Big Mistakes India Should Avoid In Final : भारतीय टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में जगह बना ली है। भारत ने सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को जबरदस्त तरीके से हराया। टीम इंडिया ने अभी तक काफी शानदार प्रदर्शन चैंपियंस ट्रॉफी में किया है। भारत ने अभी तक अपने सारे ही मुकाबले जीते हैं और इसी वजह से टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने की प्रबल दावेदार लग रही है। भारतीय टीम इससे पहले 2017 के फाइनल में भी खिताब जीतने की प्रबल दावेदार थी लेकिन फाइनल में टीम ने इतना खराब खेल दिखाया था कि एक बड़ी हार का सामना करना पड़ा था।
हम आपको बताते हैं कि 2017 के चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारतीय टीम ने वो कौन-कौन सी तीन गलतियां की थीं जो इस बार नहीं करनी चाहिए।
3.टॉप ऑर्डर का फेल होना
चैंपियंस ट्रॉफी 2017 का फाइनल जब हुआ था तब टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर बुरी तरह से फेल हो गया था। रोहित शर्मा, विराट कोहली और शिखर धवन जैसे दिग्गज बल्लेबाज ज्यादा रन नहीं बना पाए थे। इसी वजह से 339 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए टीम इंडिया को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में इस बार भारत को इस चीज से बचना चाहिए। टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर को रन बनाने ही होंगे। केवल विराट कोहली पर निर्भर नहीं रहा जा सकता है।
2.नो बॉल और वाइड डालना
किसी भी बड़े टूर्नामेंट के फाइनल में नो बॉल और वाइड डालने की गलती बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। भारत ने 2017 के चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में यही गलती की थी। जसप्रीत बुमराह की गेंद पर फखर जमान आउट हो गए थे लेकिन वो नो बॉल निकली थी और फखर जमान ने धुआंधार शतक लगाकर टीम को मैच जिता दिया था। इस बार टीम इंडिया को इस बड़ी गलती से बचना होगा।
1.टॉस जीतकर पहले फील्डिंग
जब भी कोई फाइनल मुकाबला होता है तो उसमें टॉस जीतकर बैटिंग करना ही सही होता है। इसकी वजह यह है कि बड़े मुकाबले के दबाव काफी ज्यादा होता है और अक्सर टीम इस प्रेशर में आकर बिखर जाती है। भारत ने 2017 के चैंपियंस ट्रॉफी में यही गलती की थी और उसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा था। इस बार टीम इंडिया को वो गलती नहीं दोहरानी चाहिए, क्योंकि भारत के पास स्कोर को डिफेंड करने के लिए पर्याप्त गेंदबाज हैं।