क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में से टेस्ट फॉर्मेट सबसे कठिन माना जाता है। टेस्ट मैच के दौरान टीम के हर खिलाड़ी के धैर्य और संयम की कड़ी परीक्षा होती है। इस फॉर्मेट में बल्लेबाजों के पास रन बनाने के लिए काफी समय होता है तो वहीं गेंदबाज भी एक बार में लम्बे-लम्बे स्पेल फेंकते हुए अपनी गेंदबाजी का लोहा मनवाते हैं।
टेस्ट मैच के दौरान मुख्य रूप से हर टीम चार से पांच प्रमुख गेंदबाजों के साथ मैदान पर खेलने के लिए उतरती हैं। वहीं हर टीम के पास कुछ ऑलराउंडर और पार्ट टाइम गेंदबाज भी होते हैं जिन्हें कप्तान समय-समय पर इस्तेमाल करते रहते हैं। लेकिन टेस्ट में ऐसे बहुत कम मौके आये हैं जब एक टीम द्वारा एक पारी में 10 या फिर उससे अधिक गेंदबाजों का इस्तेमाल किया गया हो।
भारतीय टीम (Indian Cricket Team) चार मौकों पर ऐसा कर चुकी है। इस आर्टिकल में हम उन 4 मैचों की बात करेंगे जिनकी एक पारी के दौरान भारतीय टीम ने 10 या उससे अधिक गेंदबाजों का इस्तेमाल किया है।
इन 4 टेस्ट मैचों की एक पारी में भारत ने 10 या उससे अधिक गेंदबाजों का इस्तेमाल किया
#4 भारत बनाम वेस्टइंडीज, (एंटीगुआ, 2002)
2002 में भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज का दौरा किया था, जहाँ दोनों देशों के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई। सीरीज का चौथा मैच एंटीगुआ में खेला गया था जो कि ड्रॉ के रूप में समाप्त हुआ था। इस मैच की दूसरी पारी के दौरान भारतीय टीम के विकेटकीपर सहित सभी 11 खिलाड़ियों ने गेंदबाजी की थी। इसके बावजूद भारतीय टीम वेस्टइंडीज टीम को ऑलआउट करने में नाकाम रही थी।
#3 भारत बनाम जिम्बाब्वे, (नागपुर, 2000)
नवंबर 2000 में भारत और जिम्बाब्वे के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच नागपुर में खेला गया। मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 609/6 पर अपनी पहली पारी घोषित कर दी। जवाब में जिम्बाब्वे अपनी पहली पारी में 382 रनों पर ऑलआउट हो गई। मैच की तीसरी पारी में फॉलोऑन खेलते हुए पांचवें दिन का खेल पूरा होने तक मेहमान टीम ने 6 विकेट खोकर 503 रन बनाये थे और ये मुकाबला ड्रॉ हो गया। जिम्बाब्वे की दूसरी पारी के दौरान भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने 10 गेंदबाजों का इस्तेमाल किया था।
#2 भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, (कानपुर, 1969)
नवंबर 1969 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया टेस्ट मुकाबला ड्रा रहा था। इस मैच में भारत ने पहले बैटिंग करते हुए पहली पारी में 320 रन बनाये थे। जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 348 रन बनाते हुए 28 रनों की बढ़त हासिल की थी। अपनी दूसरी पारी में टीम इंडिया ने 312/7 के स्कोर पारी घोषित कर दी। ऑस्ट्रेलिया को इस मैच को जीतने के लिए 285 रनों का टारगेट मिला लेकिन पांचवें दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने बिना कोई विकेट गंवाए 95 रन बनाये और मैच ड्रॉ रहा। भारत ने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के दौरान कुल 10 गेंदबाजों का प्रयोग किया था।
#1 भारत बनाम इंग्लैंड, (चेन्नई, 1964)
जनवरी 1964 में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए टेस्ट मुकाबले की चौथी पारी के दौरान भारतीय टीम की ओर से विकेटकीपर को छोड़कर अन्य 10 खिलाड़ियों ने गेंदबाजी की थी। ये पहला मौका था जब भारतीय टीम ने टेस्ट की एक पारी में दस गेंदबाजों का इस्तेमाल किया हो। हालाँकि दोनों टीमों के बीच खेला गया यह मैच ड्रॉ रहा था।