क्रिकेट का सबसे कठिन प्रारूप टेस्ट क्रिकेट माना जाता है और इस प्रारूप में किसी भी कप्तान के लिए सफलता पाना आसान नहीं होता है। हर टेस्ट कप्तान चाहता है कि वह इस प्रारूप में अधिक से अधिक कामयाबी हासिल करें। कुछ कप्तान देश और विदेश दोनों ही जगह कामयाबी हासिल करते हैं और कुछ मात्र घर पर ही अच्छा करने में सफल होते हैं। हर कप्तान चाहता है कि वह विदेशों में जाकर भी टेस्ट मैच जीते और अपनी कप्तानी में सफलता हासिल करें।
भारत एक ऐसा देश है , जहाँ जब भी कोई दौरा करने आती है तो उसके लिए टेस्ट प्रारूप में बहुत मुश्किलें होती है और विदेशी कप्तानों के लिए यहाँ एक मैच जीतना भी आसान नहीं होता है। भारत को उसी के घर में टेस्ट में हराना बहुत ही मुश्किल काम है क्योंकि भारतीय बल्लेबाज और गेंदबाज अपनी परिस्थितियों में और बेहतर हो जाते हैं। कई ऐसे दिग्गज कप्तान रहें, जिन्होंने टेस्ट में काफी सफलता हासिल की लेकिन भारत में वो एक भी टेस्ट मैच नहीं जीत पाए। इस आर्टिकल में हम उन्हीं 3 कप्तानों की चर्चा करने जा रहे हैं , जो भारत में एक भी टेस्ट मैच नहीं जीत पाए।
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3 दिग्गज कप्तान जो भारत में एक भी टेस्ट मैच नहीं जीत पाए
#3 माइकल क्लार्क
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क का बतौर कप्तान अच्छा रिकॉर्ड है और इनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने कई यादगार टेस्ट जीत दर्ज की। क्लार्क ने पोंटिंग के कप्तानी छोड़ने के बाद ऑस्ट्रेलिया की बागडोर संभाली और अपनी जिम्मेदारी को बखूबी से निभाया। हालाँकि क्लार्क बतौर कप्तान भारतीय सरजमीं पर एक भी टेस्ट मैच नहीं जीत पाए। क्लार्क ने बतौर कप्तान भारत में 3 टेस्ट मैच खेले हैं और तीनों ही मैचों में ऑस्ट्रेलिया को हार मिली है।
#2 स्टीफन फ्लेमिंग
स्टीफन फ्लेमिंग को बिना किसी संदेह के न्यूजीलैंड का सबसे सफल कप्तान माना जाता है। यह खिलाड़ी अपनी कप्तानी में टीम को एकजुट रखने में कामयाब रहता था और न्यूजीलैंड को कई शानदार जीत दिलाई। फ्लेमिंग ने अपनी कप्तानी में दो बार भारत का दौरा किया है और दोनों ही बार एक भी टेस्ट मैच नहीं जीत पाए हैं।
साल 1999 में 3 मैचों के लिए भारत दौरे पर आयी इस टीम ने पहला और तीसरा मैच ड्रॉ करवाया लेकिन दूसरे मैच में टीम को हार मिली थी। इसके बाद साल 2003 में दो टेस्ट मैचों के लिए भारत आयी न्यूजीलैंड टीम ने दोनों ही मैच ड्रॉ करवा लिए थे। इस तरह फ्लेमिंग ने भारत में 5 टेस्ट मैचों में 4 ड्रॉ करवाए तथा एक मैच में हार का मुंह देखा।
#1 रिकी पोंटिंग
ऑस्ट्रेलिया के महान कप्तान रिकी पोंटिंग का कद बतौर कप्तान क्रिकेट जगत में काफी ऊंचा है। इस खिलाड़ी ने अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया की टीम को एक नए मुकाम तक पहुँचाया और इनकी कप्तानी के समय ऑस्ट्रेलिया को हराना बहुत बड़ी बात थी । हालाँकि यह दिग्गज कप्तान भी भारत में एक भी टेस्ट मैच नहीं जीत पाया। पोंटिंग ने बतौर कप्तान भारत में 7 टेस्ट मैच खेले हैं और 5 मैचों में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा , वहीँ 2 टेस्ट मैच ड्रॉ हुए।