2) टीम संयोजन
इस समय सभी टीमों के ऊपर नजर डाली जाए, तो लगभग हर एक ने पिछले साल की अपनी टीम के ऊपर विश्वास दिखाया है और वो ज्यादा फेरबदल करने के पक्ष में नजर नहीं आए। युवराज सिंह एक मध्यक्रम के बल्लेबाज हैं और इस समय लगभग हर एक टीम का मध्यक्रम संतुलित नजर आ रहा है।
भले ही रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और राजस्थान रॉयल्स दो ऐसी टीमें हैं, जिन्हें मध्यक्रम में बल्लेबाजों की जरूरत है। हालांकि फिर भी युवराज से बेहतर विकल्प नीलामी में टीम को मिल सकता है और हर एक टीम की नजर इनफॉर्म खिलाड़ी को अपनी टीम में शामिल करने पर होगी।
3)भविष्य के लिए टीम तैयार करना
आईपीएल में सभी फ्रैंचाइजी ने कई बार यह बात बोली है कि वो भविष्य के लिए टीम तैयार कर रहे हैं, जिसकी वजह से वो युवा खिलाड़ियों में निवेश करना चाहते हैं, जो अपने आप को साबित कर सकते हैं। युवराज सिंह जल्द ही 37 वर्ष के हो जाएंगे और वो खुद भी कह चुके हैं कि 2019 में अपने करियर पर अंतिम फैसला लेंगे।
इसी वजह से हो सकता है कि साल 2019 का आईपीएल युवराज सिंह के करियर का आखिरी आईपीएल हो। शायद कोई भी टीम एक साल के लिए युवी को अपनी टीम में शामिल करने का रिस्क नहीं लेना चाहेगी, खासकर इस बात को ध्यान में रखते हुए अब वो ना पहले की तरह शानदार फील्डर हैं और अब वो गेंद के साथ भी ज्यादा योगदान नहीं देते हैं। सिर्फ एक साल के लिए टीम संयोजन से ज्यादा छेड़छाड़ करना एक उचित फैसला नहीं होने वाला है।