लक्ष्य का पीछा करते हुए शतक बनाना आसान काम नहीं है। लक्ष्य का दबाव लगातार बल्लेबाज़ पर बना रहता है। ऐसे में बनाया गया शतक विशेष बन जाता है। विराट कोहली ने खुद क्रिकेट के इतिहास में महान लक्ष्य का पीछा करने वाले बल्लेबाज़ के तौर पर स्थापित किया है। हाल ही में शतक लगाने वालों की लिस्ट में कीवी बल्लेबाज़ मार्टिन गुप्टिल का नाम भी शामिल हुआ है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने नाबाद 180 रन की पारी खेली। आइये डालते हैं 5 सबसे बड़े उच्च स्कोर पर जो दोबारा बल्लेबाज़ी करने वाले बल्लेबाजों ने बनाये हैं: क्विंटन डीकॉक- 178 बनाम ऑस्ट्रेलिया, सेंचुरियन, 2016 दक्षिण अफ़्रीकी सलामी बल्लेबाज़ डीकॉक पर जिसको भी थोड़ा बहुत संदेह था कि वह मौजूदा समय के सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाज़ हैं। वह ऑस्ट्रेलिया के 5-0 की सफाया वाली सीरिज से साफ़ हो गया होगा। जीत के लिए प्रोटेस को 295 रन बनाने थे। डीकॉक और राइली रुसो ने शानदार शुरुआत करते हुए 17.1 ओवर में 145 रन की साझेदारी की। इस विकेटकीपर बल्लेबाज़ ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। क्विंटन ने 113 गेंदों में 178 रन की पारी खेली जिसमें 16 चौके और 11 छक्के शामिल थे। दक्षिण अफ्रीका ने ये मैच 13.4 ओवर शेष रहते ही जीत लिया। मार्टिन गप्टिल- 180 नाबाद बनाम दक्षिण अफ्रीका हैमिल्टन, 2017 चोट के बाद कीवी टीम में दोबारा वापसी करने वाले मार्टिन गप्टिल ने दक्षिण अफ्रीका के साथ सीरज को लेवल करने वाले मुकाबले में जोरदार 180 रन की पारी खेली। मैच को जीतने के लिए न्यूज़ीलैंड को 280 रन बनाने थे। गुप्टिल ने 138 गेंदों में ये पारी खेली। डूप्लेसी और डीविलियर्स के पचासे के बदौलत प्रोटेस ने 8 विकेट खोकर 279 रन बनाये थे। डीन ब्रोलाइन के साथ गुप्टिल मैदान पर उतरे थे। गुप्टिल ने इसी के साथ अपने नाम रिकॉर्ड दर्ज करवाया वह पहले वनडे बल्लेबाज़ बने जिसके नाम तीन बार 180 से ज्यादा रन हो गये हैं। इसके साथ ही वह लगातार तीन मैचों में पचास से अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ भी बन गये हैं। यद्यपि गुप्टिल के इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद भी वह इस उच्च स्कोर की लिस्ट में चौथे नंबर हैं। विराट कोहली- 183 बनाम पाकिस्तान, ढाका, 2012 किसी भी भारतीय क्रिकेट फैन्स के जहन में ये मैच आज भी तरोताजा बना हुआ है। विराट कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ ढाका में एशिया कप में विराट पारी खेलते हुए भारत को जरुरी जीत दिलाई थी। कोहली की ये पारी अभी तक की सर्वश्रेष्ठ पारी है। पाकिस्तान के दोनों सलामी बल्लेबाजों नासिर जमशेद और मोहम्मद हफीज ने शतकीय पारी खेलते हुए भारत के सामने 329 रन का लक्ष्य रखा था। भारत की पारी की तीसरी गेंद पर गौतम गंभीर जीरो रन पर आउट हो गये थे। जिसके बाद कोहली मैदान पर उतरे थे। सचिन और रोहित के साथ उनकी साझेदारी अच्छी रही, दोनों बल्लेबाजों ने अर्द्धशतक बनाया था। कोहली ने इस मैच में 148 गेंदों में 183 रन ठोंके थे। जिसमें 22 चौके और 1 छक्का शामिल था। भारत मुकाबला 13 गेंद पहले जीत गया था। एमएस धोनी- 183 नाबाद बनाम श्रीलंका, जयपुर, 2005 वनडे में धोनी ने 50 से ज्यादा के औसत से 9000 से ज्यादा रन बनाये हैं। धोनी को अपने करियर के शुरूआती दिनों में ऊपर बल्लेबाज़ी करने का मौका मिला था। जहाँ उन्होंने कई बड़ी पारियां खेली थी। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम ऐसे ही एक बार उन्हें श्रीलंका के खिलाफ ऊपर बल्लेबाज़ी के लिए भेजा गया था। जहाँ उन्होंने अपने करियर की सबसे उम्दा पारी खेली थी। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए तीसरे वनडे में 298/4 रन का लक्ष्य रखा था। जवाब में सचिन पहले ही ओवर में आउट हो गये थे। धोनी मैदान पर आये और उन्होंने नाबाद रहते हुए 183 रन की विजयी पारी खेली। ऐसा लग रहा था कि वह विश्व रिकॉर्ड भी तोड़ देंगे। लेकिन रनों की कमी के चलते ऐसा नहीं हुआ। भारत ये मैच 23 गेंद रहते ही जीत गया था। धोनी ने 145 गेंदों में 15 चौकों और 10 छक्कों की मदद से ये रन बनाये थे। शेन वाटसन – 185 नाबाद बनाम बांग्लादेश, ढाका, 2011 धोनी की नाबाद 183 रन की पारी के छह साल बाद शेन वाटसन ने बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए वनडे सीरिज में नाबाद 185 रन बनाकर ये रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। 230 रन का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए वाटसन ने अपनी पिछली सर्वश्रेष्ठ पारी 161 रन को पीछे छोड़ते हुए मात्र 96 गेंदों में 185 रन ठोंक दिए थे। इस पारी में 15 चौके और इतने ही छक्के शामिल थे। उनकी इस जोरदार पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने मुकाबला मात्र 26 ओवर में खत्म कर दिया था।