सीमित ओवरों वाले मुक़ाबलों में हमेशा लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम पर ज़्यादा दबाव रहता है क्योंकि उसे मैच जीतने के लिए हर हाल में लक्ष्य को हासिल करना होता है। हर टीम में हमेशा एक बल्लेबाज ऐसा होता है जो लक्ष्य का पीछा करने में माहिर होता है। ऐसे कई मौके होते हैं जब कोई एक बल्लेबाज अकेले दम पर अपनी टीम को लक्ष्य तक पहुंचा देता है।
कई मौकों पर ऐसा भी होता है कि किसी एक बल्लेबाज पर निर्भर न होते हुए पूरी टीम कई बल्लेबाजों के योगदान से लक्ष्य को हासिल करती है। एकदिवसीय मुकाबलों में ऐसे उदाहरण है, जब एक भी शतक नही लगा लेकिन टीम ने सफलतापूर्वक तीन सौ से अधिक के लक्ष्य को चेज किया।
इस लेख में हम ऐसे ही 3 सबसे कम हाईएस्ट व्यक्तिगत स्कोर का जिक्र करने जा रहे हैं जो वनडे में 300 से अधिक के लक्ष्य का पीछा करते हुए बने हैं।
इन बल्लेबाजों के नाम दर्ज है 300 से अधिक के रन चेज में सबसे कम हाईएस्ट व्यक्तिगत स्कोर
#3 गौतम गंभीर : 68 बनाम श्रीलंका, कराची (2008)
2008 में खेले गए एशिया कप के 11वें मुकाबले में श्रीलंका और भारत आमने-सामने थे। श्रीलंका ने टॉस जीतकर चमारा कपुगेदरा समेत दो अन्य बल्लेबाजों के अर्धशतकों की मदद से 50 ओवर में 308/8 का स्कोर बनाया था।
भारत ने 47वें ओवर में ही चार विकेट खोकर 310 रन बनाते हुए मैच अपने नाम किया था। भारत की जीत में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर 68 रनों का था, जो गौतम गंभीर ने बनाया था। मैच में 67 रन बनाने वाले एमएस धोनी को प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया था।
#2 शोएब मालिक : 65 बनाम भारत, अहमदाबाद (2005)
2005 में भारत दौरे पर आई पाकिस्तान ने वनडे सीरीज का चौथा मुकाबला अहमदाबाद में खेला था। इस मैच से पहले छह मैचों की सीरीज में भारतीय टीम 2-1 से आगे थी। मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने पूरे ओवर खेलकर 315/6 का स्कोर बनाया।
जवाब में लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने 48 ओवर में 7 विकेट खोकर 319 रन बनाते हुए मैच जीतने में कामयाबी हासिल की थी। पाकिस्तान के लिए सबसे ज्यादा रन शोएब मालिक ने बनाये थे। उनके बल्ले से 65 रन निकले थे। हालाँकि प्लेयर ऑफ़ द मैच इंजमाम उल हक़ को चुना गया था, जिन्होंने 59 गेंदों में 60 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
#1 अक्षर पटेल : 64 बनाम वेस्टइंडीज, पोर्ट ऑफ़ स्पेन (2022)
वेस्टइंडीज दौरे पर भारत ने सीरीज के दूसरे मुकाबले में दो विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की थी। टॉस जीतकर वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। टीम के लिए शाई होप ने शानदार बल्लेबाजी की थी और शतक बनाते हुए 115 रन की पारी खेली थी। कप्तान निकोलस पूरन ने भी अर्धशतक लगाया था। इस तरह पूरे ओवर खेलकर कैरेबियाई टीम ने 311/6 का स्कोर बनाया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने एक समय 205 के स्कोर पर पांच विकेट गंवा दिए थे और मैच पकड़ से निकल रहा था। यहाँ से अक्षर पटेल ने आक्रामक बल्लेबाजी की और 35 गेंदों में नाबाद 64 रन बनाते हुए अंतिम ओवर में भारतीय टीम को छक्का मारकर जीत दिलाई थी। अक्षर भारत के लिए सर्वोच्च स्कोर बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे।