Sanju Samson Irani Cup: भारत में इस समय क्रिकेट का रोमांच चरम पर है। एकतरफ टीम इंडिया टेस्ट सीरीज में बांग्लादेश से टक्कर ले रही है, दूसरी तरफ घरेलू क्रिकेट भी जारी है। हाल ही में दलीप ट्रॉफी का आयोजन हुआ और अब ईरानी कप खेला जाना है। ईरानी कप 1 से 5 अक्टूबर के बीच लखनऊ में होना है, जिसमें हालिया रणजी सीजन जीतने वाली मुंबई का सामना रेस्ट ऑफ इंडिया की टीम से होगा। दोनों ही टीम के स्क्वाड मंगलवार (24 सितंबर) को घोषित हो गए। मुंबई ने अपने सभी प्रमुख खिलाड़ियों को चुना है, जिसमें कप्तान अजिंक्य रहाणे, श्रेयस अय्यर, पृथ्वी शॉ और शार्दुल ठाकुर जैसे नाम शामिल हैं। वहीं रेस्ट ऑफ इंडिया में कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ के नेतृत्व में ज्यादातर उन खिलाड़ियों को ही मौका मिला है, जिन्होंने दलीप ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया।
हालांकि, कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे जिनका चयन ईरानी कप के लिए नहीं हुआ। नजरअंदाज किए गए खिलाड़ियों में संजू सैमसन का नाम भी शामिल है, जिन्होंने दलीप ट्रॉफी में रिप्लेसमेंट के रूप में जगह मिलने पर इंडिया डी की तरफ से खेलते हुए 2 मैच की 4 पारी में 49 की औसत से 196 रन बनाए, जिसमें एक शतक भी शामिल रहा। सैमसन टीम इंडिया के टेस्ट स्क्वाड का भी हिस्सा नहीं हैं, ऐसे में उनका ईरानी कप के लिए ना चुना जाना थोड़ा हैरानी भरा है। इस आर्टिकल में हम उन 3 कारणों का जिक्र करने जा रहे हैं, जो सैमसन को ना चुने जाने के पीछे हो सकते हैं।
3. ईशान किशन का उपलब्ध होना
रेस्ट ऑफ इंडिया के स्क्वाड में ईशान किशन को मुख्य विकेटकीपर के रूप में जगह मिली है। ईशान ने हाल ही में घरेलू क्रिकेट में वापसी की और तब से दो शतक जड़ चुके हैं। उन्होंने बुची बाबू टूर्नामेंट में अपने पहले ही मैच में शतक जड़ा था और फिर दलीप ट्रॉफी के दूसरे राउंड में भी 111 रन की शतकीय पारी खेली थी। दूसरी तरफ, संजू सैमसन को दलीप ट्रॉफी में भी पहले जगह नहीं मिली थी लेकिन ईशान के चोटिल होने के कारण ही उन्हें मौका मिला था। ऐसे में साफ पता चलता है कि सैमसन विकेटकीपर के रूप में पहली पसंद नहीं थे।
2. बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज
भारत को बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज के बाद, 6 अक्टूबर से तीन मैचों की टी20 सीरीज भी खेलनी है। इस सीरीज के लिए सैमसन के भी चुने जाने की उम्मीद है, क्योंकि वह श्रीलंका में टी20 स्क्वाड का हिस्सा थे और फिर कुछ मैच भी खेले थे। ऐसे में यह एक वजह हो सकती है कि उन्हें सबसे छोटे फॉर्मेट पर ध्यान केंद्रित करने का समय दिया गया हो।
1. टेस्ट की योजनाओं में ना होना
संजू सैमसन ने भारत के लिए अभी तक टी20 और वनडे फॉर्मेट ही खेला है, जबकि टेस्ट में अभी तक डेब्यू नहीं किया है। आगे भी सैमसन को मौका मिलने की उम्मीद कम है, क्योंकि नियमित विकेटकीपर ऋषभ पंत वापस आ चुके हैं, वहीं बैकअप में ध्रुव जुरेल भी हैं। जुरेल को ईरानी कप के लिए भी चुना गया है। हालांकि, वह अगर टीम इंडिया की प्लेइंग 11 का हिस्सा नहीं बनते हैं तभी चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे। ऐसे में सैमसन के टेस्ट की योजनाओं में शामिल ना होने का संकेत मिलता है और शायद इसी वजह से चयनकर्ताओं ने उन्हें नहीं चुना।