आईपीएल का नया सीजन शुरू होने में महज 20 दिन का समय बाकी है। तैयारियों के साथ कयास भी लगाए जा रहे हैं कि आईपीएल का नया चैम्पियन कौन बनेगा। हालांकि टूर्नामेंट शुरू होने के बाद ही इस पर स्थिति स्पष्ट होगी लेकिन क्रिकेट पंडितों के विश्लेषण अभी से शुरू हो गए हैं। आईपीएल का आयोजन इस बार यूएई के तीन अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम पर हो रहा है। टीमों को बायो सिक्योर्ड बबल में रहना है और वहां पहुंचकर तैयारियां भी चल रही है। आईपीएल वहां होगा लेकिन टीवी पर भारतीय लोग इसे देखकर काफी खुश होंगे।
आईपीएल की कुछ टीमें ऐसी हैं जिनका प्रदर्शन खास रहता है। हर साल आईपीएल में ऐसा होता है। चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम ने आईपीएल में हर बार प्ले-ऑफ़ तक का सफर तय किया है। इसके अलावा भी इस टीम ने 8 बार फाइनल तक का सफर तय किया है। इस तरह मुंबई इंडियंस का प्रदर्शन भी धाकड़ रहा है। मुंबई इंडियंस इकलौती टीम है जिसने चार बार खिताबी जीत हासिल की है। इस बार आईपीएल में कौन सी टीमें प्ले-ऑफ़ में जाएगी और कौन सी टीमों को बाहर जाना पड़ेगा, यह बात गौर करने वाली होगी। इस आर्टिकल में उन तीन टीमों का जिक्र किया गया है जो शायद प्ले-ऑफ़ से पहले बाहर हो जाएंगी।
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आईपीएल में 3 टीमें प्ले-ऑफ़ में नहीं खेलेगी
कोलकाता नाइटराइडर्स
गौतम गंभीर की कप्तानी में इस टीम ने दो बार ख़िताब अपने नाम किया था। उसके बाद धीरे-धीरे टीम का प्रदर्शन भी खराब हुआ है। क्रिस लिन जैसे धाकड़ खिलाड़ी को भी अब बाहर कर दिया गया है। कुछ नए चेहरे इस टीम में हैं लेकिन उन पर इतना जल्दी भरोसा नहीं किया जा सकता है। आंद्रे रसेल, दिनेश कार्तिक पर टीम पूरी तरह टिकी हुई है। ऐसे में कह सकते हैं कि केकेआर इस बार प्ले-ऑफ़ तक का सफर तय नहीं करेगी।
राजस्थान रॉयल्स
इस टीम की गेंदबाजी सबसे बड़ी कमजोरी है। इसकी वजह से इस बार भी टीम प्ले-ऑफ़ में शायद नहीं जाएगी। स्टीव स्मिथ, बेन स्टोक्स और जोस बटलर जैसे खिलाड़ी टीम में है लेकिन गेंदबाजी में कोई दम नहीं है। कृष्णप्पा गौतम जैसा ऑल राउंडर भी टीम से रिलीज किया जा चुका है, ऐसे में प्ले-ऑफ़ की संभावनाएं काफी कम हो जाती है।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर
आरसीबी में विराट कोहली, एबी डीविलियर्स और आरोन फिंच के रूप में जबरदस्त बल्लेबाजों की तिकड़ी है लेकिन गेंदबाजी में टीम अनुभवहीन नजर आती है। मोहम्मद सिराज, नवदीप सैनी पवन नेगी आदि खिलाड़ियों से विपक्षी टीमों पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। हालांकि युजवेन्द्र चहल अनुभवी हैं लेकिन अकेले गेंदबाज के दम पर प्ले-ऑफ़ तक का सफर तय करना बिलकुल आसान काम नहीं है।