India vs Australia Adelaide test: भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 की शुरुआत जबरदस्त तरीके से पर्थ में की। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट को टीम इंडिया ने 295 रनों के अंतर से अपने नाम किया और सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद, भारत ने कैनबरा में अभ्यास मैच में प्राइम मिनिस्टर 11 को भी रौंदा। अब भारत और ऑस्ट्रेलिया को डे-नाइट टेस्ट में टक्कर लेनी है, जो कि गुलाबी गेंद से होगा। इस मुकाबले की शुरुआत 6 दिसंबर से एडिलेड में होगी। इसके लिए दोनों ही टीमें तैयारियों में जुटी हुई हैं। इन सब के बीच भारतीय कप्तान रोहित शर्मा काफी ज्यादा चर्चा में है, जिसके पीछे बड़ा कारण उनकी बल्लेबाजी पोजीशन है।
दरअसल, रोहित शर्मा पर्थ टेस्ट में निजी कारणों से उपलब्ध नहीं थे। इसी वजह से उनकी जगह केएल राहुल ने ओपनिंग की और अब उनके अच्छे प्रदर्शन के कारण रोहित ने अभ्यास मैच में खुद को नंबर 4 पर बल्लेबाजी के लिए उतारा। हालांकि, रोहित का यह प्रयोग सफल नहीं रहा और वह खुद सस्ते में आउट हो गए। इस बीच कुछ दिग्गज उन्हें ओपनिंग जारी रखने का सुझाव दे रहे हैं, लेकिन हम आपको 3 बड़े कारण बताने जा रहे हैं कि क्योंकि उन्हें एडिलेड टेस्ट में पारी की शुरुआत नहीं करनी चाहिए।
3. रोहित शर्मा का खराब फॉर्म
टेस्ट क्रिकेट में पिछले कुछ समय से रोहित शर्मा का बल्ला खामोश रहा है। इस बार टीम इंडिया के घरेलू सीजन में रोहित के बल्ले से सिर्फ एक अर्धशतक आया और इसका खामियाजा भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ उठाना भी पड़ा। रोहित ने पिछली 10 टेस्ट पारियों में सिर्फ 133 रन बनाए हैं और उनका सर्वाधिक स्कोर 52 रहा है। साफ़ पता चल रहा है कि उनका फॉर्म अच्छा नहीं है।
2. तेज गेंदबाजों के खिलाफ लगातार आउट होना
रोहित शर्मा की दूसरी बड़ी समस्या तेज गेंदबाजों के खिलाफ आउट होना है। पिछली 10 पारियों में उन्हें कई बार तेज गेंदबाजों ने अपना शिकार बनाया। यहां तक कि न्यूजीलैंड के खिलाफ स्पिन पिचों पर भी वह कई मौकों पर तेज गेंदबाजों के सामने जूझते नजर आए। ऐसे में गुलाबी गेंद से तेज गेंदबाजों के खिलाफ रोहित का पारी की शुरूआत करने का फैसला काफी जोखिम भरा हो सकता है। इसी वजह से उन्हें इससे बचना चाहिए।
1. केएल राहुल बेहतर प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले केएल राहुल की खराब प्रदर्शन के कारण काफी आलोचना हो रही थी लेकिन उन्होंने पर्थ टेस्ट की दोनों पारियों में जिस अंदाज से बल्लेबाजी की, उसकी वजह से टीम इंडिया को जीत में मदद मिली। राहुल ने पहले टेस्ट की दोनों पारियों में काफी अच्छे से नई गेंद का सामना किया और दूसरी पारी में अर्धशतक भी लगाया था। इसी वजह से एक बार फिर से यशस्वी जायसवाल का जोड़ीदार बनने के मामले में उनकी दावेदारी मजबूत दिख रही है।