विश्व की सबसे बड़ी टी20 क्रिकेट लीग, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) शुरू होने से अब एक हफ्ते से भी कम समय रह गया है। यह आईपीएल का 12वां संस्करण होगा, जिसका शुरुआती मुकाबला साल 2018 की विजेता टीम चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच चेन्नई में खेला जाएगा। आईपीएल टी20 क्रिकेट के प्रसिद्ध टूर्नामेंट में से एक है, जहाँ सभी देशों के महान खिलाड़ी अपने प्रदर्शन के दम पर अपनी-अपनी फ्रैंचाइज़ी को खिताब जिताने में पूरी ताकत लगाते हैं।
अपने 12 साल के इतिहास में आईपीएल ने अनेक विदेशी व भारतीय खिलाड़िओं को अपने देश की टीमों के लिए वापस खेलने के लिए एक मंच प्रदान किया है। ऑस्ट्रेलिया के आल राउंडर शेन वॉटसन और भारतीय मध्य क्रम बल्लेबाज़ अम्बाती रायुडू इस चीज़ का जीता जागता नमूना रहे हैं । राजस्थान रॉयल्स को साल 2008 में खिताब जिताने में शेन वॉटसन का एहम योगदान था, जिसके चलते उन्हें ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने का मौका मिला। ऐसी ही कहानी अम्बाती रायडू की है, जिन्होंने साल 2018 के आईपीएल में चेन्नई के लिए कहते हुए 602 रन बनाए और भारतीय टीम के लिए अपनी दावेदारी प्रस्तुत की।
आईपीएल काफी नए और पुराने खिलाड़िओं के लिए भाग्यशाली रहा है, लेकिन अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी ऐसे है, जो इस लीग में अपना दबदबा बनाने में नाकाम रहे है। आज इस लेख में हम उन पांच खिलाड़िओं की बात करेंगे, जो आईपीएल में अपना नाम बनाने में असफल रहे।
#5 सनत जयसूर्या
श्रीलंका के महान बल्लेबाज़ सनत जयसूर्या इस सूची में पांचवे स्थान पर आते हैं। अपने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में जयसूर्या ने 91 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी की और पॉवरप्ले में सभी गेंदबाज़ों के लिए एक बुरे सपने से कम नहीं थे।
श्रीलंका के लिए खेलते हुए सनत जयसूर्या के नाम सबसे तेज़ शतक (48 गेंदों में ) और सबसे तेज़ अर्धशतक (17 गेंदों में ) का रिकॉर्ड दर्ज है। साल 2008 के आईपीएल में उन्हें सलामी बल्लेबाज़ के रूप में मुंबई इंडियंस की टीम में शामिल किया गया था, लेकिन वह कुछ ख़ासा कमाल करने में असफल रहे।
मुंबई के लिए श्रीलंका के इस सलामी बल्लेबाज़ ने 3 सीजन में 30 मुकाबले खेले, जिसमे उन्होंने 27 की औसत से सिर्फ 768 रन बनाए। आईपीएल की चौथे सीजन की नीलामी में किसी टीम ने इस ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ को नहीं चुना, जिसके बाद वह कभी भी आईपीएल नहीं खेले।
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#4 ब्रेट ली
सदी की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के तेज़ गेंदबाज़ ब्रेट ली ने अपनी सटीकता और गति के चलते अंतरष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों में तहलका मचा दिया था।
ऑस्ट्रेलिया के इस तेज़ गेंदबाज़ ने आईपीएल में दो टीमों के लिए गेंदबाज़ी की है, जिसमे किंग्स XI पंजाब और कोलकाता नाइटराइडर्स शामिल है। लेकिन दोनों ही टीमों के लिए वह कुछ ख़ासा प्रदर्शन नहीं कर पाए और 38 मुकाबलों में 43.8 की औसत और 7.5 की इकॉनमी से सिर्फ 25 विकेट लिए।
साल 2019 के आईपीएल में वह आईपीएल में एक कमेंटेटर के रूप में वापसी करते हुए नज़र आएँगे।
#3 रिकी पोंटिंग
ऑस्ट्रेलिया को तीन विश्वकप जितवाने वाले कप्तान रिकी पोंटिंग सबसे पहले टी20 खेलने वाले प्रमुख खिलाड़िओं में से एक थे और अपने पहले ही मुकाबले में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 98 रनों की शानदार पारी खेली थी।
लेकिन विश्व की इस सबसे प्रसिद्ध क्रिकेट लीग में वह कुछ ख़ासा कमाल करने में असफल रहे। मुंबई इंडियंस और कोलकाता राइडर्स के लिए खेलते हुए इस दिग्गज खिलाड़ी ने सिर्फ 10 मुकाबले खेले, जिसमे उन्होंने 10.11 की औसत से 91 रन बनाए।
साल 2019 के आईपीएल में वह दिल्ली कैपिटल्स के मुख्या कोच के रूप में आईपीएल में वापसी करते हुए नज़र आएँगे।
#2 इयॉन मॉर्गन
वर्तमान में इंग्लैंड की वनडे और टी20 टीम के कप्तान इयॉन मॉर्गन इस सूची में दुसरे स्थान पर आते हैं। अपने अपरंपरागत शॉट्स के चलते वह टी20 क्रिकेट के सबसे आक्रामक खिलाड़िओं में से एक रहे हैं।
हालाँकि इंग्लैंड का यह बल्लेबाज़ अभी तक आईपीएल में कुछ ख़ासा कमाल करने में असफल रहा है। अब तक के अपने आईपीएल करियर में वह अब तक रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, कोलकाता नाइटराइडर्स, सनराइजर्स हैदराबाद और किंग्स XI पंजाब की टीम का हिस्सा रहे हैं, जिनके लिए खेलते हुए उन्होंने 52 मुकाबलों में सिर्फ 854 रन बनाए।
#1 सौरव गांगुली
भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक सौरव गांगुली इस सूची में पहले स्थान पर आते हैं। अपने आक्रामक खेल के चलते उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों में काफी नाम बनाया, लेकिन वह आईपीएल में सफल नहीं रहे।
आईपीएल में उन्होंने कोलकाता नाइटराइडर्स और पुणे वॉरियर्स के लिए कुल मिलाकर 59 मुकाबले खेले, जिसमें उन्होंने 25.4 की औसत और 106.8 के स्ट्राइक रेट से 1349 रन बनाए।