आईपीएल के 12वें सीजन की शुरू होने में अब ज्यादा समय बाकी नहीं रह गया है और सभी टीमों ने अपनी तैयारी तेज कर रखी है। तीन बार आईपीएल का खिताब अपने नाम कर चुकी मुंबई इंडियंस भी काफी जोरों से अभ्यास कर रही है। पिछले सीजन में मुंबई का प्रदर्शन इतना शानदार नहीं रहा था, इसलिए टीम मौजूदा सीजन में अच्छा करना चाहेगी।
इस सिलसिले में मुंबई ने युवराज सिंह को नीलामी में खरीदा था। हालांकि टीम के बैलेंस को देखते हुए ऐसे लग रहा है कि बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को शुरुआती प्लेइंग से बाहर ही बैठना पड़ सकता है। भले ही युवराज सिंह अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं है, लेकिन इसके बावजूद मुंबई को इस दिग्गज खिलाड़ी को अपनी टीम से बाहर नहीं कर चाहिए।
आइए नजर डालते हैं उन कारणों पर जो साबित करते हैं कि युवराज सिंह को शुरुआती प्लेइंग में मौका मिलना चाहिए:
#3) मध्यक्रम में अनुभव की कमी
मुंबई इंडियंस की बल्लेबाजी वैसे तो काफी मजबूत है, लेकिन फिर भी टीम के मध्यक्रम में अनुभव की काफी कमी है, जिसका खामियाजा टीम को पिछले सीजन में प्ले ऑफ से पहले ही बाहर होकर चुकाना पड़ा था। रोहित शर्मा को मध्यक्रम में खेलना पड़ा, लेकिन वो टीम के लिए ज्यादा फायदेमंद नहीं हुआ।
भले ही मुंबई के पास सूर्याकुमार यादव और इशान किशन जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी मौजूद है, लेकिन युवराज सिंह के मध्यक्रम में रहने टीम को काफी संतुलन मिलेगा और साथ ही टीम की बल्लेबाजी भी काफी मजबूत होगी।
युवी के बीच में रहने से रोहित शर्मा भी पारी की शुरुआत कर सकते हैं और उनके ऊपर से दबाव भी कम होगा। इसके अलावा युवराज सिंह टीम को गेंदबाज के रूप में मदद कर सकते हैं।
#2) रोहित शर्मा को कप्तानी में मदद मिलेगी
रोहित शर्मा का कप्तान के रूप में प्रदर्शन अबतक काफी शानदार रहा है, लेकिन फिर भी ऐसे कई मौके आए जब टीम अहम मौकों का फायदा उठाने में कामयाब नहीं रही और कुछ ऐसे फैसले लिए गए जोकि टीम के खिलाफ गए।
पिछले सीजन में भी मुंबई इंडियंस ने कई करीबी मुकाबलों को गंवाया था और ऐसे मौकों पर रोहित शर्मा को किसी अनुभवी खिलाड़ी की सलाह मिली होती, तो उन मैचों का परिणाम कुछ और हो सकता था। मुंबई इंडियंस की मौजूदा टीम में युवराज सिंह से ज्यादा अनुभव किसी और खिलाड़ी के पास नहीं है।
युवराज सिंह जैसा खिलाड़ी किसी टीम के पास होता है, तो कप्तान को काफी मदद मिलती है और रोहित शर्मा भी युवी के अनुभव का पूरा फायदा उठाना चाहेंगे।
#1) युवराज सिंह के पास खुद को साबित करने का आखिरी मौका
लगभग दो साल से भारतीय टीम से बाहर चल रहे युवराज सिंह का प्रदर्शन पिछले साल आईपीएल में काफी निराशाजनक रहा था। वो सिर्फ 65 रन ही बना पाए थे और यहां तक कि किंग्स इलेवन पंजाब ने उन्हें काफी मैचों से टीम से बाहर कर दिया था।
हालांकि युवराज सिंह ने अभी भी हार नहीं मानी और अभी भी वो अपने फिटनेस और गेम पर पूरी मेहनत कर रहे हैं। यहां तक कि मुंबई इंडियंस के साथ पहले ही अभ्यास सत्र में युवराज सिंह ने पहली ही गेंद पर छक्का लगाकर अपने इरादे साफ किए।
युवराज सिंह के पास खुद को साबित करने का शायद यह आखिरी मौका है और वो इस सीजन में मिलने वाले हर मौके का पूरा फायदा उठाना चाहेंगे। इसके अलावा अगर पहले तीन से चार मैचों में युवी तूफानी पारियां खेलने में कामयाब हो जाते हैं, तो क्या पता मई में शुरू होने वाले वर्ल्ड कप के लिए उनके नाम पर भी विचार किया जाए।