सनराइजर्स हैदराबाद (Surisres Hyderabad) को किंग्स इलेवन पंजाब (Kings Eleven Punjab) के खिलाफ मुकाबले में जीत के करीब जाकर हार का सामना करना पड़ा। सनराइजर्स हैदराबाद के किसी भी खिलाड़ी ने नहीं सोचा होगा कि इतना कम स्कोर के बाद भी टीम को पराजय का सामना करना पड़ेगा। किंग्स इलेवन पंजाब के खेल भी अच्छा नहीं रहा था लेकिन हैदराबाद ने उनसे भी ज्यादा खराब क्रिकेट खेलकर दिखा दिया कि पंजाब ने उनसे थोड़ा बेहतर किया। हैदराबाद के लिए इस आईपीएल में कुछ भी सही घटित नहीं हो रहा है। कोई भी रणनीति काम नहीं कर रही और बना हुआ मैच इस बार बिगड़ गया।
किंग्स इलेवन पंजाब ने स्कोर कम बनाया लेकिन अंत तक संघर्ष करते हुए हार नहीं मानी और यही कारण है कि 127 रन का स्कोर होने के बाद भी उन्होंने हैदराबाद की टीम को रोक दिया।किंग्स इलेवन पंजाब की बल्लेबाजी के बाद किसी ने नहीं सोचा था कि हैदराबाद की टीम इतना कम स्कोर भी नहीं बना पाएगी। मैच में सनराइजर्स हैदराबाद की हार के कारण क्या रहे, उन पर चर्चा यहाँ की गई है।
सनराइजर्स हैदराबाद की हार के 3 कारण
टॉस जीतकर गेंदबाजी
सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान डेविड वॉर्नर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया। हर मैदान की पिच में अब धीमापन आया है और यह दुबई में भी हुआ है। वॉर्नर को पहले बल्लेबाजी करते हुए बड़ा स्कोर खड़ा कर किंग्स इलेवन पंजाब को दबाव में लाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। टॉस जीतकर फील्डिंग एक गलत फैसला था।
मध्यक्रम का कॉलेप्स
एक समय सनराइजर्स हैदराबाद की टीम अच्छी स्थिति में थे। पिछला मैच जिताने वाले मनीष पांडे और विजय शंकर क्रीज पर थे। इन दोनों के विकेट गिरने के बाद टीम ऑल आउट हो गई। 100 रन पर मनीष पांडे आउट हुए और वह चौथा विकेट था। 114 रन पर टीम ऑल आउट हो गई। यह मध्यक्रम का खराब खेल था और बिना सोच-विचार के खेलने से ये विकेट गिरे।
क्रिस जॉर्डन की गेंदबाजी
कम स्कोर का मैच होने के बाद भी किंग्स इलेवन पंजाब के गेंदबाजों ने अपनी पूरी कोशिश की। हर गेंदबाज ने धाकड़ गेंदबाजी की। क्रिस जॉर्डन की गेंदबाजी सबसे अलग रही। जॉर्डन ने अपने 4 ओवर में महज 17 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किये। क्रिस जॉर्डन की इस गेंदबाजी के कारण ही पंजाब की टीम ऑल आउट हुई। उनके अलावा अर्शदीप सिंह ने भी 3 विकेट झटके।