महेंद्र सिंह धोनी किसी पहचान के मोहताज नहीं है। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी, कप्तानी और विकेटकीपिंग से अपना लोहा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में मनवाया है। वो अपनी कप्तानी में भारत को आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जिता चुके हैं, तो इसके साथ ही में आईपीएल में तीन बार चेन्नई सुपर किंग्स को चैंपियन बना चुके हैं।
2007 टी20 वर्ल्ड कप, 2011 वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी इन सभी टूर्नामेंट को भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में ही जीता। इसके अलावा धोनी सिर्फ बतौर कप्तान ही कारगार नहीं थे, बल्कि बतौर बल्लेबाज भी उन्होंने काफी छाप छोड़ी है। धोनी ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में 17,000 से ज्यादा रन बनाए और 16 शतक भी लगाए हैं।
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वैसे तो महेंद्र सिंह धोनी ने 2011 वर्ल्ड कप फाइनल समेत भारत को कई मैच अपने दम पर जिताए हैं। हालांकि धोनी द्वारा खेली गई काफी पारियां ऐसी भी रही, जिसमें उन्होंने खुूद तो काफी अच्छा किया, लेकिन भारत को उनमें हार मिली।
इस आर्टिकल में हम धोनी द्वारा खेली गई ऐसी ही पारियों के ऊपर नजर डालेंगे:
#) 95 रन vs वेस्टइंडीज, जून 2009
भारत ने 2009 में वेस्टइंडीज का दौरा किया था और सीरीज का दूसरा मुकाबला किंग्सटन में खेला गया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए 7-3 के स्कोर पर महेंद्र सिंह धोनी बल्लेबाजी करने आए और टीम ने 82 के स्कोर तक आठ विकेट गंवा दिए थे। हालांकि धोनी ने हार नहीं मानी और एक छोर को संभाले रखा। धोनी ने आरपी सिंह के साथ 101 रनों की साझेदारी करते स्कोर को 180 के पार पहुंचाया। महेंद्र सिंह धोनी ने 130 गेंदों में 6 चौके और दो छक्कों की बदौलत 95 रन बनाए और 188 के स्कोर पर आखिरी विकेट के रूप में आउट हुए।
धोनी की पारी की बदौलत ही भारत सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच पाया। हालांकि वेस्टइंडीज की टीम ने सिर्फ 2 विकेट खोकर 35वें ओवर में इस स्कोर को हासिल कर लिया। रवि रामपॉल को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
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