भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) ने ऑस्ट्रेलिया को 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-1 से हराया। भारत ने लगातार दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया को उनके घर में टेस्ट सीरीज में हराया है। इससे पहले भारतीय टीम ने 2018-19 में भी विराट कोहली की कप्तानी ऑस्ट्रेलिया में जाकर 2-1 से सीरीज जीती थी।
ब्रिस्बेन में खेले गए चौथे टेस्ट में भारतीय टीम ने 3 विकेट से रोमांचक जीत दर्ज करते हुए इतिहास रचा और काफी सालों बाद ऑस्ट्रेलिया को गाबा में टेस्ट मैच में हार मिली है।
हालांकि भारतीय टीम की यह ऐतिहासिक जीत बहुत ही यादगार है और इसे आने वाले सालों तक याद रखा जाएगा। 19 जनवरी को भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया, लेकिन यह तारीख भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत यादगार है।
इस आर्टिकल में हम उन कारणों पर नजर डालेंगे कि क्यों 19 जनवरी भारतीय क्रिकेट टीम और फैंस के लिए बहुत ही यादगार है:
#) भारतीय टीम ने ब्रिस्बेन में जीता पहला टेस्ट मैच और सीरीज पर किया कब्जा
ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड बहुत ही ज्यादा शानदार है और मेजबान टीम 1988 से यहां कोई टेस्ट नहीं हारा था। भारतीय टीम का रिकॉर्ड भी काफी ज्यादा खराब था और टीम ने एक भी जीत नहीं दर्ज की थी। हालांकि 19 जनवरी 2021 को भारत ने न सिर्फ ब्रिस्बेन में पहला टेस्ट मैच जीता और साथ ही में सीरीज पर 2-1 से कब्जा किया।
भारत को टेस्ट मैच के आखिरी दिन जीतने के लिए 324 रनों की दरकार थी, जिसे भारत ने 7 विकेट खोकर हासिल कर लिया। भारत के लिए ऋषभ पंत, शुभमन गिल और चेतेश्वर पुजारा ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेलकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। भारतीय टीम 19 जनवरी 2021 को आने वाले कई सालों तक याद रखेगा।
#) भारत ने 19 जनवरी 2008 पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को हराकर इतिहास रचा था
16 जनवरी 2008 से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पर्थ में चार टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला खेला गया था। ऑस्ट्रेलिया की टीम इस टेस्ट से पहले यहां 1977 में आखिरी बार वेस्टइंडीज से हारी थी। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम 2-0 की बढ़त लेकर आई थी और पूरा दबाव भारतीय टीम के ऊपर था।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 330 रन बनाए, जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने अपनी पहली पारी में 212 रन बनाए थे। भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी में 294 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया को जीतने के लिए 413 रनों का लक्ष्य दिया। हालांकि ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी में 340 रनों पर ऑलआउट हो गई और भारत ने 72 रनों से इस मैच को जीत लिया था। इस मैच का अंत भी 19 जनवरी को ही हुआ था और इसी दिन ऑस्ट्रेलिया के नहीं हारने का रिकॉर्ड लंबे समय बाद टूटा था।
#) युवराज सिंह ने अपने वनडे करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 19 जनवरी को ही बनाया था
भारतीय टीम के सबसे बड़े मैच विनर की बात जब होती है तो निश्चित ही युवराज सिंह का नाम उसमें सबसे ऊपर आता है। युवराज सिंह ने अपने वनडे करियर में 300 से ऊपर वनडे खेले और इस बीच कई मैच जिताऊं पारी वो खेल चुके हैं। हालांकि वनडे में उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर 19 जनवरी 2017 को ही बनाया था।
19 जनवरी 2017 को भारत और इंग्लैंड के बीच कटक में सीरीज का दूसरा वनडे खेला गया था। भारतीय टीम का स्कोर 25-3 था, जब युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी एक साथ क्रीज पर मौजूद थे।
इस स्थिति पर दोनों बल्लेबाजों ने 256 रनों की मैराथन साझेदारी करते हुए भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। युवराज सिंह ने इस मैच में 127 गेंदों में 3 छक्के और 21 चौकों की मदद से 150 रन बनाए, जोकि उनके वनडे करियर का बेस्ट स्कोर है। युवी के अलावा धोनी ने भी 134 रनों की पारी खेली, जिसके दम पर भारत ने 15 रनों से हाई स्कोरिंग मैच जीता था। निश्चित ही 19 जनवरी को याद करने के लिए फैंस के पास काफी कारण हैं।