टेस्ट क्रिकेट में अतिरिक्त रन काफी कम ही मिलते हैं। जब बहुत ज्यादा गेंद बाहर होती है, तभी अंपायर किसी गेंद को वाइड करार देता है। वनडे में जरा सा भी गेंद बाहर रहती है तो फिर उसे वाइड करार दे दिया जाता है। इसके अलावा वनडे और टी20 में नो बॉल होने पर फ्री हिट भी मिलता है लेकिन टेस्ट क्रिकेट में ऐसा नहीं है।
टेस्ट क्रिकेट में आमतौर पर गेंदबाज काफी सटीक गेंदबाजी करते हैं। बहुत कम ही अतिरिक्त रन हमें टेस्ट मैचों में देखने को मिलते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण ये होता है कि बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट में तेजी से रन बनाने की कोशिश नहीं करते हैं। ना ही वो कदमों का इस्तेमाल करते हैं, जिसकी वजह से गेंदबाज अपने लाइन-लेंथ के हिसाब से लगातार सटीक गेंदबाजी करता रहता है।
हालांकि कई बार ऐसा होता है कि टेस्ट क्रिकेट में भी गेंदबाज अपनी लाइन लेंथ से भटक जाते हैं और लगातार नो और वाइड करते हैं। इस फॉर्मेट में ऐसा कई बार हो चुका है, जब गेंदबाजों ने काफी ज्यादा नो बॉल डाले। हम आपको उन 3 टीमों के बारे में बताएंगे जिनके नाम टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सबसे ज्यादा नो बॉल फेंकने का रिकॉर्ड है।
3 टीमें जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सबसे ज्यादा नो बॉल डाले हैं
3. पाकिस्तान
पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने 19 जनवरी 1995 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहांसबर्ग टेस्ट मैच में काफी ज्यादा नो बॉल डाले थे। दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 460 रनों का विशाल स्कोर बनाया था, जिसमें से 64 रन सिर्फ उन्हें एक्स्ट्रा के तौर पर मिले थे, इनमें से 36 रन नो बॉल के जरिए आए थे। दिग्गज पाकिस्तानी गेंदबाज वसीम अकरम ने सबसे ज्यादा 21 नो बॉल डाले थे। प्रोटियाज टीम ने 324 रनों से ये मैच अपने नाम किया था।
2.श्रीलंका
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर श्रीलंका की टीम है। श्रीलंका क्रिकेट टीम ने 6 मार्च 2002 को लाहौर में खेले गए टेस्ट मैच में पाकिस्तान के खिलाफ 39 नो बॉल फेंके थे। पाकिस्तान ने दूसरी पारी में 325 रन बनाए थे और श्रीलंका ने उस पारी में कुल 39 नो बॉल डाले थे। दिग्गज तेज गेंदबाज चामिंडा वास ने सबसे ज्यादा 20 नो बॉल किए थे। हालांकि श्रीलंका ने इस मैच को 8 विकेटों से जीत लिया था। एशियन टेस्ट चैंपियनशिप के तहत ये मुकाबला खेला गया था।
1.वेस्टइंडीज
इस लिस्ट में पहले पायदान पर वेस्टइंडीज की ही टीम है। वेस्टइंडीज ने 1986 को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मुकाबले में 40 नो बॉल डाले थे। वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 474 रन बनाए थे, जवाब में इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 310 रन बनाए थे। इन 310 रनों में से 51 रन एक्स्ट्रा के तौर पर आए, जिसमें से 40 सिर्फ नो बॉल थे। वेस्टइंडीज ने ये मैच 240 रनों से जीता था।
कैरेबियाई टीम ने इसके अलावा 1989 में ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ एडिलेड टेस्ट मैच की पहली पारी में 40 नो बॉल डाले थे। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 515 रन बनाए थे, जिसमें 58 रन सिर्फ एक्स्ट्रा के तौर पर थे। इनमें से सिर्फ 40 रन नो बॉल के जरिए आए थे। इस मुकाबले में डीन जोन्स ने 216 रनों की जबरदस्त पारी खेली थी। हालांकि ये मैच ड्रॉ रहा था। वेस्टइंडीज की तरफ से दूसरी पारी में गार्डन ग्रीनिज ने शतक बनाया था।
इसके अलावा भी वेस्टइंडीज ने 3 और बार टेस्ट क्रिकेट में नो बॉल फेंकने का रिकॉर्ड बनाया था। 1988 में पाकिस्तान के खिलाफ 38 और 1988 में ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 37 और 1994 में इंग्लैंड के खिलाफ 36 नो बॉल कैरेबियाई टीम ने डाले थे।