आईपीएल में अंडरडॉग कही जाने वाली राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) ने मुंबई इंडियंस जैसी बड़ी टीम को हराकर हैरान कर दिया है। 195 रन का बड़ा स्कोर हासिल कर राजस्थान रॉयल्स ने खुद की उम्मीदें जिन्दा रखी है। मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की लेकिन राजस्थान रॉयल्स की टीम ने मैच अपनी तरफ खींच लिया। इस जीत की जरूरत भी टीम को थी। मुंबई इंडियंस के पास प्लेऑफ़ में जाने का एक सुनहरा मौका था लेकिन उन्होंने इसे गंवा दिया। ऐसे खेल की उम्मीद मुंबई से नहीं की जाती है लेकिन क्रिकेट महान अनिश्चिताओं का खेल है, यह आज फिर से साबित हो गया।
मुंबई इंडियंस की टीम रोहित शर्मा के बिना मैदान पर उतरी और किरोन पोलार्ड की कप्तानी में इस बार विजय हासिल नहीं कर पाई। हालांकि पोलार्ड भी एक अनुभवी कप्तान हैं और सीपीएल में हाल ही में उनकी टीम ख़िताब जीती थी। मुंबई के लिए पिछले मैच में पोलार्ड ने बेहतरीन कप्तानी की थी लेकिन हर दिन एक जैसा नहीं होता और ऐसा मुंबई के साथ भी हुआ। मैच में मुंबई इंडियंस की हार के तीन कारणों के बारे में यहाँ बताया गया है।
मुंबई इंडियंस की हार के तीन कारण
बीच के ओवरों में कम रन
मुंबई इंडियंस की टीम ने 6 ओवर के बाद धीमी बल्लेबाजी की। 16 ओवर तक यही चलता रहा। इन दस ओवरों में उनकी तरफ से सिर्फ 62 रन आए। अगर बीच के ओवरों में थोड़ा तेजी से खेलते तो कुल स्कोर पर अच्छा असर पड़ता। बीच में धीमी बल्लेबाजी करना उनको महंगा पड़ गया।
पूरी टीम की खराब गेंदबाजी
मुंबई इंडियंस की टीम के सभी गेंदबाजों के पास राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाजों के लिए कोई योजना नहीं थी। विकेट लेने के लिए किसी भी गेंदबाज ने कोशिश नहीं की। सभी रन बचाने का प्रयास करते रहे और वह भी काम नहीं हो पाया। सभी गेंदबाजों ने 9 से उपर के औसत से रन खर्च किये और राजस्थान को इससे फायदा हुआ।
बेन स्टोक्स का शतक
बेन स्टोक्स ने क्रीज पर आते ही बड़े शॉट खेलने का प्रयास किया। उन्होंने मुंबई के पार्ट टाइम गेंदबाजों को ज्यादा निशाना बनाया। यही वजह रही कि राजस्थान रॉयल्स की टीम जरूरी रन औसत में नहीं पिछड़ी और उनका स्कोर चलता रहा। बेन स्टोक्स ने नाबाद 107 रन बनाए और उनके साथ पूरी पारी के दौरान संजू सैमसन खड़े रहे जिन्होंने नाबाद 54 रन बनाए, दोनों ने मिलकर 150 रन से ज्यादा की साझेदारी की।