इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12 वें संस्करण का समापन एक महीने पहले मुंबई इंडियंस ने अपना चौथा आईपीएल खिताब जीतने के साथ किया। पिछले सीज़न के विपरीत, आईपीएल का हालिया संस्करण आईसीसी क्रिकेट विश्व कप से पहले आयोजित हुआ था। इसलिए, खिलाड़ियों के कार्यभार और चोट संबंधी चिंताओं की ओर अधिक ध्यान गया। इन मुद्दों का हवाला देते हुए, कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने आईपीएल में भाग नही लिया।
हालांकि दूसरे देशों के खिलाड़ियों ने आईपीएल में भाग लिया, उनमें से बहुत ने विश्व कप की तैयारी के लिए टूर्नामेंट को बीच में ही छोड़ दिया। पिछले सीज़न की तरह, इस सीज़न में भी कई विदेशी खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। हालांकि, आईपीएल में उनके सकारात्मक प्रदर्शन के बावजूद, उनमें से कुछ विश्व कप में बुरी तरह से विफल रहे।
यहां, हम चार ऐसे खिलाड़ियों पर नज़र डालेंगे जिन्होंने आईपीएल 2019 में अच्छा प्रदर्शन किया था परंतु विश्व कप में उसे दोहराने में विफल रहे।
#4. क्विंटन डी कॉक, दक्षिण अफ्रीका
दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक ने आईपीएल 2019 का शानदार प्रदर्शन किया था। मुंबई इंडियंस के साथ अपने पहले सीज़न में, डी कॉक ने 16 मैचों में चार अर्द्धशतक के साथ 529 रन बनाए थे।
ऊपरी क्रम पर बल्ले के साथ उनका लगातार अच्छा प्रदर्शन मुंबई को चौथा आईपीएल खिताब जीताने में कारगार सिद्ध हुआ। वह टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने की सूची में तीसरे पायदान पर रहे थे।
आईपीएल से पहले, डी कॉक ने श्रीलंका के खिलाफ एक बेहतरीन एकदिवसीय श्रृंखला खेली थी क्योंकि उन्होंने लगातार चार 50+ स्कोर बनाए थे। पांच मैचों में, उन्होंने 70.60 की औसत के साथ 353 रन बनाए थे। इसलिए, डी कॉक से उम्मीद की जा रही थी कि वह विश्वकप में अपना स्वर्णिम फॉर्म बनाए रखेंगे।
डी कॉक ने इंग्लैंड के खिलाफ 68 रनों की शानदार पारी के साथ विश्व कप की शुरुआत की थी। हालांकि, टूर्नामेंट में आगे वह कोई बड़ा स्कोर बनाने में असफल रहे। आठ मैचों में, उन्होंने दो अर्द्धशतक के साथ 253 रन बनाए हैं। हालांकि ये संख्या ठीक-ठाक दिख सकती है, ये डी कॉक जैसे खिलाड़ी के मानकों से काफी नीचे हैं।
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#3. क्रिस गेल, वेस्टइंडीज
यूनिवर्स बॉस क्रिस गेल हमेशा से एक खतरनाक खिलाड़ी रहे हैं। इस सीज़न में भी उनका आईपीएल के साथ प्रेम प्रसंग जारी रहा। 13 आईपीएल मैचों में, गेल ने चार अर्द्धशतकों के साथ 490 रन बनाए। 39 साल की उम्र के बावजूद, उन्होंने 153.60 की जबरदस्त स्ट्राइक रेट से आईपीएल में धूम मचाई।
आईपीएल से पहले, गेल ने इंग्लैंड के खिलाफ एक उत्कृष्ट एकदिवसीय श्रृंखला खेली थी। इसलिए, इस साल के विश्व कप के शुरू होने से पहले गेल से बहुत उम्मीद की गई थी। हालांकि, वह विश्व कप में निरंतर अच्छा प्रदर्शन देने में विफल रहे।
सात पारियों में, गेल ने 87 के सर्वश्रेष्ठ स्कोर के साथ 235 रन बनाए हैं। हालांकि उन्होंने दो अर्द्धशतक बनाए हैं, उनका विश्व कप टूर्नामेंट ठंडा ही बीता है। टीम में सबसे सीनियर खिलाड़ी होने के कारण, सबको गेल से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी।
#2. कगिसो रबाडा, दक्षिण अफ्रीका
दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा ने आईपीएल 2019 में शानदार प्रदर्शन किया था। 12 मैचों में, रबाडा ने 7.82 की इकॉनमी रेट के साथ 25 विकेट लिए।
सुपर-ओवर में रसेल को आउट करने के लिए उनका पिनपॉइंट यॉर्कर निश्चित रूप से आईपीएल 2019 की ' बॉल ऑफ द टूर्नामेंट' थी। चोट के कारण रबाडा को आईपीएल बीच में ही छोड़ना पड़ा था। रबाडा के शानदार गेंदबाजी फॉर्म ने विश्व कप से पहले बल्लेबाजों को चेतावनी दे दी थी।
रबाडा से विश्व कप में अपने आईपीएल प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद की जा रही थी। हालांकि, इस प्रोटिया पेसर ने चल रहे विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन नही किया है। सात मैचों में, उन्होंने 51 की खराब गेंदबाजी स्ट्राइक रेट के साथ केवल आठ विकेट लिए हैं।
#1. आंद्रे रसेल, वेस्टइंडीज
आंद्रे रसेल आईपीएल 2019 के स्टार परफ़ॉर्मर थे। 13 पारियों में, रसेल ने 204.81 के विस्फोटक स्ट्राइक रेट के साथ 510 रन बनाए। गेंद के साथ, उन्होंने 11 विकेट लिए और केकेआर के रन और विकेट दोनों चार्ट में सबसे ऊपर रहे। उन्होंने टूर्नामेंट के अंत में 'मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर' का पुरस्कार जीता।
रसेल ने केकेआर को कई मैचों में अपने धमाकेदार विस्फोटक अंदाज से जीत दिलाई थी। आईपीएल में उनके शानदार फॉर्म ने उन्हें विश्व कप में सबसे बड़ा खतरा बना दिया था। हालांकि, यह जमैका का ऑलराउंडर सबकी उम्मीदों पर खरा उतरने में नाकाम रहे।
विश्व कप में अपनी तीन पारियों में, रसल महज 36 रन बनाने में सफल रहे। गेंद के साथ, उन्होंने अपने चार मैचों में पांच विकेट लिए। अपने पहले लीग मैच में पाकिस्तान के खिलाफ अपने गेंदबाजी प्रदर्शन के अलावा, रसेल इस विश्व कप में कोई महत्वपूर्ण योगदान देने में विफल रहे।
उनके खराब प्रदर्शन के बावजूद, सभी को टूर्नामेंट के दूसरे भाग में रसेल के कमबैक का भरोसा था। हालांकि, उनका विश्व कप अभियान एक दुर्भाग्यपूर्ण घुटने की चोट के साथ समय से पहले ही समाप्त हो गया।