3 Things India Needs to do Right win Adelaide Test: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अभी तक टीम इंडिया का प्रदर्शन काफी जोरदार रहा है। टीम ने पर्थ टेस्ट को 295 रन से जीतने में सफलता हासिल की और सीरीज में 1-0 बढ़त हासिल कर ली। सीरीज का दूसरा मुकाबला अब 6 दिसंबर से एडिलेड में खेला जाना है, जिसके लिए टीम इंडिया के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया भी पूरी तरह से तैयार है। इस मैच के लिए हुए प्रैक्टिस मैच में मेन इन ब्लू ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की थी।
ऐसे में टीम इंडिया के हौसले पूरी तरह से बुलंद हैं। भारतीय टीम चाहेगी कि वो सीरीज में आगे भी अपने लाजवाब प्रदर्शन को जारी रखे और जीत हासिल करे। हालांकि, दूसरे टेस्ट को जीतने के लिए रोहित शर्मा एंड कंपनी को कुछ चीजों का खास ध्यान रखना होगा। चलिए आपको बताते हैं उन 3 चीजों के बारे में जो भारतीय टीम को एडिलेड टेस्ट को जीतने के लिए सही करनी होंगी।
3. पिछले पिंक बॉल टेस्ट के रिकॉर्ड को भूलना होगा
भारतीय टीम ने अपनी सरजमीं पर जो डे-नाइट टेस्ट खेले हैं, उसमें उसका रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में खेले डे-नाइट टेस्ट में टीम इंडिया को मुंह की खानी पड़ी थी। ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया ने अब तक एक डे-नाइट टेस्ट खेला है, जो कि एडिलेड में हुआ था। उस मैच में भारतीय टीम एक पारी में सिर्फ 36 रन पर ऑलआउट हो गई थी। दूसरी तरफ, ऑस्ट्रेलिया अब तक 12 पिंक बॉल टेस्ट में सिर्फ एक बार हारी है। ऐसे में टीम इंडिया को एडिलेड में खेले अपने पिछले डे-नाइट टेस्ट के रिकॉर्ड को भूलकर मैदान पर उतरना होगा।
2. पिच को अच्छे से समझना होगा
रोहित शर्मा एंड कंपनी को एडिलेड की पिच को अच्छे से समझना होगा और उसी हिसाब से अपनी रणनीति तय करनी होगी। ताकि गलती की कोई भी गुंजाइश ना रहे। पिंक बॉल रोशनी में काफी स्विंग होती है, ऐसे में बल्लेबाजों को इसके लिए पहले से तैयार रहना होगा। भारतीय बल्लेबाजों को पहले विकेट पर अपनी नजरें जमाने की कोशिश करनी होगी और उसके बाद ही गेंदबाजों पर प्रहार करने के लिए जाना होगा। वहीं, भारतीय गेंदबाजों को पिच से किस तरह से मदद लेनी इसकी भी योजना तैयार करनी होगी।
1. ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों पर शुरुआत से ही दबाव बनाना होगा
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज शुरुआत से ही विकेट चटकाने के लिए जाने जाते हैं। रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और विराट कोहली जैसे प्रमुख बल्लेबाजों को शुरुआत में इन्हें विकेट देने से बचना होगा। अगर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज विकेट लेने में सफल होते हैं, तो मेन इन ब्लू दबाव में आ जाएगी, जिसका खामियाजा टीम को हार से चुकाना पड़ सकता है। सभी बल्लेबाजों को जिम्मेदारी से खेलना होगा।