टेस्ट प्रारूप में अन्य प्रारूपों की तुलना में बल्लेबाजी ज्यादा कठिन होती है क्योंकि इस प्रारूप में बतौर बल्लेबाज सफल होने के लिए आपके पास अच्छी तकनीक तथा धैर्य का होना बहुत जरूरी है। अगर आपके पास अच्छी तकनीक है तो आप अच्छा खेल दिखा सकते हैं और बिना धैर्य खोये जल्दबाजी में कोई गलत शॉट नहीं खेलेंगे। हालांकि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास को उठाकर देखे तो कई दिग्गज ऐसे हैं, जिन्होंने इस प्रारूप में अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया है। इस फॉर्मेट में बल्लेबाजों को अपने आप को साबित करने के लिए हर एक मैच में दो मौके मिलते हैं। कुछ बल्लेबाज दोनों पारियों में असफल रहते हैं। वहीं कुछ बल्लेबाज एक पारी में अच्छा करते हैं।
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टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजों के द्वारा 90 और 100 का स्कोर देखना स्वाभाविक बात है क्योंकि इस प्रारूप में बल्लेबाज बिना किसी जोखिम के धैर्य से बल्लेबाजी करने की कोशिश करता है, जिससे उसके बड़ी पारी खेलने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि 90 और 100 का स्कोर एक ही मैच में किसी बल्लेबाज के लिए बनाना आसान काम नहीं है। इसके लिए बल्लेबाज को उस मैच में बहुत ही बेहतरीन बल्लेबाजी करने की जरूरत होती है। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 5 भारतीय बल्लेबाजों का जिक्र करने जा रहे हैं, जिन्होंने एक ही टेस्ट मैच में 90 और 100 का स्कोर बनाया है।
5 भारतीय बल्लेबाज जिन्होंने एक ही टेस्ट मैच में 90 और 100 का स्कोर बनाया
#5 विराट कोहली
मौजूदा भारतीय कप्तान विराट कोहली अपने टेस्ट करियर में एक ही मैच में 90 और 100 का स्कोर बनाने का कारनामा दो बार कर चुके हैं। विराट ने आखिरी बार 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ ट्रेंट ब्रिज टेस्ट की दोनों पारियों में बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए यह उपलब्धि हासिल की थी। इस मैच की पहली पारी में विराट ने 97 और दूसरी पारी में 103 का स्कोर बनाया था।
इससे पहले कोहली ने यह कारनामा 2013 में दक्षिण अफ्रीका में किया था। वांडरर्स स्टेडियम में खेले गए इस मैच में विराट ने पहली पारी में 119 और दूसरी पारी में 96 रन बनाये थे।
#4 गौतम गंभीर
2008-2009 एंथनी डी मेलो ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट मैच में गौतम गंभीर ने बहुत ही उम्दा बल्लेबाजी की थी। गंभीर उन दिनों अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थे और उन्होंने यह फॉर्म इस टेस्ट सीरीज में भी दिखाई थी। दूसरे टेस्ट मैच में भारत की पहली पारी में गंभीर ने 348 गेंदों का सामना करते हुए 25 चौकों और एक छक्के की मदद से 179 रन बनाये थे। गंभीर ने इसके बाद दूसरी बार बल्लेबाजी का मौका मिलने पर फिर से बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 97 रन की पारी खेली थी।
#3 सौरव गांगुली
2007 में भारत दौरे पर आयी पाकिस्तान टीम के खिलाफ तीसरा टेस्ट मैच बेंगलुरु में खेला गया था। टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का मौका मिला और इसके बाद दर्शकों को दादा यानि कि सौरव गांगुली के टेस्ट करियर की सबसे बड़ी पारी देखने को मिली। नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने आये गांगुली ने 361 गेंदों में 30 चौकों और दो छक्कों की मदद से 239 रन की पारी खेली। यह गांगुली के करियर का सर्वश्रेष्ठ टेस्ट स्कोर भी है।
पहली पारी में जबरदस्त बल्लेबाजी करने के बाद सौरव गांगुली को जब फिर भारत की दूसरी पारी में बल्लेबाजी का मौका मिला तो उन्होंने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। गांगुली शतक बनाने से जरूर चूक गए लेकिन उन्होंने 91 रन की पारी खेली।
#2 मोहिंदर अमरनाथ
मोहिंदर अमरनाथ ने 1977 में पर्थ के मैदान में दोनों पारियों में बेहतरीन बल्लेबाजी की थी।अमरनाथ पहली पारी में शतक बनाने से चूक गए और 90 के स्कोर पर आउट हो गए थे। हालांकि अपनी पहली पारी में शतक की असफल कोशिश को उन्होंने दूसरी पारी में सफल बनाया और एक शानदार शतक बनाया। अमरनाथ ने भारत की दूसरी पारी में 100 रन बनाये।
#1 चंदू बोर्डे
पूर्व भारतीय खिलाड़ी चंदू बोर्डे को उनकी ऑलराउंड योग्यता के लिए के लिए जाना जाता था। 1959 में वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली टेस्ट में भारत की पहली पारी में नंबर 5 पर बल्लेबाजी करते हुए 109 रन बनाये थे और भारतीय टीम को बड़ा स्कोर बनाने में मदद की थी। इसके बाद मैच में भारत की दूसरी पारी में भी बोर्डे ने बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया था। बोर्डे ने हिट विकेट आउट होने से पहले 96 रन की पारी खेली थी।