राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल के इस सीजन में प्रदर्शन अच्छा करने की पूरी कोशिश की है लेकिन उनके लिए यह उतना अच्छा गाय नहीं है। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मुकाबले में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। पहले बल्लेबाजी करने के बाद राजस्थान ने हैदराबाद पर शिकंजा कसने की पूरी कोशिश की लेकिन सफलता हासिल नहीं हुई। हैदराबाद के दो बल्लेबाजों ने ही मैच खत्म कर दिया। रॉयल्स के पास गेंदबाजी क्षमता शानदार थी लेकिन योजना के अनुरूप खेल देखने को नहीं मिला।
हैदराबाद की टीम ने एकजुटता दिखाते हुए बेहतरीन जीत हासिल की। सबसे बड़ी बात यह है कि 154 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए हैदराबाद की टीम के सिर्फ दो ही विकेट गिरे। राजस्थान रॉयल्स के पास मौका आया था लेकिन इसे भुनाने में यह टीम नाकाम रही और यही वजह है कि उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा। बेहतर खिलाड़ी होने के बाद भी प्रदर्शन में निखार नहीं दिखाई दिया। इस आर्टिकल में राजस्थान रॉयल्स की हार के मुख्य कारणों का जिक्र किया गया है।
राजस्थान रॉयल्स की हार के 3 कारण
जेसन होल्डर की गेंदबाजी
जेसन होल्डर ने अपने अनुभव को झोंकते हुए जबरदस्त गेंदबाजी का प्रदर्शन कर राजस्थान रॉयल्स के स्कोर को सीमित करने में अपनी प्रमुख भूमिका निभाई। होल्डर ने अपने चार ओवरों में 33 रन देकर राजस्थान के तीन बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। इस प्रदर्शन के कारण रॉयल्स की रन गति तेज नहीं हो पाई और उनके पास एक चुनौतीपूर्ण स्कोर भी नहीं रहा। हैदराबाद को इसका फायदा मिला।
तीसरे विकेट की साझेदारी
मनीष पांडे और विजय शंकर ने हैदराबाद के दो विकेट जल्दी गिरने के बाद मोर्चा संभाला और बेहतर क्रिकेट खेली। आर्चर से लेकर सभी गेंदबाजों ने पूरी कोशिश की लेकिन इन दोनों बल्लेबाजों ने अपने हथियार नहीं डाले। तीसरे विकेट के लिए अविजित 140 रनों की साझेदारी हुई। इससे राजस्थान के हाथ से मैच निकल गया।
मनीष पांडे की तूफानी पारी
दो विकेट गिरने के बाद पूरा दारोमदार मनीष पांडे के कन्धों पर ही था। मनीष पांडे ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन बखूबी करते हुए राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने 47 गेंदों पर 8 छक्के और 4 चौके जड़े और नाबाद 83 रनों की पारी खेली। इस पारी की बदौलत सनराइजर्स हैदराबाद ने आसानी से मैच जीत लिया।