युवराज सिंह भारतीय टीम के धुरंधर खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। भारत को 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वर्ल्ड कप जिताने में युवराज सिंह का योगदान काफी अहम रहा था। 2011 वर्ल्ड कप में तो युवराज सिंह प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी रहे थे।
2000 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले युवराज सिंह ने जून 2019 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। युवी ने अपने करियर में 400 से ऊपर मुकाबले खेले, जिसमें 11,000 से ज्यादा रन बनाए और 17 शतक भी लगाए।
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हालांकि युवराज सिंह शानदार बल्लेबाज के साथ एक कामयाब बाएं हाथ के स्पिनर भी रहे हैं। उन्होंने काफी बार गेंद से महत्वपूर्ण विकेट चटकाए हैं। युवी ने अपने करियर में 148 विकेट चटकाए।
इस आर्टिकल में हम उन 4 मौकों पर नजर डालेंगे, जब युवराज सिंह ने शानदार गेंदबाजी करते हुए भारत को जीत दिलाई:
#) 39/3 vs इंग्लैंड, 29 जून 2002 लॉर्ड्स
इंग्लैंड में 2002 में हुई नेटवेस्ट सीरीज में 29 जून को भारत और इंग्लैंड का अहम मुकाबला हुआ। इंग्लैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 201-2 के स्कोर पर काफी मजबूत स्थिति में नजर आ रही थी। नासिर हुसेन (54) और एंड्रयू फ्लिंटॉफ (22) सेट थे। हालांकि इसी मौके पर युवी ने आकर पहले फ्लिंटॉफ, फिर ग्राहम थॉर्प और नासिर हुसेन को आउट करते हुए इंग्लैंड का स्कोर 222-5 कर दिया। अंत में इंग्लैंड की टीम 271-7 का स्कोर ही बना पाई।
युवराज सिंह ने 7 ओवर में 36 रन देकर 3 विकेट चटकाए। इसके बाद बल्ले के साथ भी युवराज सिंह ने नाबाद रहते हुए 64 रन बनाए और भारत को 6 विकेट से शानदार जीत दिलाई। इसी शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था।