संजय मांजरेकर एक बार कमेंट्री की दुनिया में आ गए हैं लेकिन बीसीसीआई ने उन्हें अपने पैनल में नहीं बुलाया। इस बार संजय मांजरेकर को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने कमेंट्री पैनल में शामिल किया। भारत के खिलाफ सीरीज के प्रसारण अधिकार क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के पास हैं, ऐसे में संजय मांजरेकर कमेंट्री पैनल में स्थान बनाने में सफल रहे। बीसीसीआई को भी आईपीएल से पहले मांजरेकर ने कमेंट्री पैनल में शामिल करने के लिए लिखा था लेकिन सफलता नहीं मिली। संजय मांजरेकर ने शायद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को भी लिखकर निवेदन किया होगा।
कमेंट्री और विवादों से संजय मांजरेकर का नाता रहा है। शायद यही कारण है कि उन्हें बीसीसीआई ने पैनल से ही हटा दिया। संजय मांजरेकर की कमेंट्री में एक घमंड नजर आता है और वे किसी के लिए कुछ भी बोलते हैं। कई विवादास्पद बातों को देखते हुए बीसीसीआई ने उन्हें कमेंट्री पैनल से बाहर कर दिया। उनमें से तीन कारणों का जिक्र यहाँ किया गया है।
संजय मांजरेकर को हटाने के 3 कारण
रविन्द्र जडेजा के साथ तनाव
संजय मांजरेकर ने हमेशा रविन्द्र जडेजा के बारे में गलत बयान दिए हैं। एक बार विवाद इतना बढ़ा कि जडेजा खुद ट्विटर पर आए और मांजरेकर को लिखा कि मैंने आपसे दो गुना ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं इसलिए जिसने कुछ प्राप्त किया है, उसकी इज्जत करो। जडेजा ने मांजरेकर की बातों को वर्बल डायरिया कहा था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे के बाद भी मांजरेकर ने कहा कि मुझे जडेजा से समस्या नहीं है बल्कि सफेद गेंद क्रिकेट में ऐसे खिलाड़ियों को मैं अपनी टीम में नहीं रखना चाहूँगा। मैं जडेजा को टेस्ट में देखता हूँ। जडेजा को लेकर कई बयानों को लेकर बीसीसीआई ने उन्हें बाहर कर दिया।
भारतीय खिलाड़ियों की आलोचना
महेंद्र सिंह धोनी को संजय मांजरेकर ने सबसे ज्यादा निशाने पर लिया। महेंद्र सिंह धोनी के बेहतर खेल में भी मांजरेकर कमियां ढूंढने का प्रयास हमेशा करते थे। इसके अलावा वह अन्य खिलाड़ियों को भी विश्लेषण के नाम पर कुछ न कुछ कहते रहे हैं। बीसीसीआई ने इसे गंभीरता से लिया।
हर्षा भोगले के लिए विवादित बयान
यह घटना ऑन एयर हुई थी। हर्षा भोगले ने जब पिंक बॉल टेस्ट के दौरान कोलकाता में कहा था कि खिलाड़ियों को गेंद दिख रही है या नहीं, इसके बारे में पूछा जाना चाहिए। वहां संजय मांजरेकर ने कहा कि मैंने क्रिकेट खेला है, जिसने नहीं खेला उसे कुछ मालूम नहीं होता। खिलाड़ी को गेंद दिखाई देती है। इस विवादास्पद बयान के बाद बीसीसीआई ने उन्हें बाहर करने का मन बना लिया था।