भारतीय क्रिकेट में अभी तक कई बेहतरीन कप्तान हुए हैं, जिन्होंने अपनी कप्तानी से टीम को नई बुलंदियों तक पहुंचाया। कपिल देव, मोहम्मद अजहरुद्दीन, सौरव गांगुली, एम एस धोनी और विराट कोहली समेत कई दिग्गज कप्तान हैं, जिनकी कप्तानी में टीम ने नए आयाम स्थापित किए।
कपिल देव और एम एस धोनी की कप्तानी में भारत ने वर्ल्ड कप के खिताब अपने नाम किए। वहीं सौरव गांगुली को श्रेय जाता है कि उनकी कप्तानी में टीम ने विदेशी सरजमीं पर जाकर जीतना शुरु किया। बीच में कुछ समय के लिए राहुल द्रविड़ और अनिल कुंबले भी भारतीय टीम के कप्तान बने।
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हालांकि इन सबके बीच कुछ दिग्गज खिलाड़ी ऐसे भी थे, जिन्हें अगर कप्तानी का मौका मिलता तो वे काफी सफलता हासिल कर सकते थे। दिग्गज कप्तानों की मौजूदगी की वजह से इन्हें वो मौका नहीं मिला। तो आइए जानते हैं कि वो 3 खिलाड़ी कौन-कौन से हैं जिन्हें अगर मौका मिलता तो वे एक बेहतरीन कप्तान साबित हो सकते थे।
3.वीरेंदर सहवाग
वीरेंदर सहवाग एक विस्फोटक सलामी बल्लेबाज थे। उन्हें उनकी ताबड़तोड़ पारियों के लिए जाना जाता था। लेकिन इसके साथ ही सहवाग काफी रणनीति बनाने में भी माहिर थे और इसका पता आईपीएल में उनकी कप्तानी से चलता है। उन्होंने आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स और किंग्स इलेवन पंजाब की कप्तानी की।
इसके अलावा सहवाग ने भारत के लिए भी 4 टेस्ट, 12 वनडे और एक टी20 मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की। 4 टेस्ट मैचों में उनकी कप्तानी में भारत ने 2 जीते, 1 हारे और 1 मैच ड्रॉ हुआ। इसके अलावा 12 वनडे में से 7 जीते और 5 हारे और एकमात्र टी20 मैच में भी जीत मिली। इन आंकड़ों को देखकर कह सकते हैं कि अगर उन्हें ज्यादा कप्तानी का मिलता तो शायद वे एक सफल कप्तान साबित हो सकते थे।
2.सुरेश रैना
सुरेश रैना भी काफी दिग्गज खिलाड़ी हैं। उन्हें उनकी शानदार फील्डिंग और निचले क्रम में आकर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है। उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज में भारतीय टीम की कप्तानी भी की थी। उन्होंने 12 वनडे और 3 टी20 मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की थी। 12 में से 6 वनडे में उन्हें जीत मिली थी और 5 में हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा एक मैच रद्द हुआ था। वहीं 3 टी20 मैचों में से तीनों में उन्हें जीत मिली थी।
इसके अलावा सुरेश रैना आईपीएल में दो साल तक गुजरात लॉयंस की कप्तानी भी की थी। इनमें से एक सीजन में उनकी टीम अंकतालिका में टॉप पर रही थी। ऐसे में इन आंकड़ों को देखकर कहा जा सकता है कि अगर उन्हें ज्यादा मौके मिलते तो वो शायद एक बेहतरीन कप्तान साबित हो सकते थे।
1.गौतम गंभीर
गौतम गंभीर भारत के एक जबरदस्त बल्लेबाज थे। 2007 और 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में उनकी बेहतरीन पारी को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। इसके अलावा उनके अंदर नेतृत्व क्षमता भी कूट-कूटकर भरी हुई थी। उसका अंदाजा आप उनके इस आंकड़े को देखकर लगा सकते हैं। गौतम गंभीर ने 6 वनडे मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की थी और उन सभी 6 मैचों में टीम को जीत मिली थी।
इसके अलावा उन्होंने अपनी कप्तानी में आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स को 2 बार चैंपियन बनाया। ऐसे में कहा जा सकता है कि अगर गंभीर को कप्तानी के ज्यादा मौके मिलते तो वे काफी सफल साबित हो सकते थे।