आजकल के वनडे क्रिकेट में ऐसे बहुत ही कम गेंदबाज हैं, जिनको बल्लेबाज चौके-छक्के ना लगा पाते हों। मौजूदा समय में बल्लेबाज इतना आक्रामक होकर खेलते हैं, कि गेंदबाज बस जल्दी से अपना ओवर खत्म करने में सारी मेहनत लगाते है। वहीं आजकल के ज्यादा क्रिकेट पिचें भी बल्लेबाजों के अनुकूल बनाई जाती हैं। लेकिन एक समय ऐसा भी हुआ करता था। जब कुछ गेंदबाज अपने ओवर में एक रन भी खर्च किये बिना अपना पूरा ओवर निकाल दिया करते थे। इनके आगे बल्लेबाज एक रन भी बना पाने में कामयाब नहीं हो पाते थे।
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आज हम आपको ऐसे ही टॉप 5 गेंदबाजों के बारे में बताने वाले हैं, जिन्होनें अपने पूरे क्रिकेट करियर के दौरान बेहतरीन इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की और अपनी टीम की जीत में अपना योगदान अपनी गेंदबाजी के जरिए देते थे। ये 5 गेंदबाज रन लुटाने के मामले में बेहद कंजूस हुआ करते थे। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में।
नोट: इस सूची में हम ने 225 से ज्यादा एकदिवसीय मैच खेलने वाले गेंदबाजों को शामिल किया है।
1. शॉन पोलक (दक्षिण अफ्रीका)
दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज शॉन पोलक ने अपना वनडे डेब्यू 9 जनवरी 1996 को इंग्लैंड के खिलाफ किया था, और अपना आखिरी वनडे मैच 2008 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। अपने 12 साल के वनडे करियर में पोलक ने 393 विकेट अपने नाम किये थे। इस दौरान उनका इकॉनमी रेट 3.68 का रहा था। अपने करियर में पोलक ने 12 बार 4 से अधिक विकेट लिए थे। जबकि 5 बार 5 या 5 से ज्याद विकेट अपने नाम किये थे।
2. कपिल देव (भारत)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव हमारी इस सूची में दूसरे स्थान पर हैं। कपिल देव अपने वनडे करियर की शुरुआत साल 1978 में की थी। जबकि 1994 में क्रिकेट संन्यास लिया था। 16 साल के एकदिवसीय करियर में कपिल ने 225 मैच खेले। जिसमें उन्होंने 253 विकेट चटकाए थे। रन खर्च करने के मामले में इनका इकॉनमी रेट 3.71 का रहा। कपिल ने अपने करियर में एक बार 5 विकेट लेने का कारनामा किया, जबकि 3 बार 4 विकेट लिए थे।
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3. ग्लेन मैक्ग्रा (ऑस्ट्रेलिया)
ग्लेन मैक्ग्रा ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज गेंदबाजों में से एक रहे हैं। मैक्ग्रा ने अपने करियर की शुरुआत 9 दिसंबर 1993 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ की थी। जबकि अपना आखिरी वनडे मैच अप्रैल 2007 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। अपने वनडे करियर में मैक्ग्रा ने 250 मैच खेलते हुए 381 विकेट झटके थे। इस दौरान इनका इकॉनमी रेट 3.88 का रहा था। मैक्ग्रा ने 9 बार 4 विकेट लिए। जबकि 7 बार 5 या उससे ज्यादा विकेट हासिल किये।
4. वसीम अकरम (पाकिस्तान)
वसीम अकरम को स्विंग का सुल्तान भी कहा जाता है, बहुत से ऐसे युवा गेंदबाज हैं। आज के दौर में बहुत से ऐसे युवा गेंदबाज हैं जो उनके जैसी गेंदबाजी करना चाहते हैं। अकरम ने अपने करियर की शुरुआत 23 नवंबर 1984 को न्यूजीलैंड के खिलाफ की थी, और 4 मार्च 2003 को खेला था। अपने वनडे करियर में वसीम अकरम ने 356 मैच खेलते हुए 502 विकेट झटके थे। इनके इकॉनमी रेट की बात करें तो वो 3.90 का रहा था। अकरम ने अपने करियर में 6 बार 5 या 5 से ज्यादा विकेट लिए थे।
5. मुथैया मुरलीधरन (श्रीलंका)
श्रीलंका के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रहे मुथैया मुरलीधरन इस लिस्ट में पांचवें स्थान पर हैं। मुरलीधरन ने अपना पहला वनडे मैच 12 अगस्त 1993 को भारत के खिलाफ खेला था, जबकि 2011 के फाइनल मुकाबले के बाद इन्होंने संन्यास ले लिया था। मुरलीधरन 350 मैच खेलते हुए 534 विकेट लिए थे। इनके इकॉनमी रेट की बात करें तो वो 3.93 का रहता था। मुरलीधरन ने वनडे में 10 बार 5 या 5 से ज्यादा विकेट लिए थे।