कैनबरा में अंतिम वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद भारतीय टीम ने टी20 सीरीज के पहले मैच में भी वहां जीत दर्ज की है। भारतीय टीम ने इस बार ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले ज्यादा बेहतर बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। ऑस्ट्रेलिया की टीम के खिलाफ भारतीय टीम की तगड़ी रणनीति रही और यह काम भी कर गई। हालांकि बल्लेबाजी के दौरान भारतीय टीम का प्रदर्शन उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा लेकिन ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी के दौरान गेंदबाजों ने काम बखूबी किया है। वनडे सीरीज के शुरुआती दो मैचों में भी भारतीय गेंदबाजी ज्यादा अच्छी नहीं रही थी जिसका फायदा कंगारुओं ने उठाया लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ।
ऑस्ट्रेलिया की टीम मैच में प्रयास करने के बाद भी हार गई। सबसे अहम बात यह रही कि टी20 के जमाने में 162 रन के मामूली स्कोर का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम को 11 रनों से पराजय का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया की टीम के गेंदबाजों ने अपना काम अच्छी तरह किया लेकिन बल्लेबाजी के दौरान टीम लड़खड़ा गई और उन्हें एक हार का सामना करना पड़ा। मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की हार के तीन कारणों का जिक्र इस आर्टिकल में किया गया है।
ऑस्ट्रेलिया की हार के 3 कारण
केएल राहुल का अर्धशतक
बल्लेबाजी के दौरान जब भारतीय टीम के विकेट गिर रहे थे उस समय केएल राहुल क्रीज पर खड़े होकर रन बना रहे थे। 40 गेंदों का सामना कर उन्होंने 51 रनों की पारी खेली। यह पारी कम स्कोर के इस मैच में काफी उपयोगी साबित हुई। केएल राहुल ने अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए बल्लेबाजी की। उनकी यह पारी ऑस्ट्रेलिया की हार का कारण बनी।
रविन्द्र जडेजा की तूफानी पारी
रविन्द्र जडेजा ने अंतिम समय में आकर भारतीय पारी को चार्ज करने का काम किया। रविन्द्र जडेजा ने अंतिम ओवरों में तूफ़ानी बल्लेबाजी करते हुए 23 गेंदों पर नाबाद 44 रन बनाकर भारतीय टीम का कुल स्कोर 161 रन तक पहुंचा दिया। रविन्द्र जडेजा की इस ताबड़तोड़ पारी के कारण टीम को सपोर्ट मिला।
युजवेंद्र चहल की घातक गेंदबाजी
बल्लेबाजी के दौरान रविन्द्र जडेजा के सिर में गेंद लगने के बाद युजवेंद्र चहल को कनकशन नियम के तहत मैदान पर उतारने की योजना कारगर साबित हुई। युजवेंद्र चहल ने बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए 4 ओवर में 25 रन देकर 3 विकेट चटकाए। चहल ने अपनी गेंदबाजी में स्टीव स्मिथ और आरोन फिंच जैसे बड़े खिलाड़ियों को आउट कर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को बैकफुट पर धकेल दिया।