अगले महीने होने वाले आईपीएल नीलामी से पहले सभी टीमों ने रिटेन खिलाड़ियों की सूची जारी की। इस बीच भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ी युवराज सिहं को किंग्स इलेवन पंजाब ने एक सीजन के बाद ही अपनी टीम से रिलीज कर दिया। यह फैसला जरूर हैरान करने वाला नहीं था, क्योंकि युवी ने पंजाब के लिए सभी लीग मुकाबले नहीं खेले थे और बीच टूर्नामेंट से ही उन्हें ड्रॉप कर दिया गया था।
अब सबकी नजरें अगले महीने होने वाली आईपीएल नीलामी पर है और हर कोई इस बात का अनुमान लगा रहा है कि युवी को कौन सी टीम खरीद सकती है। युवराज सिंह जैसा खिलाड़ी जिस भी टीम जाएगा, उसको फायदा होना स्वाभाविक भी है, क्योंकि छोटे फॉर्मेट में युवी की गिनती सबसे खतरनाक खिलाड़ियों में की जाती है।
इस बीच फैंस सोशल मीडिया के जरिए गत विजेता चेन्नई सुपरकिंग्स से मांग कर रहे हैं कि वो युवराज को खरीदे, जिससे महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह की जोड़ी को एक बार फिर मैदान में साथ में बल्लेबाजी करते हुए देखा जा सके। ऐसा होना मुमकिन नजर नहीं आता है और शायद फैंस भी इस बात को जानते ही हैं।
हालांकि आईपीएल में नीलामी में कोई भी टीम युवराज सिंह को नहीं खरीदती है, तो किसी भी हैरानी होनी चाहिए। हम उन संभावित कारणों पर नजर डालते हैं, जो साबित करते हैं कि युवी इस साल अनसोल्ड जा सकते हैं।
1)मौजूदा फॉर्म
युवराज सिंह एक बड़े मैच के खिलाड़ी है, इसके बावजूद हाल के समय में उनकी फॉर्म को लेकर काफी सवाल खड़े हुए हैं। इस साल हुए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और उसके बाद आईपीएल 2018 में खराब प्रदर्शन के कारण उनकी काफी आलोचना हुई। इसी के बाद किंग्स इलेवन पंजाब ने उन्हें अपनी टीम से ड्रॉप कर दिया गया था।
भले ही युवी ने अपनी फिटनेस और खेल पर काम करते हुए विजय हजारे ट्रॉफी में संतोषजनक प्रदर्शन किया, लेकिन उसको भी एक महीने से ऊपर हो गया है। इस बीच युवराज सिंह रणजी ट्रॉफी भी नहीं खेल रहे हैं, जिससे उनकी मौजूद फॉर्म का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है और आईपीएल में अभी काफी समय बाकी है।
इसी वजह से कोई भी टीम पिछले साल की तरह आउट ऑफ फॉर्म खिलाड़ी को टीम में शामिल करने का रिस्क नहीं उठाना चाहेगी। हालांकि युवराज सिंह अगर रणजी ट्रॉफी में खेलकर अपनी फॉर्म को साबित करते हैं, तो टीम उनके ऊपर विश्वास दिखा सकती है।
2) टीम संयोजन
इस समय सभी टीमों के ऊपर नजर डाली जाए, तो लगभग हर एक ने पिछले साल की अपनी टीम के ऊपर विश्वास दिखाया है और वो ज्यादा फेरबदल करने के पक्ष में नजर नहीं आए। युवराज सिंह एक मध्यक्रम के बल्लेबाज हैं और इस समय लगभग हर एक टीम का मध्यक्रम संतुलित नजर आ रहा है।
भले ही रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और राजस्थान रॉयल्स दो ऐसी टीमें हैं, जिन्हें मध्यक्रम में बल्लेबाजों की जरूरत है। हालांकि फिर भी युवराज से बेहतर विकल्प नीलामी में टीम को मिल सकता है और हर एक टीम की नजर इनफॉर्म खिलाड़ी को अपनी टीम में शामिल करने पर होगी।
3)भविष्य के लिए टीम तैयार करना
आईपीएल में सभी फ्रैंचाइजी ने कई बार यह बात बोली है कि वो भविष्य के लिए टीम तैयार कर रहे हैं, जिसकी वजह से वो युवा खिलाड़ियों में निवेश करना चाहते हैं, जो अपने आप को साबित कर सकते हैं। युवराज सिंह जल्द ही 37 वर्ष के हो जाएंगे और वो खुद भी कह चुके हैं कि 2019 में अपने करियर पर अंतिम फैसला लेंगे।
इसी वजह से हो सकता है कि साल 2019 का आईपीएल युवराज सिंह के करियर का आखिरी आईपीएल हो। शायद कोई भी टीम एक साल के लिए युवी को अपनी टीम में शामिल करने का रिस्क नहीं लेना चाहेगी, खासकर इस बात को ध्यान में रखते हुए अब वो ना पहले की तरह शानदार फील्डर हैं और अब वो गेंद के साथ भी ज्यादा योगदान नहीं देते हैं। सिर्फ एक साल के लिए टीम संयोजन से ज्यादा छेड़छाड़ करना एक उचित फैसला नहीं होने वाला है।