Harshit Rana vs Shardul Thakur For Champions Trophy : चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के टीम इंडिया के स्क्वाड में कुछ बदलाव हो सकते हैं। टीमों के पास अभी अपने स्क्वाड में बदलाव करने का मौका है। जसप्रीत बुमराह अगर पूरी तरह से फिट नहीं हुए तो फिर उनकी जगह पर किसी दूसरे गेंदबाज को शामिल करना पड़ेगा। इस वक्त हर्षित राणा का नाम बुमराह को रिप्लेस करने के लिए सबसे आगे आ रहा है। इसी वजह से उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में भी शामिल किया गया।
हालांकि उधर शार्दुल ठाकुर ने भी डोमेस्टिक क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन करके अपनी मजबूत दावेदारी पेश की है। हम आपको बताते हैं कि क्यों हर्षित राणा की बजाय शार्दुल ठाकुर को चैंपियंस ट्रॉफी में मौका देना ज्यादा सही रहेगा।
3.बड़े टूर्नामेंट्स का अनुभव
शार्दुल ठाकुर के पास बड़े टूर्नामेंट्स में खेलने का अनुभव है। वो वनडे वर्ल्ड कप 2023 में भारतीय टीम का हिस्सा थे। जब आप एक बार वर्ल्ड कप जैसा बड़ा इवेंट खेल लेते हैं तो फिर आपके अंदर वो आत्मविश्वास आ जाता है। दूसरी तरफ हर्षित राणा अभी नए हैं और उन्होंने ऐसा कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं खेला है। जब वो चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट में उतरेंगे तो दबाव में बिखर सकते हैं। इसी वजह से शार्दुल ठाकुर को खिलाना ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है।
2.जरूरत के वक्त विकेट चटकाने की क्षमता
शार्दुल ठाकुर की खासियत यह है कि वो जरूरत के समय साझेदारी तोड़ने में माहिर हैं। इसी वजह से उनको लेकर कहा जाता है कि उनके पास वो गोल्डन आर्म है। वो टीम इंडिया के लिए और आईपीएल में भी ऐसा कर चुके हैं। मिडिल ओवर्स में शार्दुल ठाकुर विकेट चटका सकते हैं और टीम इंडिया को ऐसे ही गेंदबाजों की जरूरत है।
1.ताबड़तोड़ बैटिंग करने की क्षमता
शार्दुल ठाकुर की यह क्षमता उन्हें हर्षित राणा से आगे ले जाती है। शार्दुल के पास निचले क्रम में धुआंधार बैटिंग करने की क्षमता है। अगर कभी टीम इंडिया को निचले क्रम के बल्लेबाजों से ताबड़तोड़ बैटिंग की जरूरत पड़ी तो फिर शार्दुल यह काम बखूबी कर सकते हैं। जबकि हर्षित राणा के पास बैटिंग की वो क्षमता नहीं है। इसी वजह से शार्दुल को स्क्वाड में शामिल करना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।