टेस्ट क्रिकेट में किसी भी खिलाड़ी का पहला रन काफी अहम होता है। इसके अलावा खिलाड़ी ने किस रूप में वह रन प्राप्त किया, वह भी एक संतुष्टि वाली बात होती है। खिलाड़ी एक रन से लेकर चौका जड़कर खाता खोलते हैं लेकिन कई खिलाड़ी गेंद को हवाई मार्ग से सीमा रेखा से बाहर भेजने में विश्वास रखते हैं। उनकी नजरें गेंद के ऊपर तेज प्रहार कर अधिकतम रन प्राप्त करना होता है। टेस्ट क्रिकेट में छक्के से करियर की शुरुआत करने से बेहतर बात नहीं हो सकती। 141 साल के लम्बे इतिहास में टेस्ट क्रिकेट में कई खिलाड़ियों ने छक्के से करियर की शुरुआत की है।
टेस्ट क्रिकेट को रूककर खेलने वाला तकनीकी खेल माना जाता है लेकिन कई खिलाड़ी अपने आक्रामक अंदाज के लिए ही जाने जाते हैं। सीमा रेखा पर कोई फील्डर नहीं होने से उनको तेज गति से रन बनाने का लालच रहता है। ऐसे ही पांच खिलाड़ियों की चर्चा इस आर्टिकल में की गई है जिन्होंने छक्के से टेस्ट करियर का आगाज किया था।
सुनील अम्ब्रिस
इस कैरेबियाई खिलाड़ी ने एक दिसम्बर 2017 को वेलिंगटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट करियर का आगाज किया। पहली पारी में उन्हें हिट विकेट के रूप में गोल्डन डक के साथ आउट होना पड़ा। इसके बाद दूसरी पारी में अम्ब्रिस ने छक्के से खाता खोला। ट्रेंट बोल्ट के सामने खेलते हुए तीसरी गेंद किनारा लेकर छह रन के लिए मैदान से बाहर चली गई। इस तरह वेस्टइंडीज के बल्लेबाज ने छक्के से टेस्ट जीवन में खाता खोलने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में अपना नाम जोड़ दिया। ट्रेंट बोल्ट की दो गेंद पर कोई रन नहीं बना था तथा तीसरी गेंद हवाई रास्ते से मैदान के बाहर गई थी। इस तरह अम्ब्रिस ने इस लिस्ट में अपना नाम शामिल करवा लिया।
कमरुल इस्लाम
बांग्लादेश के इस खिलाड़ी को टेस्ट जीवन में आगाज के बाद चार पारियों तक खाता खोलने का मौका नहीं मिला। उन्होंने अपना खाता खोलने के लिए उन्नीस गेंदों का सामना किया लेकिन जब बल्ले से रन आए तो ताबड़तोड़ अंदाज में आए। मोईन अली की गेंद को उन्होंने हवाई शॉट के जरिये मैदान से बाहर भेजते हुए छक्के से खाता खोलने वाले खिलाड़ियों की सूची में खुद का नाम शामिल कराया।
धनजंय डी सिल्वा
श्रीलंका के लिए पल्लेकेले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2016 में उन्होंने टेस्ट डेब्यू किया। छठे नम्बर पर खेलने के लिए आने वाले धनंजय ने चार गेंद तक खुद को रोककर रखा। पांचवीं गेंद पर उन्होंने कदमों का इस्तेमाल कर गेंद को सीमा रेखा से बाहर छह रन के लिए भेज दिया। स्टीव ओ'कीफ की गेंद मिडऑफ़ बाउंड्री से बाहर हवाई रस्ते से दर्शकों में चली गई।
डेल रिचर्ड्स
इस खिलाड़ी को 2009 में वेस्टइंडीज के लिए उस समय खेलने का मौका मिला था जब 2009 में बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में मुख्य टीम ने बहिष्कार किया था। पारी की शुरुआत करते हुए मशरफे मोर्तजा की गेंद को उन्होंने पुल करते हुए मिडविकेट से छह रन प्राप्त किये थे। उनके लिए यह एक बेहतरीन उपलब्धि ही कही जाएगी क्योंकि मुख्य खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में उन्हें जगह मिली थी।
ऋषभ पन्त
इस युवा विकेटकीपर ने 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंघम में टेस्ट जीवन का आगाज किया था। आदिल राशिद की पहली गेंद पर सुरक्षात्मक शॉट खेलने के बाद अगली गेंद को उन्होंने सीधे बल्ले से गेंदबाज के सिर के ऊपर से छह रन के लिए सीमा रेखा से बाहर भेज दिया। उनके इस शॉट की काफी चर्चा भी हुई क्योंकि किसी ने इस शॉट की उम्मीद नहीं की थी।