क्रिकेट के सभी प्रारूपों में से टेस्ट क्रिकेट को सबसे कठिन प्रारूप माना जाता है। टेस्ट क्रिकेट में खुद को स्थापित करने के लिए खिलाड़ियों को अपने खेल में काफी बदलाव करने पड़ते हैं। वनडे और टी-20 के विशेषज्ञ खिलाड़ियों के लिए टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक खेलना काफी मुश्किल होता है। कई ऐसे सीमित ओवरों के विशेषज्ञ खिलाड़ी रहे हैं जो अपने करियर के दौरान कभी भी टेस्ट क्रिकेट में खुद को स्थापित नहीं कर पाए।
आज हम भारतीय टीम के मौजूदा तीन ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बात करेंगे जिन्होंने सीमित ओवरों के प्रमुख खिलाड़ी होने के बावजूद टेस्ट क्रिकेट में कदम रखते ही सफलता का स्वाद चखा और अपने प्रदर्शन से सभी को हैरान किया।
इन 3 मौजूदा भारतीय खिलाड़ियों ने सभी की उम्मीदों से परे टेस्ट में सफलता हासिल की
#3 जसप्रीत बुमराह
वर्तमान में भारतीय टीम में तीनों प्रारूपों के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के बारे में शुरुआती दिनों में यह कहा जाता था कि वह सिर्फ सीमित ओवरों के खिलाड़ी है। आज जसप्रीत बुमराह के बिना भारतीय टेस्ट टीम गेंदबाजी के मामले में पूरी तरह से कमजोर नजर आती है। अपने 4 साल के छोटे टेस्ट करियर में जसप्रीत बुमराह ने 30 मुकाबलों की 58 पारियों में 128 विकेट चटकाए हैं जिसमें उन्होंने 8 बार एक पारी में 5 विकेट लेने का कारनामा किया है। कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में जसप्रीत बुमराह वर्तमान में दुनिया के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाज है।
#2 रविचंद्रन अश्विन
400 से भी अधिक टेस्ट विकेट ले चुके रविचंद्रन अश्विन शुरुआत में बतौर टी20 स्पिनर भारतीय टीम में आये थे। 2011 में अपना पहला टेस्ट मैच खेलने वाले अश्विन पहले ही सीमित ओवरों में आईपीएल और 2011 विश्व कप के चलते एक प्रमुख नाम बन चुके थे। अपने डेब्यू के कुछ सालों बाद ही उन्होंने बतौर ऑफ स्पिनर टेस्ट क्रिकेट में दबदबा बना लिया था। बीतते वक्त के साथ अश्विन टेस्ट में बतौर ऑलराउंडर एक बड़ा नाम बन चुके हैं।
86 टेस्ट मैचों की 162 पारियों में अश्विन ने 442 विकेट लिए हैं जिसमें उन्होंने 7 बार 10 विकेट लेने का कारनामा किया है। वहीं 123 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए अश्विन ने 5 शतक और 12 अर्धशतकों के साथ 2931 रन बनाए हैं।
#1 ऋषभ पंत
आज से चार साल पहले शायद ही किसी ने सोचा होगा अपने विस्फोटक खेल के लिए मशहूर ऋषभ पंत आने वाले दिनों में भारतीय टेस्ट टीम के प्रमुख बल्लेबाजों में शुमार होंगे। अपनी बल्लेबाजी तकनीक के चलते ऋषभ पंत को हमेशा से आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। बिना अपने खेल में बदलाव किए ऋषभ पंत थोड़े समय में ही टेस्ट क्रिकेट में बड़ा नाम बन चुके हैं। ऋषभ ने 31 मुकाबलों की 53 पारियों में 5 शतक और 10 अर्धशतकों की मदद से 2123 रन बनाए हैं। उन्होंने विदेशों में कई ऐसी पारियां खेली, जिसने सभी को हैरानी में डाल दिया था।