7 साल तक उन्होंने आयरलैंड के लिए क्रिकेट खेला। इस दौरान उन्होंने 5 शतकीय पारियां खेली। 2018 में एड जॉयस ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी थी।