आईपीएल के 12वें सीजन में चेन्नई सुपरकिंग्स को मुंबई इंडियंस के हाथों फाइनल में एक रन से हार का सामना करना पड़ा। अगर सीएसके के सभी खिलाड़ी अपना बेहतरीन प्रदर्शन करते तो शायद चेन्नई सुपरकिंग्स चौथी बार आईपीएल का खिताब जीत जाती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। चेन्नई को फाइनल मुकाबले में हराकर मुंबई इंडियंस ने रिकॉर्ड चौथी बार ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है।
हालांकि इस सीजन में भी चेन्नई का प्रदर्शन लाजवाब था। क्योंकि हर साल की तरह इस सीजन में भी यह टीम प्लेऑफ में जगह बनाने में कामयाब हुई है। यही नहीं चेन्नई अब तक तीन बार खिताब पर अपना कब्जा जमा चुकी है। यह सब केवल एक ही खिलाड़ी की वजह से संभव हो पाया है, और वो हैं कप्तान महेंद्र सिंह धोनी।
लेकिन समय के साथ-साथ टीम के कुछ खिलाड़ी अब बूढ़े हो रहे हैं। उम्र बढ़ने के कारण उनके प्रदर्शन में भी कमी आ रही है। जिसमें खुद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नाम भी शामिल है। इस लिहाज से देखा जाए तो अब यह लगने लगा है कि कप्तान धोनी को भी संन्यास ले लेना चाहिए।
हालांकि सीएसके के कप्तान धोनी के अभी आईपीएल से संन्यास न लेने के पीछे तीन मुख्य कारण हैं और उन्हीं कारणों की वजह से धोनी को अभी पीली जर्सी में खेलना जारी रखना चाहिए। जानिए क्या हैं वो तीन कारण-
खेल प्रदर्शन में सबसे ऊपर
चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से इस बार अंबाती रायडू और शेन वाटसन जैसे बल्लेबाजों ने काफी निराशाजनक प्रदर्शन किया, जो कि चिंता का विषय रहा, क्योंकि इन खिलाड़ियों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही थी। वहीं अगर टीम के कप्तान एमएस धोनी की बात की जाए, तो वह स्टंप के पीछे और बल्लेबाजी दोनों में बेहतरीन प्रदर्शन करते नजर आए हैं।
37 साल के हो चुके धोनी ने आईपीएल के 12वें सीजन में भी गजब का प्रदर्शन किया और उन्होंने इस सीजन में 12 मैचों में 83.20 के औसत के साथ 416 रन जोड़े। जबकि टीम के अन्य बल्लेबाज स्कोर करने के मामले में उनसे पीछे रहे हैं। ऐसे में अगर यह कहा जाए कि धोनी को अब संन्यास ले लेना चाहिए, तो यह गलत होगा, क्योंकि वह टीम की ओर से प्रदर्शन के मामले में सबसे ऊपर रहे हैं।
भविष्य में टीम अभी धोनी के बिना तैयार नहीं
इस सीजन में चेन्नई सुपरकिंग्स के प्रदर्शन को देखते हुए अभी ऐसा नहीं लगता है कि इस टीम के खिलाड़ी कप्तान एमएस धोनी की गैरमौजूदगी में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। धोनी की कुशल कप्तानी और रणनीतियां ही उन्हें एक सफल कप्तान बनाती हैं और उन्हीं की वजह से टीम इस सीजन में फाइनल तक पहुंची है। वह मैदान में सबसे बेहतरीन रणनीतिकारों में से एक हैं।
धोनी की कुशल कप्तानी का ही नतीजा है कि चेन्नई सुपरकिंग्स आईपीएल के इतिहास में हर सीजन में प्लेऑफ में पहुंचने में कामयाब रही है और तीन बार खिताब भी अपने नाम किया है। ऐसे में टीम को भविष्य में भी धोनी की कप्तानी और एक खिलाड़ी के रूप में भी उनकी सख्त आवश्यकता होगी। इसके अलावा टीम के पास अभी कई ऐसे युवा खिलाड़ी हैं, जिनके प्रदर्शन का आंकलन अभी तक नहीं किया गया है। धोनी को अभी सीएसके के साथ अपना सफर जारी रखना चाहिए।
ऐसे खिलाड़ी की कमी जो लंबे समय के लिए धोनी की जगह ले सके
एक विकेटकीपर के रूप में टीम में धोनी के बदले कई ऑप्शन मैजूद हैं। पहला नाम है नारायण जगदीसन का, जो पिछले दो साल से टीम में तो हैं लेकिन उन्होंने अभी तक एक भी मैच नहीं खेला है। जबकि दूसरा नाम अंबाती रायडू का है। अंबती रायडू इस सीजन में अपनी खराब फॉर्म से जूझते नजर आए हैं। तीसरा विकल्प हैं सैम बिलिंग्स, जो शायद धोनी की जगह ले सकते हैं।
हालांकि अभी सैम बिलिंग्स को उनका उत्तराधिकारी नियुक्त करने के लिए उनका अच्छी तरह से परीक्षण करना भी जरूरी है। जबकि धोनी सीएसके की ओर से एकमात्र ऐसे बल्लेबाज थे, जिन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाए और बेहतरीन विकेटकीपिंग का नजारा पेश किया। जबकि अन्य सभी बल्लेबाज फ्लॉप साबित हुए हैं। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि अभी धोनी की जगह लेने के लिए कोई उपयुक्त खिलाड़ी भी टीम में मौजूद नहीं है।