इरफान पठान जो कि भारतीय क्रिकेट टीम के वो सितारे हैं जिन्हें हम सब ने बड़े होते हुए देखा है, उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है। विश्व क्रिकेट में अपनी अलग पहचान बनाने वाले, पठान का करियर दो विपरीत हिस्सों की कहानी था।
पहले हाफ में उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों के साथ भारत के लिए खेल जीते, जबकि दूसरा हाफ में वो अपनी फ़िटनेस से जूझते रहे, और अपने मौके का इंतजार करते रहे। इरफान ने 28 साल की उम्र में टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था। उनके आखिरी वनडे में उन्हें पांच विकेट मिले था। वह 173 एकदिवसीय विकेटों की संख्या के साथ एकमात्र गेंदबाज हैं, जिन्हें कभी विश्व कप खेलने को नहीं मिला।
फिर भी, इरफान पठान ने अपने रुकते और चलते हुए क्रिकेट कैरियर से बहुत कुछ दिया और आज हम उन्हीं के 3 बेहतरीन पल याद करने वाले हैं।
#3 जब पठान भाईयों ने बल्ले के साथ दिखाया दम
10 फरवरी, 2009 से पहले, दोनों भाइयों ने एक साथ कभी बल्लेबाजी नहीं की थी। एकदिवसीय श्रृंखला 4-1 से जीतने के बाद, टीम इंडिया एकमात्र टी20 में 175 रनों का पीछा करते हुए 115 रन पर 7 विकेट खो दिए थे।
ऊपरी क्रम के बल्लेबाजी को आउट कर दिया गया था और श्रीलंका जीत के करीब थी। लेकिन इरफान और यूसुफ पठान, पठान भाइयों, ने ऐसा नही होने दिया। दोनों ने अगली 25 गेंदों में 60 रनों के स्कोर पर श्रीलंका की गेंदबाजी इकाई का सफाया कर दिया। इरफान ने 16 गेंदों में 33 रनों की पारी खेली, जबकि यूसुफ ने 10 गेंदों में 22 रनों की पारी खेलकर भारत को एक चमत्कारिक जीत दिलाई।
#2 टेस्ट हैट्रिक बनाम पाकिस्तान
भारत बनाम पाकिस्तान के बीच लाहौर और फैसलाबाद में दो ड्रॉ के बाद टेस्ट श्रृंखला 0-0 पर थी। कराची में टेस्ट सीरीज़ जीतने के लिए दोनों पक्ष बेताब थे। पाकिस्तान अहम टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करता है। उनकी बल्लेबाजी इकाई ज़ोरदार रूप में थी; भारत को कदम बढ़ाने के लिए अपने गेंदबाजों की जरूरत थी। भारत को कदम बढ़ाने के लिए इरफान पठान की जरूरत थी
बाएं हाथ के स्विंग गेंदबाज ने सलामी बल्लेबाज सलमान बट को न केवल एक सुंदर आउटस्विंगर के साथ, बल्कि युनिस खान और मोहम्मद यूसुफ को भी लगातार डिलीवरी पर पवेलियन वापस भेजते हुए, पहले ही ओवर में पाकिस्तान के 0 रन पर 3 विकेट झटक दिए।
इरफ़ान पठान न केवल टेस्ट मैच हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय पेसर बने बल्कि टेस्ट मैच के शुरुआती ओवर में ऐसा करने वाले पहले गेंदबाज भी बने थे।
#1 भारत बनाम पाकिस्तान, टी20 विश्व कप फाइनल
पाकिस्तान के साथ में कुछ ऐसा था जो हमेशा इरफ़ान पठान को सबसे अच्छा बनाता था। चाहे वह 2004 और 2006 की श्रृंखला थी या 2007 में टी 20 विश्व कप था। लोग गौतम गंभीर की बल्लेबाजी ,आरपी सिंह के शुरुआती विकेट, एमएस धोनी की कप्तानी और निश्चित रूप से जोगिंदर शर्मा के आखिरी ओवरों के बारे में बात करते हैं।
लेकिन, अक्सर वे उस तनावपूर्ण फाइनल के बीच के ओवरों में इरफान पठान के योगदान को भूल जाते हैं। पठान वही थे, जिन्होंने बीच के ओवरों में धमाकेदार गेंदबाज़ी की थी, उन्होंने शोएब मलिक, खतरनाक शाहिद अफरीदी और खतरनाक दिखने वाले यासिर अराफ़ात को आउट किया। 3/16 की उनकी इस गेंदबाज़ी की बदौलत भारत, पाकिस्तान को हराने में सफल रहा था और इसीलिए उन्हें 'प्लेयर ऑफ द मैच' के अवॉर्ड से सम्मानित भी किया गया था।