3 instances of 2 batters hits a hundred in T20I: टी20 में शतक बनाना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होता है। टी20 की पारी में पूरी टीम को सिर्फ 120 गेंदें खेलने को मिलती हैं, इसलिए किसी एक बल्लेबाज के 3 अंकों के आंकड़े को पार करने की संभावना बहुत कम होती है। इस फॉर्मेट में अगर कोई बल्लेबाज 30 रन भी बनाने में सफल हो जाए, तो उसे एक बढ़िया पारी माना जाता है।
हालांकि, कुछ बल्लेबाज सबसे छोटे प्रारूप में शतक बनाने में सफल रहे हैं। ऐसे कई बल्लेबाज हैं जो गेंदबाजों पर रहम दिखाना पसंद नहीं करते और अपनी टीमों को बोर्ड पर शानदार स्कोर बनाने में मदद करते हैं। टी20 इंटरनेशनल में अब तक सिर्फ तीन ही ऐसे मौके आए हैं, जब मैच में एक टीम के दो बल्लेबाजों ने शतकीय पारियां खेलीं। इस आर्टिकल में हम उन्हीं 3 मैचों का जिक्र करेंगे।
3. संजू सैमसन और तिलक वर्मा (भारत)
भारत की ओर से इस उपलब्धि को संजू सैमसन और तिलक वर्मा ने हासिल किया। 15 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए मैचों में इन दोनों बल्लेबाजों ने कोहराम मचा दिया। सैमसन और तिलक ने मिलकर रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी। लगातर दो पारियों में डक पर आउट होने वाले सैमसन ने नाबाद 109 रन बनाए थे। वहीं, तिलक ने 47 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 120 रन बनाए। दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए 210 रनों की नाबाद साझेदारी हुई थी। इन पारियों की मदद से भारत ने 283/1 का स्कोर खड़ा किया था। भारतीय टीम मैच को 125 रन से जीतने में सफल रही। बता दें कि फुल मेंबर्स में ऐसा कारनामा करने वाली सैमसन और तिलक की जोड़ी के अलावा कोई नहीं कर पाया है।
2. सबावून डेविजी और डायलन स्टेन (चेक रिपब्लिक)
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर चेक रिपब्लिक के बल्लेबाजों सबावून डेविजी और डायलन स्टेन की जोड़ी है। इन दोनों ने 12 मई, 2022 को वैलेटा कप में बुल्गारिया के खिलाफ खेले मैच में यह अनोखी उपलब्धि हासिल की। डेविजी और स्टेन ने पारी की शुरुआत करते हुए 18 ओवर में 220 रन की शानदार साझेदारी की थी। स्टेन ने 55 गेंदों पर 106 रन बनाकर अपना विकेट खो दिया था, जबकि डेविजी (115*) पारी के अंत तक नाबाद रहे। चेक रिपब्लिक ने मुकाबले को 88 रन से जीता था।
1. लैचलन यामामोटो-लेक और केंडल काडोवाकी-फ्लेमिंग (जापान)
इस साल की शुरुआत में 15 फरवरी को खेले गए ईस्ट एशिया कप मैच में लैचलन यामामोटो-लेक और केंडल काडोवाकी-फ्लेमिंग की जापानी जोड़ी ने चीनी गेंदबाजी आक्रमण को तहस-नहस कर दिया था। दोनों सलामी बल्लेबाजी पूरे 20 खेलने के बाद नाबाद रहे थे। लैचलन ने 68 गेंदों में नाबाद 134 रन बनाए थे, जबकि उनके जोड़ीदार केंडल ने 53 गेंदों में 109* रन बनाए थे। इस मैच में जापान ने चीन को 180 रन से शिकस्त दी थी।