#) निचले क्रम के बल्लेबाजों को आउट करने में नाकाम रहना
भारतीय टीम की काफी समय से यह कमजोरी रही है कि वो ऊपरी क्रम के बल्लेबाजों के तो आउट कर देते हैं, लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाजों के खिलाफ उन्हें संघर्ष करते हुए देखा गया है। न्यूजीलैंड की पहली पारी में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला।
भारत ने तीसरे दिन एक समय न्यूजीलैंड का स्कोर 225-7 कर दिया था, लेकिन भारत की लचर गेंदबाजी के कारण मेजबान टीम का स्कोर 348 तक पहुंच गया और उन्हें पहली पारी के आधार पर 183 रनों की बढ़त मिली। एक समय ऐसा लग रहा था कि न्यूजीलैंड की टीम 100 रनों की बढ़त हासिल नहीं कर पाएगी, लेकिन ट्रेंट बोल्ट और काइल जेमिसन की तूफानी पारियों की बदौलत मेजबान टीम ने अपनी स्थिति को मजबूत कर लिया।
पहली पारी में इतनी बुरी तरह से पिछड़ने के बाद भारत के लिए वापसी वैसे ही मुश्किल हो गई थी और निचले क्रम के खिलाफ संघर्ष करना टीम की हार का कारण बना।