इंटरनेशनल क्रिकेट इतिहास में एक से एक दिग्गज कप्तान मिले हैं। एक कप्तान के रूप में कुछ खिलाड़ियों ने काफी जबरदस्त सफलता हासिल की है। बतौर कप्तान किसी भी खिलाड़ी के लिए अपनी टीम को लगातार सफलता दिलाना आसान नहीं रहता है। लेकिन कुछ कप्तानों ने कप्तान के रूप में सफलता के खूब झंड़े गाड़े हैं। किसी भी कप्तान के लिए आईसीसी (ICC) टूर्नामेंट में अपनी टीम का प्रतिनिधित्व करना ही बड़ी बात है, और जब कोई कप्तान आईसीसी टूर्नामेंट में अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचायें तो उस कप्तान के लिए यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि होती है।
विश्व क्रिकेट में दिग्गज कप्तानों की बात करे तो इमरान खान, कपिल देव, क्लाइव लॉयड, रिकी पोंटिंग, महेन्द्र सिंह धोनी,जैसे कई महान कप्तान हुए हैं, जिन्होंने अपनी टीम को आईसीसी खिताब दिलाए हैं। इन कप्तानों का लोहा पूरी दुनिया मानती है। लेकिन कुछ ऐसे कप्तान भी रहे हैं, जिन्होंने लगातार तीन आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में अपनी टीम का प्रतिनिधित्व किया है। हालांकि इस उपलब्धि को कुछ ख़ास कप्तानों ने ही हासिल किया और उन्हीं 3 कप्तानों का जिक्र हम इस आर्टिकल में करने जा रहे हैं।
3 कप्तान जिन्होंने लगातार तीन आईसीसी फाइनल में पहुंचने में कामयाबी हासिल की
#1 क्लाइव लॉयड (1975 वर्ल्ड कप, 1977 वर्ल्ड कप, 1983 वर्ल्ड कप)
एक समय था पूरा विश्व क्रिकेट कैरेबियाई टीम का लोहा मानता था। कैरेबियाई टीम ने क्रिकेट जगत पर कई सालों तक अपना प्रभुत्व स्थापित किया। उस दौर में वेस्टइंडीज की टीम को कई दिग्गज कप्तान मिले। जिसमें से एक कप्तान थे क्लाइव लॉयड थे। कैरेबियाई टीम के इस पूर्व दिग्गज कप्तान के नेतृत्व में वेस्टइंडीज ने अभूतपूर्व सफलता हासिल की।
क्लाइव लॉयड की कप्तानी में वेस्टइंडीज ने वनडे विश्व कप इतिहास के पहले दोनों ही खिताब अपने नाम किए। साल 1975 के पहले वर्ल्ड कप के बाद 1979 में खेले गए वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज की टीम को लॉयड ने चैंपियन बनवाया। इसके बाद लॉयड की कप्तानी में 1983 के वर्ल्ड कप में भी वेस्टइंडीड ने फाइनल में जगह बनाई लेकिन भारत के सामने खिताबी हैट्रिक पूरा करने से चूक गए। हालांकि इसके बावजूद लॉयड आईसीसी के तीन लगातार टूर्नामेंट के फाइनल खेलने वाले पहले कप्तान बने।
#2 सौरव गांगुली ( 2000 चैंपियंस ट्रॉफी, 2002 चैंपियंस ट्रॉफी, 2003 वर्ल्ड कप)
भारतीय क्रिकेट इतिहास में एमएस धोनी और विराट कोहली दो सबसे सफलतम कप्तान माने जाते हैं। लेकिन इनसे पहले जिस कप्तान को भारतीय क्रिकेट की तस्वीर बदलने वाला कप्तान माना जाता है, वो हैं सौरव गांगुली। सौरव गांगुली ने साल 2000 में मैच फिक्सिंग कांड से बैकफुट पर पहुंची भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी संभाली।
इसके बाद सौरव गांगुली ने अपनी कप्तानी में परचम लहराना शुरू कर दिया। टीम 2000 के चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंची, जहां टीम को हार मिली। इसके बाद 2002 के चैंपियंस ट्रॉफी में भी भारत ने फाइनल मैच खेला, इस दौरान भारत ने श्रीलंका के साथ टाइटल को शेयर किया था। गांगुली की कप्तानी में 2003 में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप में भारत ने लगातार तीसरे आईसीसी टूर्नामेंट में सौरव गांगुली की कप्तानी में फाइनल मुकाबला खेला, हालांकि भारत को यहां ऑस्ट्रेलिया के हाथों करीबी हार मिली।
#3 केन विलियमसन ( 2019 वर्ल्ड कप, 2021 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप, 2021 टी20 वर्ल्ड कप)
आईसीसी के इवेंट में वैसे तो न्यूजीलैंड की टीम को ज्यादा कामयाबी नहीं मिली है, लेकिन जब से टीम की कमान केन विलियमसन ने संभाली है, उसके बाद से तो इस टीम ने आईसीसी के इवेंट में काफी प्रभावित किया है। विलियमसन की कप्तानी में न्यूजीलैंड लगातार 3 आईसीसी इवेंट के फाइनल मैच खेलने का रिकॉर्ड बनाने जा रही है। विलियमसन की कप्तानी में न्यूजीलैंड ने 2019 के वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में जगह बनायी थी, जहां इंग्लैंड के हाथों हार का सामना किया था।
इसके बाद इसी साल 2021 के टेस्ट चैंपियनशिप में भी केन की कप्तानी में न्यूजीलैंड ने भारत को हराकर खिताब जीता था, और एक बार फिर से न्यूजीलैंड विलियमसन की कप्तानी में टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच चुकी है। फाइनल में टीम का सामना ऑस्ट्रेलिया से होने वाला है। इस तरह से विलियमसन भी लगातार तीन आईसीसी इवेंट में कप्तानी करने वालों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं।