कोच रवि शास्त्री ने स्पष्ट रूप से कहा है कि एमएस धोनी 2019 विश्व कप खेलेंगे। लेकिन एक अनुमानित स्थिति के तहत यह मानते हुए कि अगर महेन्द्र सिंह धोनी आज ही अपना पदभार छोड़ने का फैसला करते हैं तो ऐसे कौन से कुछ संभावित उम्मीदवार होंगे जो उनकी जगह सही साबित हो सकते हैं। पिछले लगभग 13 सालों से एमएस धोनी भारतीय टीम की रीढ़ बने रहे हैं। वह आसानी से कप्तान, बल्लेबाज और विकेटकीपर की भूमिका में फिट हो सकते हैं जो उन्हें टीम के लिए एक बड़ा वरदान साबित करता है। हालांकि हर महान क्रिकेटर की खुद की भी जिंदगी होती है और जिस तरह घड़ी की सुईयां आगे बढ़ रही हैं ऐसे में एमएस जल्द ही अपने करियर के अंत में पहुंच सकते हैं। जैसा कि हम जानते हैं अब यह करिश्माई विकेटकीपर अपने करियर पर फुल स्टॉप लगाने से बहुत दूर नहीं है ऐसे में बीसीसीआई चयनकर्ताओं के लिए धोनी के उपयुक्त प्रतिस्थापन को ढूंढना बेहद जरूरी है। यहां कुछ असाधारण प्रतिभाशाली विकेटकीपर मौजूद हैं, लेकिन इसका चयन करना बड़ा मुश्किल है कि कौन एमएस के प्रतिस्थापन के लिए सबसे भरोसेमंद साबित होगा। लेकिन चयनकर्ताओं के पास सीमित ओवर के दोनों प्रारूपों में धोनी के लिए सबसे अच्छे संभवाति विकल्प का चुनाव करना होगा, जो उसके स्तर को मैच कर सके। ऐसे में आज हम नजर डालते हैं ऐसे 4 बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ियों पर जिन पर चयनकर्ता अपना आत्मविश्वास दिखा सकते हैं और जो धोनी के संन्यास के बाद उनकी जगह ले सकते हैं।
#1 दिनेश कार्तिक
दिनेश कार्तिक साल 2004 से भारतीय क्रिकेट सर्किल के आस पास घूम रहे हैं। उन्होंने धोनी के पहले अपने अंतरराष्ट्रीय शुरुआत की लेकिन टीम में अपनी स्थिति को कभी भी बनाये नहीं रख सके, जिससे उनके विकेटकीपिंग को महत्व मिल सके। हालांकि, तमिलनाडु के बल्लेबाज तत्काल परिस्थितियों में सबसे पसंदीदा रिप्लेसमेंट प्रतीत होते हैं क्योंकि पिछले कुछ महीनों में उन्होंने अपने बेहतरीन घरेलू प्रदर्शन के साथ सीमित ओवरों में अपनी जगह पहले ही पक्की कर दी है। हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ ट्राई सीरीज़ के फाइनल मुकाबले में कार्तिक ने खुद को साबित करते हुए हार के मुंह से जीत खींच कर ले आये और टीम इंडिया को लगभग असंभव स्थिति से एक अविश्वसनीय जीत दिला दी। इस पारी ने चयनकर्ताओं में विश्वास को प्रेरित किया कि वह उसे एक संभावित फिनिशर के रूप में मान सके। केकेआर का कप्तान पदभार मिलने के बाद उनका कद बढ़ गया है, जो उनकी क्षमताओं पर टीम प्रबंधन के विश्वास का एक संकेत था। कार्तिक के पक्ष में एक अन्य कारक यह तथ्य है कि वह अच्छी गेंदबाजी लाइनअप के खिलाफ तकनीकी रूप से मजबूत हैं, जिसे उन्होंने इंग्लैंड में 2007 में साबित कर दिया था। कार्तिक के खिलाफ जाने वाला एकमात्र बिंदु वह है उनकी उम्र, वह 30 के सर्किल में चल रहे हैं और दिन प्रतिदिन उम्र बढ़ेगी ही। लेकिन अगर चयनकर्ता उम्र के साथ नहीं बल्कि मौजूदा फॉर्म के साथ जाने का फैसला करते हैं और तो कार्तिक जल्द ही उस जगह का हिस्सा हो सकते हैं।
#2 लोकेश राहुल
केएल राहुल निस्संदेह भारतीय क्रिकेट की युवा पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। तथ्य यह है कि रैना और रोहित शर्मा को छोड़कर वह एकमात्र भारतीय बल्लेबाज हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक जड़े हैं जो उनकी क्षमता को दिर्शाता है। वह कप्तान विराट कोहली के अलावा टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में 45+ की औसत वाले एकमात्र भारतीय हैं और साथ ही एकदिवसीय क्रिकेट पर्दापण में शतक लगाने वाले इकलौते भारतीय भी हैं। बल्लेबाज के रूप में राहुल की वंशावली अपने करियर में शुरुआती चरण में दिख गयी थी, जब उन्होंने सिडनी की तेज पिच पर मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड जैसे बॉलिंग आक्रमण के सामने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने दूसरे ही टेस्ट में शतक जड़ दिया था। हालांकि, उनकी सभी निर्विवाद प्रतिभा के बावजूद राहुल अपनी असंगतता और अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में ना बदल पाने की विफलता के कारण सीमित ओवरों से लगातार अंदर बाहर होते रहे हैं। राहुल के इस लक्षण ने उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला से बाहर कर दिया। हालांकि वह टी-20 का हिस्सा थे। राहुल ने इन सभी नकारात्मकताओं को उनके पीछे छोड़ा है और इस साल के आईपीएल के लिए एक बेहतरीन शुरूआत कर दी है। उन्होंने किंग्स-XI पंजाब के शुरुआती मैच में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ आईपीएल इतिहास (केवल 14 गेंदों में) की सबसे तेज फिफ्टी लगायी और वर्तमान में वह आईपीएल 2018 के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज की तालिका में टॉप 10 में मौजूद हैं। राहुल गेंदबाजी पर हावी होने के इरादे से ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर रहे हैं। उनकी अटैकिंग क्वालिटी और निडरता प्रदर्शित कर रही है कि उन्होंने अपनी बैटिंग स्टाइल टीम सलाहकार सहवाग से ली है। राहुल के खिलाफ जाने वाला एक बड़ा कारण यह तथ्य है कि वह नियमित विकेटकीपर नहीं है और केवल एक पार्ट टाइम विकेटकीपर हैं। चयनकर्ता धोनी की जगह एक परफेक्ट विकेटकीपर की तलाश कर रहे हैं और स्टंप के पीछे राहुल के अनुभवहीनता उनके लिए महंगी साबित हो सकती है। हालांकि हमेशा ही सुधार की गुंजाइश होती है और राहुल के पास अपनी धाकड़ बल्लेबाजी क्षमताओं के आधार पर टीम में घुसपैठ करने की क्षमता है, अगर वह कीपर के तौर पर नहीं सेलेक्ट होते हैं।
#3 ऋषभ पंत
दिल्ली के विकेटकीपर ऋषभ पंत वनडे और टी-20 प्रारूप में धोनी की कमान आगे बढ़ाने के लिए प्रमुख दावेदारों में से एक हैं। यह रोमांचक व साहसिक 20 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज वर्तमान में घरेलू सर्किट में सबसे ज्यादा डिमांडिंग खिलाड़ियों में से एक है जिस कराण उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स द्वारा आईपीएल 2018 के लिए बनाए रखा गया था। पंत पहली बार अंडर -19 विश्वकप में नेपाल के खिलाफ अपने 18 गेंद के पचास रन बनाने के बाद सबकी नजरों में आये, यह अंडर -19 स्तर पर सबसे तेज अर्धशतक था। 5 दिन बाद उन्होंने नामीबिया के खिलाफ शतक लगाकर भारत को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया। अपने केवल तीसरे आईपीएल मैच में गुजरात लायंस के खिलाफ पंत ने 25 गेंदों में पचासा लगाकर आईपीएल में अर्धशतक लगाने वाले दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने गये। पंत में घरेलू क्रिकेट में अपने नाम पर कई अन्य रिकॉर्ड भी किये हैं। 