शारजाह के छोटे मैदान पर दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच मैच को लेकर अनुमान लगाया जा रहा था कि वहां काफी रन बनेंगे और ऐसा ही हुआ। कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए मामला उल्टा पड़ गया और उन्हें हार का सामना भी करना पड़ा। हालांकि मुकाबला दोनों टीमों के लिए ही मुश्किल रहा लेकिन अंत में दिल्ली ने बाजी मार ली। कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम लक्ष्य का पीछा कर रही थी। लिहाजा इस टीम के ऊपर थोड़ा दबाव भी था।
दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने पहले बल्लेबाजी में बेहतर खेल दिखाया और बाद में गेंदबाजी और फील्डिंग के दम पर छोटे मैदान के बाद भी मैच में 18 रनों से जीत हासिल की। दिल्ली कैपिटल्स ने यह दिखा दिया कि क्यों उन्हें इस साल सबसे बेहतरीन टीमों में गिना जाता है। तीनों क्षेत्रों में बेहतरीन खेल के दम पर ही किसी टीम को जीत मिल सकती थी और दिल्ल्ली कैपिटल्स ने वही करके दिखाया। इस आर्टिकल में केकेआर की हार के तीन अहम कारणों के बारे में बताया गया है।
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कोलकाता नाइटराइडर्स की हार के 3 कारण
खराब गेंदबाजी
यह मान सकते हैं कि शारजाह का मैदान छोटा है इसलिए गेंदबाजों की पिटाई वहां लाजमी थी लेकिन छह में से पांच गेंदबाजों ने 11 से ज्यादा की औसत से रन दिए हैं। इसका मतलब यही है कि केकेआर के गेंदबाजों ने सही लेंथ नहीं रखी। अंतिम ओवरों में जिस तरह दिल्ली के बल्लेबाजों ने तेजी से रन बनाए, उससे यह बात और ज्यादा बेहतर तरीके से साबित हो जाती है।
श्रेयस अय्यर की पारी
दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने 38 गेंद पर नाबाद 88 रन की पारी खेली थी। इस पारी के कारण ही दिल्ली का कुल स्कोर 228 रन तक पहुंच पाया। इससे कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए मुश्किलें खड़ी हुई और दिल्ली का पलड़ा मैच की दूसरी पारी के दौरान भारी नजर आने लगा।
मुख्य बल्लेबाजों की खराब बल्लेबाजी
बड़ा लक्ष्य मिलने के बाद भी केकेआर की जीत हो सकती थी। उन्हें इसके लिए बेहतरीन शुरुआत और मुख्य बल्लेबाजों के धाकड़ खेल की दरकार थी। शुभमन गिल, आंद्रे रसेल और दिनेश कार्तिक सस्ते में सिमट गए। इन तीनों मुख्य बल्लेबाजों के आउट होने के बाद लक्ष्य हासिल करना मुश्किल हो गया। हालांकि इयोन मॉर्गन और राहुल त्रिपाठी ने कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली।