हाल ही में भारतीय टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले के लिए अपने 20 सदस्यीय स्क्वॉड में से अंतिम 15 खिलाड़ियों का चुना और पांच खिलाड़ियों को बाहर कर दिया। बाहर होने वालों की लिस्ट में केएल राहुल का नाम भी था। राहुल के अंतिम 15 में भी शामिल ना होने से ट्विटर पर कई प्रशंसकों ने गुस्सा भी जाहिर किया था। केएल राहुल एक समय भारतीय टीम के लिए तीनों ही प्रारूपों में अहम सदस्य हुआ करते थे और प्लेइंग XI का हिस्सा थे। हालांकि समय के साथ चीजे बदल गयी और काफी समय तक टीम से बाहर रहने के बाद उनकी टेस्ट में वापसी हुयी लेकिन उन्हें अभी तक एक भी मैच नहीं खिलाया गया है।
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इंग्लैंड दौरे पर भी राहुल टीम के साथ तो हैं लेकिन इस दौरे में उन्हें एक भी मैच में मौका मिलेगा इसकी उम्मीद काफी कम है। राहुल की टेस्ट में वापसी उनके आईपीएल और वनडे में अच्छे प्रदर्शन से हुयी। राहुल अगर इंग्लैंड दौरे पर ना होते तो वो श्रीलंका के खिलाफ सीरीज खेलते हुए दिख सकते थे। इस आर्टिकल में हम उन 3 प्रमुख कारणों का जिक्र करने जा रहे हैं, जिनकी वजह से राहुल को इंग्लैंड दौरे पर नहीं शामिल करना चाहिए था।
3 कारण जिनकी वजह से केएल राहुल को इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना जाना चाहिए था
#3 राहुल के लिए प्लेइंग XI में स्थान नहीं है
पिछले कुछ समय में भारतीय टेस्ट टीम का जबरदस्त प्रदर्शन रहा और कुछ प्रमुख खिलाड़ियों के बाहर होने के बावजूद टीम ने अच्छा किया। प्रमुख खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी के बावजूद राहुल को मौका नहीं दिया गया। इससे यह साफ़ तौर पर समझा जा सकता है कि वो बैकअप खिलाड़ियों में भी नहीं हैं।
टीम इंडिया के पास रोहित और गिल की ओपनिंग जोड़ी है और बैकअप में मयंक अग्रवाल मौजूद हैं। मध्यक्रम में पुजारा, कोहली और रहाणे का स्थान पक्का है। वहीं पंत के बैकअप के रूप में साहा पहले ही मौजूद हैं। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बल्लेबाज के विकल्प के रूप में हनुमा विहारी हैं। ऐसे में राहुल के लिए कोई जगह बनती नहीं दिख रही।
#2 टी20 विश्व कप से पहले सफ़ेद गेंद की क्रिकेट खेलने की जरूरत
केएल राहुल भले ही टेस्ट में भारतीय टीम की योजनाओं में ना शामिल हों लेकिन सीमित ओवरों के खेल में वो भारत के प्रमुख बल्लेबाजों में से एक हैं। राहुल ने जरूरत के हिसाब से कभी टॉप ऑर्डर में तो कभी मध्यक्रम में बल्लेबाजी की और लगातार रन बनाये हैं। टी20 विश्व कप में वो भारतीय बल्लेबाजी की अहम कड़ी होंगे और उससे पहले श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में कुछ मैच खेलने का राहुल के पास अच्छा मौका था। राहुल के होने से टीम इंडिया और भी मजबूत हो जाती तथा राहुल को आईपीएल के दूसरे चरण और टी20 विश्व कप से पहले मैच प्रैक्टिस भी मिल जाती।
#1 श्रीलंका दौरे पर राहुल को कप्तानी का मौका मिल सकता था
जब भारत ने तीन वनडे और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, उस सम रोहित शर्मा चोट के कारण अनुपस्थित थे। केएल राहुल को कप्तान विराट कोहली के डिप्टी की जिम्मेदारी देते हुए उन्हें टीम का उपकप्तान बनाया गया था। आईपीएल में केएल राहुल ने काफी कप्तानी की है और आने वाले समय में वो भारतीय टीम की कप्तानी के संभावित दावेदारों में शामिल हो सकते हैं। श्रीलंका दौरे शिखर धवन को टीम की कमान दी गयी है। अगर राहुल इस दौरे पर होते तो उन्हें भारतीय टीम की कप्तानी दी जा सकती थी।