2016-17 रणजी ट्रॉफी सत्र में पंत ने महाराष्ट्र के खिलाफ 308 रनों का स्कोर दर्ज किया और प्रथम श्रेणी क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले तीसरे सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी और ओवरऑल चौथे खिलाड़ी बने। उनके नाम टी-20 क्रिकेट में दूसरा सबसे तेज टी-20 शतक बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है, पंत ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के 2018 संस्करण में हिमाचल प्रदेश के खिलाफ दिल्ली के लिए 32 गेंदों में शतक जड़ दिया। उन्होंने रणजी ट्रॉफी इतिहास में सबसे तेज शतक भी बनाया है, जब उन्होंने साल 2016 में झारखंड के खिलाफ केवल 48 गेंदों पर 100 रन बनाये। अपने करियर के शुरुआती चरण में इस तरह की शानदार प्रतिष्ठा अर्जित करने के परिणामस्वरूप पंत ने गौतम गंभीर जैसे वरिष्ठ खिलाड़ी के टीम में होने के बावजूद सिर्फ 19 साल की उम्र में 2017 में दिल्ली की कप्तानी का पदभार लेकर अपने कद को और बढ़ा दिया। उनकी असाधारण प्रदर्शनों के कारण उन्हें भारतीय टी-20 टीम में जगह बनाने का मौका मिला। हालांकि, पंत को अभी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित करना बाकि है, जो समय के साथ सबके सामने आ जायेगा। उन्होंने अभी तक आईपीएल 2018 में आक्रामक इरादे के साथ शानदार शुरुआत की है। उन्होंने आईपीएल 2017 में आरसीबी के खिलाफ अपने जबरदस्त हाथ खोले और अपनी पिता की मौत के कुछ समय बाद ही अपनी टीम को साथ ले लिया, यह एक पारी थी जो खेल के प्रति उसके दृढ़ संकल्प और प्रतिबद्धता की गवाह है। अब तक उनके अविश्वसनीय करियर को ध्यान में रखते हुए, पंत को एमएस धोनी के प्रतिस्थापन के लिए मुख्य दावेदार माना जा सकता है। साथ ही कार्तिक और राहुल की तुलना में उम्र भी उनके पक्ष में है।
#4 संजू सैमसन
केरला के विकेटकीपर संजू सैमसन उन खिलाड़ियों में से एक हैं जो आईपीएल द्वारा लाइमलाइट में आये हैं, जिसके लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहिए। हालांकि कई अन्य आईपीएल चमत्कारों की तरह वह एक ही सीज़न में चमके नहीं बल्कि वह आईपीएल में लगातार प्रदर्शन करने वाले घरेलू नाम बनकर उभरे। आईपीएल में 1000 रन बनाने वाले सैमसन सबसे कम उम्र के बल्लेबाज हैं। वह रणजी पक्ष (केरल) के लिए कप्तानी करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी भी हैं। घरेलू क्रिकेट में उनकी लगातार रन बनाने वाली क्षमताओं ने उन्हें इंग्लैंड के 2014 दौरे के लिए भारत की एकदिवसीय टीम में जगह हासिल करवायी। उन्होंने एक भी मैच नहीं खेला और आखिरकार जिम्बाब्वे के खिलाफ 2015 में टी-20 मैच में अपनी अंतरराष्ट्रीय शुरुआत की। हालांकि, सैमसन को जल्द ही ड्रॉप कर दिया गया क्योंकि सीनियर खिलड़ियों की टीम में वापसी हो गयी थी। हालांकि, सैमसन आईपीएल और घरेलू क्रिकेट दोनों में अपने शानदार प्रदर्शन से सबको प्रभावित कर रहे हैं और राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के रडार में लगातार बने हुए हैं। आईपीएल के इस 2018 संस्करण में सैमसन वर्तमान में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। आरसीबी के खिलाफ 92 रनों की नाबाद ताबड़तोड़ पारी उनकी क्षमता का एक नमूना थी। सैमसन की सबसे बड़ी ताकत उनकी शक्तिशाली कलाई है जो उन्हें गेंद को अक्सर स्टैंड के बाहर फेकने में मदद करती है और साथ ही हाथ-आंख का बेहतरीन समन्वय उसे और बेहतर बनाता है। सैमसन अपने स्टार परफॉर्मेंस को जारी रखने की उम्मीद कर रहे होंगे जब तक कि चयनकर्ता उन्हें एमएस धोनी को प्रतिस्थापन के लिए गंभीर उम्मीदवार के रूप में उन्हें नोट करें। लेखक- दीपक कृष्णन अनुवादक-सौम्या तिवारी