टेस्ट क्रिकेट हमेशा धैर्य का खेल माना जाता है। हालांकि टेस्ट क्रिकेट को कठिन गेम भी माना गया है। टेस्ट क्रिकेट में तकनीकी रूप से मजबूत खिलाड़ी ज्यादा समय तक खेल पाते हैं। हालांकि वीरेंदर सहवाग और विवियन रिचर्ड्स जैसे खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट को भी वनडे की तरह खेलते हुए विपक्षी टीमों के गेंदबाजों में कॉफ़ पैदा करने का काम किया। यही कारण है कि दोनों खिलाड़ियों का नाम तूफानी खिलाड़ियों के साथ हमेशा होता है। दूसरी तरफ राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ी भी रहे हैं जिन्होंने क्रीज पर टिककर तकनीक दर्शाने का काम किया।
टेस्ट क्रिकेट में तकनीकी रूप से सक्षम खिलाड़ी को ज्यादा मौके मिलने के अलावा उसकी तारीफ भी होती है। घातक गेंदबाजों और उबड़-खाबड़ पिचों पर तकनीकी दृष्टि से सक्षम बल्लेबाज ही खेल सकते हैं। तूफानी बल्लेबाज ऐसे समय में गेंद को हिट करने के प्रयास में जल्दी अपना विकेट फेंक देता है। विपरीत परिस्थितियों में खेलकर खुद को साबित करने वाले बल्लेबाज ही टेस्ट क्रिकेट में आगे तक जाते हैं। मानसिक रूप से मजबूत और एकाग्रता में कमी वाले बल्लेबाजों को कभी टेस्ट क्रिकेट में सफलता नहीं मिली है। कई बार खिलाड़ी दो या तीन दिन तक मजबूत इरादों के साथ क्रीज पर टिककर खेल गए। इस आर्टिकल में भारतीय क्रिकेट के 3 ऐसे बल्लेबाजों का जिक्र किया गया है जिन्होंने टेस्ट मैच के पूरे पांच दिन बल्लेबाजी की।
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टेस्ट क्रिकेट में 5 दिन बल्लेबाजी करने वाले 3 भारतीय
एमएल जयसिम्हा
सबसे पहले टेस्ट क्रिकेट में पांच दिन तक बल्लेबाज करने वाले बल्लेबाज एमएल जयसिम्हा था। कोलकाता में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1960 में उन्होंने ऐसा किया था। भारत की पहली पारी में पहले दिन के अंत में नम्बर 9 पर बल्लेबाजी करके वापस गए और अगले दिन नाबाद 20 रन बनाए। इसके बाद दूसरी पारी में तीसरे दिन उन्होंने फिर शाम को बल्लेबाजी की और नाबाद चले गए। चौथे दिन खेलने के बाद पांचवें दिन उन्हें 74 रन के निजी स्कोर पर आउट किया गया। चौथे दिन उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों की कड़ी परीक्षा ली और क्रीज पर टिककर खड़े रहे।
रवि शास्त्री
रवि शास्त्री ने 1984 में इंग्लैंड के खिलाफ कोलकाता टेस्ट मैच में ऐसा किया। पहली पारी में नाबाद 111 रन बनाने के बाद उन्होंने दूसरी पारी में 7 रन बनाए। पहले दिन शास्त्री ने 26 रन बनाए और दूसरे दिन रन नहीं बना पाए, बारिश से मैच प्रभावित हुआ। तीसरे दिन उन्होंने 82 रन बनाए और 111 रन पर चौथे दिन आउट हो गए। पांचवें दिन फिर उन्हें भारतीय टीम की दूसरी पारी में बल्लेबाजी का मौका मिला और उन्होंने नाबाद 7 रन बनाए।
चेतेश्वर पुजारा
भारतीय क्रिकेट की नई दीवार चेतेश्वर पुजारा ने भी पाँचों दिन बल्लेबाजी की है। कोलकाता में 2017 में श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने ऐसा किया। भारत के तीन विकेट जल्दी गिर गए और पुजारा 8 रन बनाकर पहले दिन क्रीज पर थे। बारिश के कारण उस दिन खेल नहीं हुआ। इसके बाद अगले दिन बारिश और खराब लाईट के कारण 21 ओवर का खेल हुआ। पुजारा 47 पर नाबाद थे। तीसरे दिन वह 52 रन बनाकर आउट हो गए। भारत ने पहली पारी में 172 रन बनाए और श्रीलंका ने जवाब में 294 रन बनाए। चौथे दिन शाम तक वापस पुजारा दूसरी पारी में खेलने आए। इसके बाद पांचवें दिन भी बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 22 रन बनाए और मैच ड्रॉ रहा।