भारतीय टीम (Indian Team) और न्यूजीलैंड (New Zealand Team) के बीच 18 जून से साउथैम्पटन, इंग्लैंड में पहली आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल खेले जाने वाला है। दोनों ही टीमों ने इस ऐतिहासिक मैच के लिए अपनी तैयारी कर ली है और दोनों ही टीमों की नजर इस महामुकाबले को जीतने पर होने वाली है।
आपको बता दें कि 2019 में शुरु हुए पहले WTC में भारत और न्यूजीलैंड की टीम पहले और दूसरे स्थान पर रही थी, जिसकी वजह से उन्होंने फाइनल में जगह बनाई। एक तरफ जहां भारतीय टीम ने अपनी सभी 6 सीरीज खेली, तो न्यूजीलैंड की टीम ने 5 सीरीज खेली। हालांकि कोरोनावायरस के कारण कई सीरीज पूरी नहीं हो पाई थी, जिसके कारण परसेंटेज पॉइंट्स के आधार पर फाइनलिस्ट का फैसला हुआ।
दोनों ही टीमों ने फाइनल से पहले 15 सदस्यीय स्क्वाड का ऐलान कर दिया है और प्लेइंग इलेवन का अंदाजा तो 18 जून को ही होगा। हालांकि इससे पहले हम उन चीजों के बारे में बात करेंगे, जो अगर भारतीय टीम सही करती है तो इस फाइनल को जीत सकती है।
आइए नजर डालते हैं भारत को WTC को फाइनल मैच जीतने के लिए क्या करना चाहिए
#) नई गेंद के सामने भारत के सलामी बल्लेबाजों की चुनौती
भारत और न्यूजीलैंड के बीच फाइनल मुकाबला साउथैम्पटन में खेले जाने वाला है और पूरी उम्मीद है कि मैच में बारिश खलल डाल सकती है और ओवरकास्ट कंडीशन मिलने की संभावना है। इसी वजह से नया गेंद काफी ज्यादा स्विंग कर सकता है और न्यूजीलैंड के पास ट्रेंट बोल्ट और टिम साउथी के रूप में दो खतरनाक स्विंग गेंदबाज हैं।
इसी वजह से भारतीय सलामी बल्लेबाजों के सामने यह चुनौती होने वाली है कि वो नई गेंद को किस तरह से खेलते हैं। 2017 चैंपियंस ट्रॉफी और 2019 वर्ल्ड कप इन दोनों ही आईसीसी टूर्नामेंट के नॉकआउट मुकाबलों में भारत ने नई गेंद के साथ शुरुआती विकेट काफी जल्दी गंवाए, जिसके कारण वो वापसी ही नहीं कर पाए और टीम को इसका खामियाजा करारी हार के रूप में चुकाना पड़ा।
रोहित शर्मा और शुभमन गिल अगर नई गेंद को संभलकर खेलते हुए भारत को अच्छी शुरुआत दिलाते हैं तो निश्चित ही भारतीय टीम विशाल स्कोर खड़ा कर सकती है और इससे दबाव न्यूजीलैंड के गेंदबाजों पर आ सकता है। भारतीय सलामी किस तरह की शुरुआत देते हैं फाइनल जीतना उसके ऊपर काफी निर्भर करेगा।
#) न्यूजीलैंड की लोअर ऑर्डर को जल्दी आउट करना
वैसे तो भारतीय टीम की गेंदबाजी काफी ज्यादा मजबूत है और उन्होंने लगातार टेस्ट मैचों में 20 विकेट भी चटकाए हैं। हालांकि विदेशी दौरों पर भारतीय टीम की एक बड़ी कमजोरी जो देखी गई है कि टीम के गेंदबाज विपक्षी टीम के निचले क्रम को जल्दी आउट नहीं कर पाते हैं।
2018 में हुआ इंग्लैंड दौरा और 2020 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई टेस्ट इसका सबसे अच्छा उदाहरण है। दोनों ही सीरीज में भारतीय टीम के पास जीतने के पर्याप्त मौके थे, लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाजों द्वारा बनाए गए रन भारतीय टीम को काफी भारी पड़े और टीम को हार के साथ इसका खामियाजा चुकाना पड़ा।
इसके विपरीत भारतीय टीम के निचले क्रम के बल्लेबाज ज्यादा योगदान नहीं दे पाते हैं। भारत को न्यूजीलैंड के टेलैंडर्स को जल्दी ही आउट करना होगा और अगर वो ऐसा करने में कामयाब होते हैं, तो टीम निश्चित ही फाइनल को जीत सकती है।
#) फील्डिंग
भारतीय टीम के पास कप्तान विराट कोहली, रविंद्र जडेजा, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा के रूप में अच्छे फील्डर मौजूद हैं। हालांकि भारतीय टीम ने पिछले कुछ सीरीज में काफी ज्यादा कैच छोड़े हैं और कई मौकों पर टीम को यह काफी ज्यादा भारी भी पड़ा है।
ऋषभ पंत ने हाल के समय में अपनी कीपिंग में काफी सुधार किया है, लेकिन 2018 में इंग्लैंड दौरे पर उन्होंने विकेट के पीछे से काफी रन दिए थे। इसके अलावा 2020-21 में हुए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी भारतीय टीम ने काफी कैच छोड़े थे।
भारत ने अगर न्यूजीलैंड के खिलाफ इसी तरह कैच छोड़े या आसान रन दिए, तो इससे टीम को काफी नुकसान हो सकता है, क्योंकि जिन हालातों में मुकाबला होने वाला है वहां एक-एक रन की अहमियत काफी ज्यादा रहने वाली है। दूसरी तरफ हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ हुए दो टेस्ट मैचों की सीरीज में न्यूजीलैंड ने बहुत ही जबरदस्त फील्डिंग की और कई शानदार कैच भी पकड़े। एक या दो कैच पूरे मैच के नतीजे को बदलकर रख सकते हैं।