राजस्थान रॉयल्स के लिए इस बार शारजाह का मैदान भी मददगार साबित नहीं हुआ। राजस्थान रॉयल्स को यहाँ दिल्ली कैपिटल्स ने 46 रनों से हराकर दर्शा दिया कि वह इस सीजन सबसे धाकड़ टीम है। दिल्ली कैपिटल्स ने शारजाह के छोटे मैदान पर हर विभाग में बेहतरीन खेल दिखाते हुए राजस्थान रॉयल्स को सोचने का कोई मौका नहीं दिया। राजस्थान रॉयल्स की टीम मैच में कहीं नजर नहीं आई। मैच से पहले लग रहा था कि राजस्थान रॉयल्स कुछ कमाल करेगी क्योंकि इस टीम ने अपने पिछले दोनों मैच शारजाह में ही जीते थे। मैच खत्म होने के बाद ये अटकलें भी बंद हो गई।
दिल्ली कैपिटल्स ने अपनी तैयारी और रणनीति को मैदान पर लागू किया और इसका फायदा उन्हें बखूबी मिला। दिल्ली कैपिटल्स ने इस सीजन में सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। हर मौके को इस टीम के खिलाड़ी दोनों हाथों से लपकते हैं। यही इस टीम की सबसे अलग चीज है। राजस्थान रॉयल्स की कुछ गलतियाँ और कारण रहे जो उन्हें पराजय की तरफ लेकर गए उनके बारे में इस आर्टिकल में बताया गया है।
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राजस्थान रॉयल्स की हार के 3 कारण
टॉस जीतकर फील्डिंग
टॉस जीतकर राजस्थान रॉयल्स के कप्तान स्टीव स्मिथ ने फील्डिंग का गलत निर्णय लिया। शारजाह में भी देखा गया है कि लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम को परेशानी हुई है। राजस्थान ने शारजाह में पंजाब को लक्ष्य का पीछा करते हुए हराया था लेकिन बाकी सब मैचों में ऐसा नहीं हुआ। इस लिहाज से टॉस जीतने के बाद फील्डिंग का निर्णय हार का कारण माना जा सकता है। यह भी हो सकता है कि पहले बल्लेबाजी करने के बाद दिल्ली कैपिटल्स को रॉयल्स के गेंदबाज परेशानी में डालकर मैच का निर्णय अपने पक्ष में कराते।
दिल्ली के लिए शिमरोन हेटमायर की बल्लेबाजी
दिल्ली कैपिटल्स की टीम जब मुश्किल में थी और अंतिम ओवरों में रन बनाने के दबाव भी इस टीम पर था तभी शिमरोन हेटमायर ने धाकड़ बल्लेबाजी की। उन्होंने 24 गेंदों पर 45 रन बनाकर दिल्ली का स्कोर 184 रन तक पहुंचा दिया और वह राजस्थान रॉयल्स के लिए भारी पड़ा।
रविचन्द्रन अश्विन का स्पैल
रविचंद्रन अश्विन ने छोटे मैदान पर दिल्ली के लिए धाकड़ गेंदबाजी की। हल्का सा हवा में खेला गया शॉट भी छह रन के लिए जाता है, वहां अश्विन ने अपने 4 ओवर काफी किफायती डाले। रविचंद्रन अश्विन ने अपने 4 ओवर में महज 22 रन खर्च किये और 2 विकेट हासिल किये। इस बेहतरीन गेंदबाजी के कारण दिल्ली कैपिटल्स ने लगातार राजस्थान रॉयल्स पर दबाव बनाकर रखा।