Why PCB should back Mohammad Rizwan: चैंपियंस ट्रॉफी में पहले दो मैच लगातार हारने के बाद पाकिस्तान की टीम सेमीफाइनल की रेस से बाहर हो चुकी है। न्यूजीलैंड के खिलाफ 60 रन से और भारत के खिलाफ छह विकेट से हारने के बाद टीम के कप्तान मोहम्मद रिजवान की जमकर आलोचना हो रही है। टूर्नामेंट के दोनों ही मैचों में पाकिस्तान की बल्लेबाजी काफी खराब रही जिसकी वजह से उनके ऊपर सवाल भी खड़े किए गए। पाकिस्तान के कई पूर्व खिलाड़ियों ने रिजवान की कप्तानी से इस्तीफे की मांग भी कर दी है। हालांकि, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को रिजवान पर भरोसा बनाए रखना चाहिए। आइए जानते हैं इसके तीन प्रमुख कारण।
#3 अच्छे विकल्पों की कमी
चैंपियंस ट्रॉफी में टीम के खराब प्रदर्शन का जिम्मेदार मानते हुए अगर रिजवान को कप्तानी से हटा भी दिया गया तो पीसीबी उनकी जगह किसे कप्तान बनाएगी? बाबर आजम ने बल्लेबाजी पर पड़ रहे प्रभाव के कारण कप्तानी छोड़ी थी। शाहीन शाह अफरीदी को एक सीरीज के बाद ही कप्तानी से हटा दिया गया था।
टीम में सलमान अली आगा कप्तानी के एक विकल्प हैं, लेकिन उनके पास ना तो बहुत अनुभव है और ना ही वह अब तक वनडे की टीम में अपनी जगह ही पक्की कर पाए हैं। फिलहाल रिजवान पाकिस्तान की कप्तानी करने के लिए टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं।
#2 मुख्य खिलाड़ियों की अनुपस्थिति ने खड़ी की मुश्किल
भले ही चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के खराब प्रदर्शन की सारी जिम्मेदारी रिजवान की बताई जा रही है, लेकिन ऐसा करना उचित नहीं है। पाकिस्तान ने चोट के कारण अपने कुछ प्रमुख खिलाड़ियों को काफी मिस किया। चैंपियंस ट्रॉफी से पहले बाएं हाथ के ओपनर सैम अयूब पाकिस्तान के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज रहे थे जिन्होंने नौ मैचों में लगभग 65 की औसत और 106 की स्ट्राइक रेट से 515 रन बनाए थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच की शुरुआत में ही फखर जमान को लगी चोट भी पाकिस्तान के लिए काफी दुर्भाग्यपूर्ण चीज रही। दो काफी अच्छे बल्लेबाजों के चोटिल होने का असर पाकिस्तान के प्रदर्शन पर पड़ा।
#1 मोहम्मद रिजवान की कप्तानी में पाकिस्तान का अच्छा प्रदर्शन
भले ही वर्तमान समय के रिजल्ट रिजवान के खिलाफ हैं, लेकिन वनडे क्रिकेट में उनकी कप्तानी में पाकिस्तान का प्रदर्शन शानदार रहा है। ऑस्ट्रेलिया में 22 साल बाद वनडे सीरीज में जीत हासिल करके रिजवान ने अपनी कप्तानी का शानदार आगाज किया था। इसके बाद पाकिस्तान ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर मेजबान टीम को 3-0 से क्लीन स्वीप किया था। दो बड़े देशों को उनके घर में जाकर सीरीज हराना आसान बात नहीं है, लेकिन रिजवान ने अपनी कप्तानी की शुरुआत में ही ऐसा करके दिखाया।