किसी भी कप्तान के लिए प्लेइंग XI चुनना काफी मुश्किल भरा काम होता है। सभी खिलाड़ियों के पिछले मैचों के आंकड़ों पर गौर करना पड़ता है, उनके अच्छे प्रदर्शन के अनुसार उनको टीम में जगह देनी पड़ती है तो कभी खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के बावजूद भी खिलाड़ियों पर भरोसा दिखाना पड़ता है। प्लेइंग XI चुनने का काम और भी कठिन हो जाता है जब बात टेस्ट क्रिकेट की आती है। टेस्ट मैच क्रिकेट का एक ऐसा फॉर्मेट है जिसमें परिस्थितियां मैच के हर दिन बदलती रहती हैं।
यह भी पढ़ें: 3 बल्लेबाज जिन्होंने IPL में सबसे ज्यादा बार एक ओवर में 3 या उससे अधिक छक्के लगाए हैं
भारतीय क्रिकेट टीम की बात की जाए तो यह ज्ञात होगा कि विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम की प्लेइंग XI बहुत कम मैचों में ही एक जैसी रही है। कप्तान विराट कोहली ने हर टीम के खिलाफ अलग प्लेइंग इलेवन कॉन्बिनेशन रखने के काफी प्रयास किए हैं, जो अधिकतर मैचों में सफल भी साबित हुए हैं तो कुछ मैचों में उनके द्वारा लिए गए निर्णय उन पर भारी भी पड़े हैं। विराट कोहली के टेस्ट में कुछ चयन के फैसले ऐसे भी थे जो विवादित थे। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 5 विवादित चयन के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो विराट कोहली ने बतौर टेस्ट कप्तान किये हैं।
4 विवादित चयन के फैसले जो टेस्ट में विराट कोहली ने अपनी कप्तानी में लिए
#4 रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा से पहले कर्ण शर्मा को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना (बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2014)
नियमित कप्तान एमएस धोनी की गैरमौजूदगी में विराट कोहली ने बतौर कप्तान अपने पहले ही टेस्ट में प्लेइंग XI में कर्ण शर्मा को शामिल करके सभी को हैरान कर दिया। अश्विन और जडेजा से पहले कर्ण को मौक़ा देना का उनका निर्णय आश्चर्यचकित करने वाला था। कर्ण शर्मा इस मैच में ज्यादा कामयाब नहीं हुए और काफी रन खर्च कर चार विकेट लिए थे। विराट कोहली द्वारा दोनों पारियों में शतक लगाने के बावजूद भी वे टीम को जीत दिलाने में नाकाम रहे थे और बाकी मैचों में कर्ण शर्मा की जगह रविचंद्रन अश्विन को टीम में जगह दी गई थी।
#3 चेतेश्वर पुजारा की जगह रोहित शर्मा को नंबर 3 पर बल्लेबाजी कराना
महेंद्र सिंह धोनी के रिटायरमेंट के बाद विराट कोहली ने नियमित कप्तान बनने के बाद टेस्ट क्रिकेट टीम में आक्रामक बल्लेबाजों को शामिल करने का रवैया अपना लिया था। उन्होंने 2015 में हुए अधिकतर मैचों में चेतेश्वर पुजारा की जगह रोहित शर्मा को जगह दी थी। हालांकि रोहित शर्मा ज्यादातर मैचों में अपनी बल्लेबाजी का कमाल नहीं दिखा पाए थे और बाद में टीम मैनेजमेंट ने उनकी जगह चेतेश्वर पुजारा को नंबर 3 पर वापस बल्लेबाजी करने का मौका दिया था।
#2 अजिंक्य रहाणे की जगह रोहित शर्मा को खिलाना
2018 में दक्षिण अफ्रीका दौरे के पहले टेस्ट के लिए विराट कोहली ने एक बड़ा फैसला लिया और टीम के उपकप्तान अजिंक्या रहाणे को ड्रॉप करने का फैसला किया। रहाणे को विदेशों में काफी सफलता प्राप्त है लेकिन कोहली ने उन्हें बाहर कर रोहित शर्मा को खिलाया, जिनका टेस्ट रिकॉर्ड काफी खराब था। रहाणे को ड्रॉप करने के पीछे उनका श्रीलंका के खिलाफ खराब प्रदर्शन बताया गया, जहाँ रोहित ने 3 पारियों में 217 रन बनाये थे।
इसी सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में भी विराट ने एक और चौंकाने वाला फैसला लिया और शानदार लय में चल रहे तेज गेंदबाज भुवनेश्वर की जगह संघर्ष कर रहे इशांत को मौका दिया था।
#1 शिखर धवन को चेतेश्वर पुजारा से पहले मौका देना (बनाम इंग्लैंड, 2018)
टीम मैनेजमेंट द्वारा टेस्ट स्पेशलिस्ट माने जाने वाले चेतेश्वर पुजारा की जगह किसी और को टीम में मौका देना एक अच्छे क्रिकेट की जानकारी रखने वाले जानकार के लिए कभी अच्छा निर्णय साबित नहीं हो सकता। हालांकि विराट कोहली का यह फैसला बाद में उन पर काफी भारी साबित हुआ था। धवन इस मैच से पहले वार्मअप मैच में दोनों पारियों में शून्य पर आउट हुए थे लेकिन उन्हें खिलाया गया। हालांकि वह पहले टेस्ट में दोनों पारियों में सेट होने के बाद आउट होकर चले गए।