यह सच है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में स्पिनरों ने अपनी घूमती हुई गेंदों से कई बार कमाल किया है। शायद यही कारण है कि टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले टॉप तीन स्थानों पर स्पिनरों का ही नाम है। टेस्ट क्रिकेट के शुरुआती दौर से कुछ दशकों तक तेज गेंदबाजों का भी एक अलग नाम हुआ करता था। वेस्टइंडीज के कई गेंदबाज उस समय खतरनाक माने जाते थे। उनकी गेंद कान के पास से आवाज करते हुए निकलती थी। इसके बाद दौर बदला और स्पिनर आए लेकिन तेज गेंदबाजों की खेप भी विश्व की अलग-अलग देशों से देखने को मिली।
तेज गेंदबाजों की तेजी के सामने बल्लेबाजों को कई बार मुश्किल में देखा गया है। साधारण स्पीड से ज्यादा तेज गेंद आने पर बल्लेबाज को परेशानी होना लाजमी भी है। विश्व क्रिकेट में ऐसे कई तेज गेंदबाज हुए हैं जिन्होंने अपनी तेज गेंदों से बल्लेबाजों को डराया है। उनका मकसद तेज गेंद करना होता था, कई बार दिशा भटकते थे, तो कई बार सही लाइन पर गेंद पड़कर बल्लेबाज को पवेलियन भेज देती थी। इस आर्टिकल में भी ऐसे ही तीन गेंदबाजों का जिक्र किया गया है जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा तेजी से गेंद डाली है।
शॉन टैट
इस खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 2007 में डेब्यू किया था और जल्दी ही नजरों में आ गए। अपनी स्पीड के कारण इनको एक अलग पहचान मिली। इंग्लैंड के खिलाफ 161.1 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से इन्होने गेंद डाली थी जो उनकी उच्चतम स्पीड है। उन्होंने चोटों से परेशान होकर क्रिकेट से जल्दी ही संन्यास लिया। टैट ने भारतीय मूल की लड़की से शादी की है। वे आईपीएल में भी खेल चुके हैं। उनके पास तेजी के अलावा बाउंस भी होता था।
ब्रेट ली
इस गेंदबाज को किसी परिचय की जरूरत नहीं होगी। अपनी स्पीड के दम पर उन्होंने कई बल्लेबाजों को मुश्किल में डाला है। ब्रेट ली ने 161.1 की स्पीड से न्यूजीलैंड के खिलाफ गेंद डाली थी जो उनकी उच्चतम स्पीड की गेंद है। 2003 वर्ल्ड कप में उन्होंने श्रीलंका के मर्वन अट्टापट्टू को 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली गेंद पर बोल्ड किया था।
शोएब अख्तर
तेज गेंदबाजी का नाम आते ही इस पाकिस्तानी का नाम हर जुबाँ पर आ जाता है। विश्व क्रिकेट में सबसे तेज गेंद डालने का रिकॉर्ड शोएब अख्तर के नाम है। उन्होंने 2003 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड एक खिलाफ 161.3 की स्पीड से गेंद डाली थी। यह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गई। अख्तर का कीर्तिमान अभी तक कायम है और इसे तोड़ना इतना आसान नहीं है।