ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) में बतौर बल्लेबाज डेब्यू करना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होता लेकिन अगर बात गेंदबाजों की हो तो फिर डेब्यू के लिए ऑस्ट्रेलिया से बेहतर कोई देश नहीं हो सकता। यहाँ की पिचें गेंदबाजों के लिए काफी मददगार होती है और उन्हें ऐसी दशाओं में गेंदबाजी करने में काफी मजा आता है। हालाँकि ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी हमेशा से ही बेहतरीन रही है , ऐसे में विकेट चटकना इतना भी आसान नहीं रहता है। भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) और ऑस्ट्रेलिया के बीच आज ही टेस्ट सीरीज का समापन हुआ है और इस सीरीज में भारतीय गेंदबाज शानदार लय में नजर आये।
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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कई भारतीय गेंदबाजों को डेब्यू का मौका मिला और उन्होंने अपने प्रदर्शन से प्रभाव भी छोड़ा। बतौर गेंदबाज डेब्यू सीरीज बहुत ही महत्वपूर्ण होती है और हर गेंदबाज यही चाहता है कि वह अपने चयन को सही साबित करे और टीम के लिए योगदान दे। भारत और ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट इतिहास काफी पुराना है और इस दौरान कई भारतीय गेंदबाजों को यहां टेस्ट डेब्यू का मौका भी मिला है और उन्होंने इस मौके को बखूबी भुनाया भी है।
आइये नजर डालते हैं उन 3 भारतीय गेंदबाजों पर जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपनी डेब्यू टेस्ट सीरीज में सर्वाधिक विकेट चटकाए
#3 दत्तू फडकर (8), 1947-48
दत्तू फडकर एक ऑलराउंडर खिलाड़ी थे , जिन्होंने भारत के लिए अपना टेस्ट डेब्यू आजादी के बाद 1947 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था। फडकर गेंद को दोनों तरफ स्विंग कराने में माहिर थे और विरोधियों के विकेट अपनी स्विंग गेंदबाजी से चटकाते थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी डेब्यू टेस्ट सीरीज में उन्होंने 4 मैचों में 8 विकेट चटकाए थे।
#2 जवागल श्रीनाथ (10), 1991-92
भारत के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक पूर्व गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने भी अपने टेस्ट डेब्यू घर के बाहर ऑस्ट्रेलिया में किया था। श्रीनाथ भारत के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक थे , जिन्होंने काफी लम्बे समय तक भारतीय तेज गेंदबाज का भार उठाया और शानदार प्रदर्शन भी किया। श्रीनाथ गेंद को स्विंग कराने में माहिर थे और अच्छा उछाल भी प्राप्त करते थे। अपनी डेब्यू टेस्ट सीरीज के पांच टेस्ट मैचों की 10 पारियों में श्रीनाथ ने 10 विकेट चटकाए थे।
#1 मोहम्मद सिराज (13), 2020-21
मोहम्मद सिराज जब ऑस्ट्रेलिया पहुंचे थे तो उनके पिता का देहांत हो गया लेकिन यह गेंदबाज वही रुका रहा और अपने पिता के सपने को भारत के लिए टेस्ट डेब्यू कर पूरा किया। सिराज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में डेब्यू किया। टीम के प्रमुख गेंदबाजों की गैरमौजूदगी में सिराज ने बखूबी तेज गेंदबाजों का नेतृत्व किया और हौसला बढ़ाया। अपनी डेब्यू सीरीज में सिराज ने 3 मैचों में 13 विकेट निकाले और मैच की एक पारी में पांच विकेट भी चटकाए।