ऑस्ट्रेलियाई धरती पर अपनी जीत का डंका बजाने के बाद भारतीय टीम अब किवी टीम से सामना करने के लिए न्यूज़ीलैण्ड पहुँच चुकी है। 23 जनवरी से दोनों देश 5 वनडे और 3 टी-20 मैचों की श्रृंखला खेलेगी। श्रृंखला की शुरुआत वनडे मैचों से होगी जिसका पहला मैच 23 जनवरी को नेपियर में भारतीय समय अनुसार सुबह के 7:30 बजे से खेला जायेगा।
एक तरफ टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के धरती पर हराने का रिकॉर्ड कायम किया वहीं दूसरी तरफ न्यूज़ीलैण्ड ने भी अपनी मेजबानी में श्रीलंका को क्लीन स्वीप किया। ऐसे में दोनों ही देशों के बीच का यह श्रृंखला काफी दिलचस्प होने वाला है। बता दे की आईसीसी के वनडे रैंकिंग में भारतीय टीम दूसरे स्थान पर है वहीं न्यूज़ीलैण्ड की टीम तीसरे स्थान पर है।
मालूम हो कि भारतीय टीम ने न्यूज़ीलैण्ड के सरजमीं पर अभी तक कुल 31 वनडे मुकाबले खेलें है जिसमें से केवल 9 में ही जीत दर्ज कर पायी है। जबकि 18 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है वही एक मैच टाई रहा है और 3 मैच बेनतीजा।
न्यूज़ीलैण्ड टीम की बात करें तो ऑस्ट्रेलियाई टीम के मुकाबले कहीं ज्यादा मजबूत है, एक ओर जहाँ स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर की कमी के कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम कमजोर बल्लेबाज़ी से जूझ रही है। वहीं न्यूज़ीलैण्ड के पास कई ऐसे बल्लेबाज़ है जो अपने दम पर मैच को किसी भी समय अपने पक्ष में ले जा सकते है।
बीतें दिनों न्यूज़ीलैंड ने श्रीलंका को तीन वनडे मैचों की द्विपक्षीय श्रृंखला में बड़े ही आसानी से 3-0 से हराया था। ऐसे में अगर भारतीय टीम को न्यूज़ीलैंड से यह श्रृंखला जितनी है तो न्यूज़ीलैंड के कुछ बल्लेबाज़ों को शांत करना जरूरी है। तो चलिए जानते है वह कौन कौन से किवी बल्लेबाज़ है जो भारतीय गेंदबाजों के लिए कठिनाई पैदा कर सकते हैं और जीत में रोड़ा बन सकते हैं।
1. केन विलियमसन
केन विलियमसन किसी भी टीम के लिए उतने ही खतरनाक साबित होते हैं जितने भारतीय कप्तान विराट कोहली, भारतीय कप्तान विराट कोहली की तरह ही केन विलियमसन तीसरे स्थान पर बल्लेबाज़ी करने आते है और टीम को मध्यक्रम में काफी मजबूती प्रदान करते हैं।
बल्लेबाज़ी के साथ साथ केन विलियमसन एक चतुर कप्तान भी हैं जो अपने खिलाड़ियों से ख़राब स्थिति में भी बेहतर प्रदर्शन करनवाने की क्षमता रखते हैं, केन विलियमसन की कप्तानी में पिछले साल हैदराबाद की टीम ने आईपीएल के फाइनल तक का सफर तय किया था।
वनडे क्रिकेट में केन विलियमसन का रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है। उन्होंने अभी तक अपने करियर में खेले गए कुल 132 मैचों के 126 पारियों में लगभग 46 के औसत से कुल 5317 रन बनाये हैं। वनडे क्रिकेट में विलियमसन के नाम 11 शतक और 35 अर्धशतक भी दर्ज है, जहाँ पर उनका सर्वाधिक स्कोर 145 का है।
2. मार्टिन गप्टिल
टीम को विस्फोटक शुरुआत दिलाने वाले मार्टिन गप्टिल भारतीय गेंदबाज़ो के लिए सबसे बड़ा मुसीबत बन सकते हैं, गप्टिल ने वनडे क्रिकेट में एक दोहरा शतक भी लगाया है साथ ही टीम को यह काफी अच्छी शुरुआत दिलाने में कामयाब होते हैं।गप्टिल के वनडे करियर की बात करें तो इन्होनें अभी तक 162 मैचों में 43 के औसत से बल्लेबाज़ी करते हुए 6129 रन बनाये हैं, जिसमें कुल 14 शतक और 34 अर्धशतक भी शामिल है।
गुप्टिल ने पिछले ही दिनों श्रीलंका के विरुद्ध शतक लगाकर वनडे क्रिकेट में अपने 6 हज़ार रन पूरा किए थे। बता दे की गुप्टिल ने इसी के साथ भारतीय विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा के तेज 6 हज़ार रन के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है।
वनडे क्रिकेट में इस मुकाम तक पहुँचने में गुप्टिल को 157 इनिंग खेलनी पड़ी जबकि धोनी और रोहित ने इस मुकाम को हासिल करने के लिए क्रमशः 162 और 166 इनिंग लिया था।
3. रॉस टेलर
रॉस टेलर न्यूज़ीलैण्ड टीम के मध्यक्रम बल्लेबाज़ी की सबसे मजबूत पिलर में से एक है, बीतें दिनों हुए श्रीलंका के विरुद्ध तीन मैचों की वनडे श्रृंखला में टेलर ने 54, 90 और 137 रनों की पारियां खेली थी। बता दे की न्यूज़ीलैण्ड के तरफ से वनडे क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने के मामले में टेलर दूसरे स्थान पर हैं।
टेलर ने अपने करियर में अभी तक कुल 210 वनडे मैच खेले है जिसमें उन्होंने करीब 48 के औसत से कुल 7709 रन बनाये है। साथ ही टेलर के नाम 20 शतक और 45 अर्धशतक भी दर्ज है। बॉउंड्रीज़ की बात करें तो रॉस टेलर ने अपने वनडे करियर में कुल 632 चौके और 135 छक्के भी लगाए हैं।
बता दें कि रॉस टेलर आईसीसी के वर्तमान वनडे रैंकिंग में 801 अंको के साथ तीसरे स्थान पर है जबकि विराट कोहली (899) और रोहित शर्मा (871) पहले और दूसरे स्थान पर बने हुए है।