क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में से टेस्ट क्रिकेट को खेल का सबसे अच्छा प्रारूप माना जाता है। फटाफट क्रिकेट के इस दौर मे भी टेस्ट क्रिकेट खूब पसंद किया जाता है। कुछ ऐतिहासिक श्रृंखलाओं का आयोजन एक निरंतर अंतराल में होता है, जिसका इतंज़ार हर खेल प्रशंसक को बड़ी बेसब्री से होता है। एशेज और बॉर्डर-गावस्कर सीरीज उनमे से प्रमुख हैं। एशेज इंग्लैण्ड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक ऐतिहासिक सीरीज है जबकि बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का आयोजन भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होता है।
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली टेस्ट क्रिकेट सीरीज़ है। इस सीरीज में चार मैच खेले जाते हैं। यदि यह श्रृंखला ड्रा हो जाती है, तो ट्रॉफी को धारण करने वाला देश ही इसे बरकरार रखता है। इस समय यह ट्रॉफी भारत के पास है क्योंकि अंतिम बार वर्ष 2017 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर सीरीज अपने नाम की थी।
यह श्रृंखला ऑस्ट्रेलिया के एलन बॉर्डर और भारत के सुनील गावस्कर के नाम पर है। दोनों ने अपने-अपने करियर में 10,000 से अधिक टेस्ट रन बनाए, अपनी-अपनी टीमों की कप्तानी भी की और एक लंबे समय के लिए टेस्ट मैच में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज भी रहे।
अब बात करते हैं, उन भारतीय बल्लेबाजों की जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में खेली गई सीरीज में सर्वाधिक गेंदों का सामना किया :
# 5 सुनील गावस्कर (1032 गेंद , वर्ष 1977/78)
महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया के वर्ष 1977/78 दौरे में 5 मैचों की 9 पारियों में 50 की औसत से 450 रन बनाए थे।
ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर सबसे पहले सुनील गावस्कर ने तीन शतक बनाये थे। उनके इस रिकॉर्ड को वर्ष (2014-15) में विराट कोहली ने तोड़ा था। उन्होंने इस सीरीज में 1032 गेंदे खेली थी। आस्ट्रेलिया में हजार गेंदे खेलने वाले वह दूसरे बल्लेबाज बने थे। उनसे पहले विजय हजारे ने यह कारनामा किया था।
# 4 विराट कोहली ( 1093 गेंद, वर्ष 2014/15 )
विराट कोहली अपनी निरंतरता के लिए जाने जाते हैं। प्रतिद्वंद्वी चाहे कोई भी हो उनका बल्ला जमकर रन बटोरता है। वर्ष 2014/15 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे में कोहली ने चार शतक बनाए थे।
कोहली ने उस सीरीज में 4 मैच खेले, जिसकी 8 परीयों में उन्होंने 692 रन बनाए। उन्होंने यह रन 1093 गेंदों में 86.50 की शानदार औसत से अपने नाम किये।
# 3 विजय हजारे (1192 गेंद, वर्ष 1947/48)
विजय हजारे ने अपने अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट कैरियर में 30 मैच खेले जिसकी 52 पारियों में उन्होंने 47.65 की औसत से 2192 रन बनाए। इस बीच उन्होंने 7 शतक भी अपने नाम किये।
ऑस्ट्रेलिया में वर्ष 1947/48 की सीरीज में उन्होंने 5 मैचों की 10 पारियों में 429 रन बनाए। उन्होंने उस सीरीज में 1192 गेंदे खेली। जो कि किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा किसी एक सीरीज में खेली गई सर्वाधिक गेंदो का रिकॉर्ड बना, जिसे बाद में राहुल द्रविड़ ने तोड़ा।
# 2 राहुल द्रविड़ (1203 गेंद, वर्ष 2003/04)
जब-जब रक्षात्मक तकनीक वाले बल्लेबाजों की चर्चा होती है, तब-तब राहुल द्रविड़ का नाम आ ही जाता है। उन्होंने वर्ष 2003/04 के ऑस्ट्रेलिया के दौरे में 4 मैच खेले। जिसकी 8 पारियों में उन्होंने 123.80 की औसत से 619 रन बनाए। इस बीच द्रविड़ ने 1 शतक व 3 अर्धशतक भी अपने नाम किये।
उन्होंने उस सीरीज मे 1203 गेंदों का सामना किया था।
# 1 चेतेश्वर पुजारा (1258* गेंद, वर्ष 2018/19)
चेतेश्वर पुजारा के लिए वर्तमान की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज बेहतरीन रही है। उन्होंने इस सीरीज में सर्वाधिक 521 रन 74.43 की औसत से बनाये हैं। इस बीच उन्होंने तीन शतक भी जड़े। उन्होंने ये रन 1258 गेंदो में बनाये।
नम्बर 3 के बल्लेबाज पुजारा ने अब तक 1702 मिनट या 28 घंटे और 22 मिनट तक बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज़ में बल्लेबाजी की है। और अगर भारत अपनी दूसरी पारी के लिए फिर से बल्लेबाजी करने के लिए आता है, तो ये संख्या काफी बदल सकती है।