4 Indians with test hundred in Brisbane: ऑस्ट्रेलिया का ब्रिस्बेन क्रिकेट ग्राउंड जिसे गाबा के नाम से भी जानते हैं, तेज गेंदबाजों के लिए स्वर्ग माना जाता है। यहां की पिच पेसर्स के लिए मुफीद होती है और उन्हें जमकर मदद मिलती है। इसी वजह से बल्लेबाजों के लिए रन बनाना आसान नहीं होता है। इस मैदान की एक बार फिर चर्चा हो रही है, क्योंकि भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच यहीं होना हैं। दोनों टीमों के बीच यह मैच 14 दिसंबर से भारतीय समायानुसार सुबह 5:50 बजे शुरू होगा। सीरीज 1-1 की बराबरी पर है, ऐसे में भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों का ही प्रयास जीत हासिल करते हुए बढ़त हासिल करने का होगा।
भारत ने पिछली बार गाबा में जबरदस्त प्रदर्शन किया था और पहली बार इस वेन्यू पर टेस्ट मैच अपने नाम किया था। कुछ वैसा ही प्रदर्शन टीम इंडिया को फिर से दोहराना होगा। इसके लिए बल्लेबाजों को बड़ी पारी जरूर खेलनी होगी, क्योंकि एडिलेड में सभी ने निराश किया था। हालांकि, ब्रिस्बेन में कुछ ही भारतीय बल्लेबाज अपने बल्ले का जौहर दिखाकर शतक जड़ पाए हैं और इस आर्टिकल में हम उन चारों का ही जिक्र करने जा रहे हैं।
4. मुरली विजय
ब्रिस्बेन के मैदान में भारत के लिए आखिरी टेस्ट शतक बनाने वाले बल्लेबाज पूर्व ओपनर मुरली विजय थे। विजय ने साल 2014 में इस मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच में भारत की पहली पारी में कमाल की बल्लेबाजी की थी और उन्होंने 213 गेंदों में 22 चौकों की मदद से 144 रन की पारी खेली थी। हालांकि, आखिरी में मैच ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा था।
3. सौरव गांगुली
भारत ने ब्रिस्बेन के मैदान पर खेले गए टेस्ट मैचों में सिर्फ एक मैच ही ड्रॉ कराया है और इसमें पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का कमाल देखने को मिला था। गांगुली ने साल 2003 में खेले गए मैच में टीम इंडिया के लिए पहली पारी में 196 गेंदों में 144 रन बनाए थे। उनकी पारी में 18 चौके भी शामिल रहे थे।
2. सुनील गावस्कर
पूर्व भारतीय ओपनर सुनील गावस्कर भी गाबा में टेस्ट शतक बनाने का कारनामा कर चुके हैं। गावस्कर ने साल 1977 में खेले गए टेस्ट मुकाबले में भारत के लिए दूसरी पारी में 113 रन बनाए थे, इसके बावजूद टीम इंडिया को 16 रन से हार मिली थी।
1. मोटगनहल्ली जयसिम्हा
भारत के लिए ब्रिस्बेन में टेस्ट मैच में सबसे पहले शतक लगाने वाले बल्लेबाज मोटगनहल्ली जयसिम्हा थे। 1968 में ऑस्ट्रेलिया के द्वारा दिए गए 395 रनों के लक्ष्य का पीछा करते समय भारत की दूसरी पारी में जयसिम्हा ने कमाल की बल्लेबाजी की थी और शतक जड़ते हुए 101 रन बनाए थे। हालांकि, आखिरी में भारतीय पारी लड़खड़ा गई थी और मैच ऑस्ट्रेलिया ने अपने नाम कर लिया था।